श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के कठुआ में पांच लोगों के लापता होने और उनका शव मिलने की घटना के बाद दो और लोग लापता हो गए हैं। इस बीच इन घटनाओं पर राजनीति तेज हो गई है। सोमवार को विधानसभा में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इस पर राजनीति की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिन तीन लापता लोगों के शव मिले हैं उनके परिजनों से नेता प्रतिपक्ष को तो मिलने की इजाजत दी गई लेकिन उप मुख्यमंत्री को नहीं मिलने दिया गया। गौरतलब है कि तीन लोगों के शव मिलने के बाद भाजपा और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि उनकी हत्या आतंकियों ने की।
बहरहाल, जम्मू कश्मीर के कठुआ में दो दिन पहले तीन लोगों के शव मिलने के बाद दो अन्य किशोर लापता हैं। दोनों जिले के राजबाग इलाके से गायब हुए हैं। दोनों जानवर चराने के लिए निकले थे, इसके बाद से ही गायब हैं। इनकी पहचान 15 साल के दीनू और 12 साल के रहमत अली के रूप में हुई है। इससे पहले आठ मार्च को जिले के बिलावर में पहाड़ियों के नजदीक तीन लापता लोगों की लाशें मिली थीं। इनमें एक बच्चा भी था। सभी तीन दिन पहले आतंकवाद प्रभावित इलाके से लापता हुए थे।
इसके बाद केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन रविवार को जम्मू पहुंचे थे। उन्होंने नागरिक सुरक्षा को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की। विधानसभा में नेता विपक्ष सुनील शर्मा ने बताया था कि घटना को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से बात हुई है। उन्होंने इलाके में विलेज डिफेंस गार्ड तैनात करने और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप व स्पेशल टास्क फोर्स की पोस्ट बनाने की बात कही है। जिस इलाके से तीनों लाशें मिली थीं, वहां आतंकवादियों की मौजूदगी रहती है। पिछले महीने भी इस इलाके में दो लोगों के शव पाए गए थे।