नई दिल्ली। इजराइल ने एक बार फिर लेबनान की राजधानी बेरूत पर फिर एक बड़ा हमला किया है। इजराइल के इस हमले में 46 लोगों के मारे जाने की खबर है। यह भी बताया जा रहा है कि इजराइल ने बेरूत में हिजबुल्लाह के खुफिया मुख्यालय पर भी हमला किया, जिसमें 15 लोग मारे गए। इजराइली डिफेंस फोर्स यानी आईडीएफ ने बताया कि उसने बुधवार रात लेबनान के बिंत जबल गांव में एक बिल्डिंग पर हवाई हमला किया था, जिसमें हिजबुल्लाह के 15 सदस्यों की मौत की मौत हो गई। इजराइल ने इस हमले का वीडियो भी जारी किया है।
इजराइल ने हिजबुल्लाह के मारे जा चुके प्रमुख हसन नसरल्लाह के दामाद हसन जाफर अल कासिर के मारे जाने का दावा किया है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया की खबरों के मुताबिक इजराइली सेना ने बुधवार को सीरिया की राजधानी दमिश्क में हवाई हमला किया था, जिसमें उसकी मौत हो गई। इसमें उसके साथ दो और लोग मारे गए हैं। इजराइल डिफेंस फोर्सेज ने यह भी बताया कि गाजा में हमास के डी फैक्टो प्रधानमंत्री रवही मुश्ताहा की हवाई हमले में मौत हो गई है।
मुश्ताहा हमास चीफ याह्या सिनवार का दाहिना हाथ माना जाता था। उसकी मौत करीब तीन महीने पहले हो गई थी। लेकिन अब पुष्टि होने के बाद आईडीएफ और शिनबेत ने इसका खुलासा किया है। मुश्ताहा ने सिनवार के साथ इजराइल में जेल की सजा काटी थी। मुश्ताहा को गाजा पट्टी में हमास पॉलिटिकल ब्यूरो में सबसे सीनियर माना जाता था। इजराइल के खिलाफ वह कई मिशन में वह शामिल रहा। आईडीएफ ने बताया कि हमास के पॉलिटिकल ब्यूरो और सुरक्षा विभाग संभालने वाले समेह अल सिराज और हमास कमांडर समी औदेह भी मारे गए।
दूसरी ओर हिजबुल्लाह ने दावा किया है कि उसने दक्षिणी लेबनान के रास्ते इजराइली सेना की देश में घुसने की एक कोशिश को नाकाम कर दिया है। हिजबुल्लाह ने कहा कि इसके लिए उसने कई बम दागे। उसने बताया कि इजराइल फातिमा गेट के जरिए लेबनान में घुसने की कोशिश कर रहा था। फातिमा गेट इजराइल और लेबनान की सीमा पर मौदूद मेतुला गांव में एक जगह है। हालांकि इजराइली सेना की तरफ से अब तक कोई बयान नहीं दिया गया है।