नई दिल्ली। आर्थिक मोर्चे पर बुधवार को सरकार के लिए दो अच्छी खबरें आईं। पहली खबर तो यह है कि खुदरा महंगाई दर में अच्छी खासी गिरावट आई है और यह सात महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। दूसरी ओर औद्योगिक उत्पादन की दर आठ महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। सरकार की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक फरवरी में खुदरा महंगाई दर घटकर 3.61 फीसदी पर आ गई है। इससे सात महीने पहले जुलाई 2024 में महंगाई 3.54 फीसदी पर थी।
इस साल जनवरी में महंगाई दर 4.31 फीसदी थी। कहा जा रहा है कि सब्जियों की कीमतों में गिरावट की वजह से खुदरा महंगाई की दर में गिरावट हुई है। सांख्यिकी मंत्रालय ने बुधवार को महंगाई के आंकड़े जारी किए। गौरतलब है कि महंगाई के बास्केट में करीब 50 फीसदी योगदान खाने पीने की चीजों का होता है। इसकी महंगाई महीने दर महीने के आधार पर 5.97 फीसदी से घट कर 3.75 फीसदी हो गई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक ग्रामीण महंगाई 4.59 फीसदी से घटकर 3.79 और शहरी महंगाई 3.87 से घटकर 3.32 फीसदी हो गई है। यह स्थिति जून तक बने रहने की संभावना है।
उधर औद्योगिक उत्पाद में तेजी आई है। जनवरी के महीने में औद्योगिक विकास की दर आठ महीने के उच्चतम स्तर पांच फीसदी पर पहुंच गई है। एक साल पहले यानी जनवरी 2024 में ये 4.2 फीसदी थी। वहीं दिसंबर 2024 में औद्योगिक उत्पादन की दर 3.2 फीसदी रही थी। विनिर्माण सेक्टर के अच्छे प्रदर्शन के कारण औद्योगिक विकास दर बढ़ी है। गौरतलब है कि विनिर्माण सेक्टर का आईआईपी में तीन चौथाई से ज्यादा का योगदान है। बहरहाल, माइनिंग सेक्टर के उत्पादन में जनवरी में 4.4 फीसदी की विकास दर रही, जो पिछले साल की समान अवधि में छह फीसदी थी।