नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह विदेशी घुसपैठ को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा है कि भारत कोई धर्मशाला नहीं है। गृह मंत्री ने कहा कि सरकार अब भारत में आने वाले हर विदेशी की जानकारी रखेगी। विदेशियों की सारी जानकारी रखने और उनकी आवाजाही पर नजर रखने के लिए सरकार की ओर से पेश इमिग्रेशन एंड फॉरेनर्स बिल 2025 गुरुवार को लोकसभा से पास हो गया। बिल पर चर्चा का जवाब देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घुसपैठ रोकने की प्रतिबद्धता दोहराई।
अमित शाह ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल से बांग्लादेशियों और रोहिंग्या की घुसपैठ हो रही है। ऐसे में जो लोग भारत की व्यवस्था में योगदान करने, व्यापार और शिक्षा के लिए आते हैं, ऐसे सभी लोगों का स्वागत है। लेकिन चाहे रोहिंग्या हो या बांग्लादेशी अगर यहां अशांति फैलाने के लिए आते हैं, तो ऐसे लोगों के साथ बड़ी कठोरता के साथ व्यवहार होगा’। उन्होंने कहा, ‘अगर कोई भारत को नुकसान पहुंचाने की मानसिकता के साथ आता है तो उससे सख्ती से निपटा जाएगा’।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘मोदी सरकार केवल उन लोगों को भारत आने से रोकेगी जिनके इरादे गलत हैं। यह देश कोई धर्मशाला नहीं है। भारत में आने वाले सभी विदेशी नागरिकों की जानकारी रखी जाएगी। वे किस रास्ते से आ रहे हैं। कहां रुक रहे हैं। क्या कर रहे हैं’। गौरतलब है कि इमिग्रेशन एंड फॉरेनर्स बिल 11 मार्च को लोकसभा में पेश किया गया था। इस पर चर्चा के दौरान सरकार और विपक्ष के 30 सांसदों ने अपनी बात रखी। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और राजद के सांसदों ने इसका विरोध किया।
अमित शाह ने गुरुवार को चर्चा का जवाब देते हुए कहा, ‘हमारी सीमा पर कुछ संवेदनशील स्थान हैं, सेना के अड्डे हैं, उनको दुनिया भर के लिए खुले नहीं छोड़ सकते थे। पहले भी घुसपैठियों को रोका जाता था, लेकिन तब इसका नियम नहीं था। हममें हिम्मत है नियम बनाकर रोकने की’। उन्होंने कहा, ‘पूरी व्यवस्था को वैज्ञानिक तरीके से एक कानून में बांधने का काम किया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से ड्रग्स कार्टल, घुसपैठियों की कार्टल, हवाला व्यापारियों को समाप्त करने की व्यवस्था हम इस बिल में कर रहे हैं’। उन्होंने कहा कि अप्रवासियों से जुड़े कानून 1920, 1930 और 1946, ब्रिटेन की संसद में बने थे। भारत का कानून अब भारत की नई संसद में बन रहा।