चंडीगढ़। दिल्ली मार्च में तीन बार विफल रहने के बाद पंजाब व हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों ने सोमवार को ट्रैक्टर मार्च के जरिए ताकत दिखाई। इसके साथ ही किसानों ने एकजुटता का भी प्रदर्शन किया। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत हरियाणा पहुंचे और उन्होंने किसान आंदोलन का समर्थन किया। इस मौके पर उन्होंने एक रहने की अपील करते हुए कहा कि ‘बंटोगे तो लुटोगे’।
बहरहाल, शंभू बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में सोमवार को हरियाणा के अनेक हिस्सों में ट्रैक्टर मार्च निकाला गया। हरियाणा के हिसार, सोनीपत, चरखी दादरी, सिरसा, फतेहाबाद, कैथल और अंबाला में किसानों ट्रैक्टर मार्च निकाल प्रदर्शन किया। हांसी में किसान ट्रैक्टर पर रामायण टोल से मिनी सचिवालय तक गए। वहीं सोनीपत के खरखौदा में रोहणा बाइपास चौक से मार्च निकाला गया।
पंजाब में ट्रैक्टर मार्च निकालने की घोषणा नहीं हुई थी। यहां बुधवार, 18 दिसंबर को रेल रोको आंदोलन किया जाएगा। किसानों के रेल रोको आंदोलन पर हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने कहा कि किसानों को ट्रेनें नहीं रोकनी चाहिए। इससे आम लोगों को ही परेशानी होती है। बहरहाल, ट्रैक्टर मार्च की घोषणा के बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत सोमवार को हरियाणा के करनाल में पहुंचे। वहां उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन का फायदा इस समय भाजपा सरकार को हो रहा है। उन्होंने कहा कि अभी किसान पंजाब की जमीन पर हैं और पंजाब में सरकार आम आदमी पार्टी की है। आंदोलन कब खत्म होगा इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि ये आंदोलन चार से पांच महीने और चलेगा। साथ ही उन्होंने किसानों को नसीहत देते हुए कहा कि ‘बंटोगे तो लुटोगे’।