मुंबई। महाराष्ट्र के भावी मुख्यमंत्री के मामले में भाजपा नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान के बाद अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का बयान आया है। शिंदे ने अपने को मुख्यमंत्री पद की रेस से अलग बताया है। उन्होंने कहा है कि चुनाव के बाद सीएम महायुति का ही होगा लेकिन वे दावेदार नहीं हैं। गौरतलब है कि पिछले दिनों अमित शाह ने कहा था कि एकनाथ शिंदे अभी मुख्यमंत्री हैं लेकिन चुनाव के बाद महायुति की सरकार बनी तो मुख्यमंत्री का फैसला उस समय होगा। उन्होंने साफ कर दिया था कि शिंदे सीएम पद का चेहरा नहीं हैं।
उसके बाद अब महाराष्ट्र में मतदान से दो दिन पहले एकनाथ शिंदे ने रविवार को कहा कि वे सीएम पद की रेस में नहीं हैं। एक निजी न्यूज चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा कि अगला सीएम महायुति का ही होगा। एक दिन पहले ही महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस ने भी यही बात कहा था कि वे मुख्यमंत्री पद के या पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के दावेदार नहीं हैं।
बहरहाल, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आगे कहा- कांग्रेस की नीति फूट डालो राज करो की है। राहुल गांधी, बाला साहेब ठाकरे को हिंदू हृदय सम्राट कब कहेंगे? शिंदे ने कांग्रेस और उद्धव ठाकरे पर हमला करते हुए कहा- बाला साहेब ठाकरे कहते थे कि मैं अपनी पार्टी को कभी भी कांग्रेस नहीं बनने दूंगा, लेकिन उद्धव ठाकरे खुद के स्वार्थ और मुख्यमंत्री बनने के लिए कांग्रेस के साथ चले गए। शिंदे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारे का भी समर्थन किया। गौरतलब है की महाराष्ट्र की सभी 288 विधानसभा सीटों के लिए एक चरण में 20 नवंबर मतदान होगा। 23 नवंबर को नतीजे आएंगे।