पोर्ट लुई। मॉरीशस के दो दिन के दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ दोपक्षीय वार्ता की, जिसमें आठ समझौतों पर दस्तखत हुए। प्रधानमंत्री मॉरीशस के 57वें राष्ट्रीय दिवस समारोह में शामिल होने पहुंचे थे। गौरतलब है कि मॉरीशस को 12 मार्च 1968 को ब्रिटेन से आजादी मिली थी। यह राष्ट्रमंडल के तहत 1992 में गणतंत्र बना।
बुधवार, 12 मार्च को हुए राष्ट्रीय दिवस समारोह में भारतीय सेना की एक टुकड़ी, नौसेना का एक वॉरशिप और एयरफोर्स की आकाश गंगा स्काई डाइविंग टीम भी शामिल हुई। हालांकि इस दौरान बारिश ने समारोह में खलल डाला। दो दिन की इस यात्रा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मॉरीशस के सर्वोच्च पुरस्कार ‘द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ द इंडियन ओशन’ दिया गया। मोदी यह सम्मान पाने वाले पहले भारतीय हैं। किसी देश की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी को दिया गया यह 21वां अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है।
बहरहाल, भारत और मॉरीशस के प्रधानमंत्रियों के बीच बुधवार की सुबह दोपक्षीय बातचीत हुई। दोनों देशों के बीच आठ समझौते हुए हैं। बाद में प्रधानमंत्री मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमारे स्वतंत्रता के 57वें वर्षगांठ के राष्ट्रीय दिवस समारोह में अपनी उपस्थिति से हमें सम्मानित किया है। उनकी मौजूदगी दोनों देशों के बीच अच्छे संबंधों का सबूत है’।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर कहा, ‘140 करोड़ भारतीयों की ओर से मैं मॉरीशस के लोगों को उनके राष्ट्रीय दिवस पर बधाई देता हूं। यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे एक बार फिर मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस पर यहां आने का अवसर मिला। भारत और मॉरीशस सिर्फ हिंद महासागर से ही नहीं, बल्कि साझा संस्कृति और मूल्यों से भी जुड़े हुए हैं’। मोदी ने कहा कि उन्होंने भारत-मॉरीशस साझेदारी को ‘एनहैन्स्ड स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप’ का दर्जा देने का फैसला किया है। भारत मॉरीशस में नया संसद भवन बनवाने में मदद करेगा। इसे प्रधानमंत्री मोदी ने मॉरीशस के लिए ‘लोकतंत्र की जननी’ भारत की ओर से एक उपहार बताया।