नई दिल्ली। अलग अलग एजेंसियों के भारत की विकास दर का अनुमान घटाने के बीच भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक और बुरी खबर है। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक फरवरी में देश की औद्योगिक विकास दर में बड़ी गिरावट हुई और यह सात महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई। फरवरी में औद्योगिक विकास दर 2.9 फीसदी रही। इससे पहले जनवरी के महीने में ये पांच फीसदी थी। विनिर्माण और माइनिंग सेक्टर के खराब प्रदर्शन के कारण औद्योगिक विकास दर कम हुई है।
गौरतलब है कि औद्योगिक उत्पादन में विनिर्माण सेक्टर का तीन चौथाई से ज्यादा का योगदान है। जनवरी में भारत के विनिर्माण सेक्टर का आउटपुट 2.9 फीसदी कम हुआ है। ये पिछले महीने में 5.8 फीसदी था। वहीं माइनिंग सेक्टर के उत्पादन में फरवरी में 2.8 फीसदी की गिरावट देखी गई, जो चार महीने के निचले स्तर पर है। इसकी विकास दर जनवरी में 4.4 फीसदी थी।
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इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर में फरवरी में 3.6 की विकास दर रही। यही एक सेक्टर है, जिसमें जनवरी महीने के मुकाबले 1.2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक कंज्यूमर ड्यूरेबल्स जनवरी के 7.2 फीसदी के मुकाबले फरवरी में 3.9 फीसदी रही। इंफ्रास्ट्रक्चर गुड्स जनवरी में सात फीसदी के मुकाबले फरवरी में 6.4 फीसदी रही।
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