इम्फाल। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफा देने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने नया मुख्यमंत्री बनाने के लिए विधायकों से बातचीत शुरू कर दी है। जानकार सूत्रों का कहना है कि पार्टी किसी तरह से नए मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति बनाने का प्रयास कर रही है। इसका मकसद राज्य में राष्ट्रपति शासन की संभावना को टालना है। बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद से ही राष्ट्रपति शासन लगाने की चर्चा हो रही है। कुकी जो संगठनों की ओर से भी मांग की गई है बीरेन सिंह की जगह किसी अन्य को मुख्यमंत्री बनाने की बजाय राष्ट्रपति शासन लगाया जाए।
रविवार को बीरेन सिंह के इस्तीफा देने के बाद से पूर्वोत्तर में भाजपा के समन्वयक संबित पात्रा लगातार विधायकों और नेताओं से मिल रहे हैं। उन्होंने बीरेन सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले स्पीकर टी सत्यब्रत सिंह और राज्य सरकार के मंत्री रहे वाई खेमचंद्र सिंह के साथ बैठक की तो बीरेन सिंह के समर्थकों से भी उन्होंने मुलाकात की है। पार्टी चाहती है कि भाजपा के विधायक आम सहमति से मुख्यमंत्री तय कर लें। जब तक ऐसा नहीं होता है तब तक बीरेन सिंह ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे। पार्टी यह स्थिति भी ज्यादा दिन तक चलाना नहीं चाहती है और राष्ट्रपति शासन भी लगाने से बचना चाहती है।
इस बीच राज्य में शांति बहाली के लिए सेना की कार्रवाई भी तेज हो गई है। मणिपुर में सेना ने साझा अभियान में आठ उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। सेना ने सोमवार को बताया कि असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस ने दो से आठ फरवरी के बीच काकचिंग, थौबल, टेंग्नौपाल, विष्णुपुर, इंफाल ईस्ट और चंदेल जिलों में साझा ऑपरेशन चलाया था। इस दौरान उग्रवादियों से 25 हथियार और बड़ी मात्रा में गोला, बारूद बरामद किए गए हैं।