ढाका। बांग्लादेश में पिछले साल हुए तख्तापलट के बाद से हिंदुओं पर हमले का सिलसिला जारी है। अब कुछ अज्ञात लोगों ने एक बड़े हिंदू नेता की हत्या कर दी है। खबरों के मुताबिक, भाबेश चंद्र रॉय को गुरुवार दोपहर को उनके घर से अगवा किया गया और पीट पीटकर मार डाला गया। वे बांग्लादेश पूजा उद्यापन परिषद की बीराल इकाई के उपाध्यक्ष थे। हिंदू समुदाय में उनकी बड़ी पकड़ थी। पुलिस ने बताया कि वे ढाका से 330 किमी दूर दिनाजपुर के बसुदेवपुर गांव के रहने वाले थे।
भाबेश चंद्र रॉय की पत्नी शांतना ने बताया कि गुरुवार को करीब साढ़े चार बजे उनके पति को एक फोन आया था। फोन करने वाला सिर्फ यह जानना चाहता था कि भाबेश घर पर हैं या नहीं। इसके करीब आधे घंटे बाद दो बाइक पर सवार चार लोग उनके घर आए और भाबेश को जबरदस्ती उठाकर ले गए। चश्मदीदों के मुताबिक, उन्हें पास के नराबाड़ी गांव ले जाया गया और वहां बेरहमी से पीटा गया।
गुरुवार शाम को ही हमलावरों ने भाबेश को बेहोश हालत में वैन से उनके घर भिजवा दिया। पहले उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, फिर दिनाजपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बीराल पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी अब्दुस सबूर ने कहा कि इस मामले में केस दर्ज करने की तैयारी चल रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस संदिग्धों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए काम कर रही है। भाबेश की पत्नी शांतना ने कहा कि वह हमलावरों में से दो को पहचान सकती हैं। हालांकि पुलिस ने दो दिन बाद तक मुकदमा दर्ज नहीं किया था।
भारत ने अल्पसंख्यकों की रक्षा करने को कहा
बांग्लादेश के हिंदू नेता की हत्या की खबर पर भारत ने बांग्लादेश को नसीहत दी है। विदेश विदेश मंत्रालय ने इस मामले में बयान जारी कर कहा है, ‘हमें बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक नेता भाबेश चंद्र रॉय की किडनैपिंग और हत्या के बारे में जानकारी मिली है। यह हत्या बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के तहत हिंदू अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न का एक पैटर्न दिखती है। पहले भी ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिनमें आरोपी बिना सजा पाए आजादी से घूमते हैं’।