इस्लामाबाद। पाकिस्तान के फौजियों और खुफिया एजेंसियों के जवानों से भरी ट्रेन हाईजैक करने वाली बलूच लिबरेशन आर्मी यानी बीएलए के साथ पाकिस्तानी सेना की लड़ाई जारी है। पाकिस्तानी सेना ने ट्रेन छुड़ा लेने और बीएलए के सभी लड़ाकों को मार गिराने का दावा किया है लेकिन यह भी कहा जा रहा है कि बीएलए के लड़ाके कई बंधकों को अपने साथ पहाड़ियों में ले गए हैं। वहां से उनको छुड़ाने के लिए संघर्ष चल रहा है। दूसरी ओर बलूच आर्मी ने दावा किया है कि उसने एक सौ पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया है और अब भी डेढ़ सौ लोग उसके पास बंधक हैं।
पाकिस्तानी सेना का दावा है कि सुरक्षा बलों ने 27 लड़ाकों को मार गिराया है। बलूच लिबरेशन आर्मी के कब्जे से 214 बंधकों में से 155 को छुड़ा लिया गया है, जबकि 59 अब भी उनके कब्जे में हैं। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने बताया कि वायु सेना और सेना के जवान बलूच लड़ाकों को घेरे हुए हैं। विद्रोही विस्फोटक से लदे आत्मघाती जैकेट पहने हुए हैं, इससे बाकी बंधकों को रिहा कराने में मुश्किल हो रही है। वे इन्हें मानव शील्ड की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं।
यह भी खबर है कि पाकिस्तानी सरकार ने बलूचिस्तान में दो सौ ताबूत भेजे हैं। खबरों में कहा जा रहा है कि ताबूत भेजने का फैसला प्रोटोकॉल के तहत लिया गया है, ताकि इमरजेंसी हालात में इनका इस्तेमाल किया जा सके। गौरतलब है कि बीएलए ने मंगलवार को दोपहर एक बजे जाफर एक्सप्रेस पर हमला कर उसे हाईजैक कर लिया था। उसने 30 से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिकों को मारने का दावा भी किया। हालांकि पाकिस्तानी सेना इतने लोगों के मरने की पुष्टि नहीं कर रही है। बीएलए ने जेल में बंद बलूच कार्यकर्ताओं, राजनीतिक कैदियों, गायब लोगों, लड़ाकों और अलगाववादियों की बिना शर्त रिहाई की मांग की है। सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है।
हमले के कुछ घंटे बाद ही पाकिस्तानी सेना ने यात्रियों की रिहाई के लिए बचाव अभियान शुरू किया। लड़ाकों पर ड्रोन और हेलीकॉप्टर से हमला किया। इस बीच बीएलए की तरफ से एक ऑडियो भी जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि यह इंसाफ और जिंदा रहने की लड़ाई है। इसमें कहा गया है, ‘हम ट्रेन हाईजैक के इस ऑपरेशन में शामिल हुए हैं क्योंकि यह हमारे हक की लड़ाई है’। उधर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने बलूचिस्तान में ट्रेन पर हमले का निंदा की है। उन्होंने कहा कि चीन किसी भी तरह के आतंकवाद का विरोध करता है। माओ निंग ने कहा, ‘हम आतंकवाद से लड़ने और इलाके में स्थिरता बनाए रखने के लिए पाकिस्तान का समर्थन जारी रखेंगे’।