नई दिल्ली। आयुर्वेद के जनक धन्वतंरि की जयंती के मौके पर मंगलवार, 29 अक्टूबर को 70 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों के लिए पांच लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की सुविधा शुरू हो गई है। धनतेरस और आयुर्वेद दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना की शुरुआत की। इस योजना के तहत देश के छह करोड़ से ज्यादा बुजुर्गों को फायदा मिलेगा। केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को विस्तार देते हुए इसमें बुजुर्गों को शामिल किया है। हरियाणा और जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनाव के समय केंद्रीय कैबिनेट ने इसकी मंजूरी दी थी और महाराष्ट्र व झारखंड के चुनाव के बीच इसे लागू किया गया है।
बहरहाल, मंगलवार को इस योजना की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स में बुजुर्ग नागरिकों को आयुष्मान वय वंदन कार्ड सौंपा। इस मौके पर उन्होंने कहा- मुझे आज संतोष है कि इस योजना का विस्तार हो रहा है। चुनाव के समय मैंने गारंटी दी थी कि तीसरे कार्यकाल में 70 वर्ष से ऊपर के सभी बुजुर्गों को इस योजना के दायरे में लाया जाएगा। आज धनवंतरि जयंती पर ये गारंटी पूरी हो रही है। मोदी ने कहा- अब 70 साल से ज्यादा उम्र के हर बुजुर्ग को अस्पताल में मुफ्त इलाज मिलेगा। ऐसे बुजुर्गों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड दिया जाएगा। सरकार का प्रयास है कि यह काम जल्दी से जल्दी हो। ये ऐसी योजना है जिसमें आय की कोई पाबंदी नहीं है। हर कोई लाभार्थी बन सकता है।
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी और पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस की सरकार पर भी निशाना साधा और कहा- मैं दिल्ली और बंगाल के 70 साल के ऊपर के बुजुर्गों से क्षमा मांगता हूं कि उनकी सेवा नहीं कर पाऊंगा। आपको कष्ट होगा, लेकिन मैं मदद नहीं कर पाऊंगा। कारण, दिल्ली और बंगाल की सरकार इस योजना से नहीं जुड़ रही है। माफी मांगता हूं कि देशवासियों की सेवा कर पा रहा हूं, लेकिन राजनीतिक स्वार्थ दिल्ली, बंगाल में सेवा नहीं करने दे रहा। मेरे दिल में कितना दर्द होता होगा, मैं शब्दों में बयां नहीं कर पाऊंगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर 12,850 करोड़ की स्वास्थ्य परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया। उन्होंने वर्चुअल तरीके से मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, बिहार सहित 18 राज्यों में स्वास्थ्य परियोजनाएं शुरू कीं। प्रधानमंत्री ने ऋषिकेश एम्स से देश की पहली एयर एंबुलेंस संजीवनी की शुरुआत भी की।