नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल के चुनाव हारने के बाद शिव सेना के नेता उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने दिल्ली का दौरा किया। उन्होंने गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। उन्होंने विपक्षी पार्टियों के सभी नेताओं से एकजुट होने कहा। आदित्य़ ठाकरे ने कहा, ‘सभी विपक्षी सांसदों को सोचना चाहिए कि हमारा अगला कदम क्या होगा, क्योंकि हमारे लोकतंत्र में इलेक्शन अब फेयर और निष्पक्ष नहीं रह गए हैं’।
आदित्य ठाकरे ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘केजरीवाल ने 10 साल में बहुत काम किए हैं, जिन्हें जनता जानती है। भाजपा को चुनाव आयोग का आशीर्वाद था, इसी वजह से दिल्ली में जीती है। उसे चुनाव आयोग का आभार करना चाहिए। दिल्ली में काफी जगह वोट काटे गए थे, चुनाव आयोग ने लोगों से वोट डालने का अधिकार छीना है’। उन्होंने यह भी कहा कि ‘इंडिया गठबंधन का नेतृत्व संयुक्त है। कोई एक नेता नहीं है। यह अहंकार या किसी के लाभ की लड़ाई नहीं है, बल्कि देश के भविष्य की लड़ाई है’।
आदित्य ठाकरे ने चुनाव आयोग पर महाराष्ट्र, हरियाणा, ओडिशा और दिल्ली सहित कई राज्यों में मतदाता सूचियों में बड़े पैमाने पर हेराफेरी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने लोगों के वोट देने के अधिकार को छीन लिया है और वह इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए भी तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव देश के लिए जरूरी हैं। ठाकरे ने कहा, ‘सरकारें आती जाती रहती हैं, लेकिन रिश्ते बने रहते हैं। हमने केजरीवाल से दोस्ती के संकेत के तौर पर बैठक की’। इसमें संजय राउत और प्रियंका चतुर्वेदी भी मौजूद थे। मीटिंग में दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव और विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक के भविष्य पर चर्चा की।