नहीं। नया इंडिया एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा प्रकाशित हैं। नया इंडिया न डोनेशन/दान मांग
रहा हैं और न ले रहा है। इसलिए 80 जी प्रमाण पत्र का सवाल नहीं उठता। यह पेमेंट/
सबस्क्रीप्शन/सदस्यता वेबसाइट की कंटेंट सामग्री तक पहुंचने की 'बाईपास-सक्षम पेवॉल' से गुजरने
की तरह है। आपका योगदान हमारे खातों में राजस्व के रूप में बुक किया जाता है।
क्या आप इनवायस देते हैं?
भुगतान भागीदार (रेजरपे, पेटीएम, PayPal) सफल भुगतान करते ही आपको हमारी ओर से इनवायस भेजेंगे।
यही बात हमारी तरफ से भी दर्ज है। यदि किसी कारण से आपको एक अलग प्रारूप में चालान की आवश्यकता
है, तो अधिक विवरण के साथ जीएसटी अनुपालन चालान कहें, तो कृपया subscription@nayaindia.com पर
ईमेल के माध्यम से संपर्क करें।
क्या आप रिफंड/धनवापसी करते हैं?
नहीं। आप नया इंडिया के विजिटर, उसकी सामग्री के उपभोगकर्ता है। उसी सामग्री के लिए सपोर्ट,
सबस्क्राइब की भुगतान पेशकश में पेमेंट है इसलिए एक बार के भुगतान पर कोई रिफंड या रद्दीकरण
लागू नहीं है।
यदि मैं अब या आगे आपका सबस्क्रीप्शन नहीं चालू, सपोर्ट न करूं तो क्या मेरे पैसे वापस कर देंगे?
खेद है ऐसा संभव नहीं। मगर हां, आप जरूर ईमेल से लिख कर बताएं कि ऐसा विचार क्यों आया? यदि किसी
लेखक के विचारों पर गुस्सा हो कर, असहमति व कंटेंट से चिढ़ कर नया इंडिया से नाराजगी बनी है तो
अनुरोध है कि लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आजादी में सभी तरह के विचारों को पढ़ेंगे नहीं,
अलग-अलग नजरिए से गुरजेंगे नहीं तो देश, कौम और मानवता तमाम तरह के विचारों में सनातन सत्य तक
कैसे पहुंच सकेंगे? आपको सपोर्ट-सबस्क्राइब करने के लिए कह रहे है और यदि पेमेंट किया है तो वह
इसीलिए तो है कि नया इंडिया को पढे-देखे और जाने हुए है। We can’t return your earlier payment
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क्या आपको मौद्रिक सहायता प्रदान करने का कोई अन्य तरीका है? क्या आप नकद स्वीकार करते हैं?
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अलावा और किसी माध्यम से हम भुगतान स्वीकार नहीं करते हैं।
मैं नियमित योगदान देते रहना चाहता हूं। उम्रपर्यंत सपोर्टिव कंट्रीब्यूटर/ सबस्क्राइबर रहना चाहता
हूं?
ऐसा सोचने के लिए बहुत-बहुत घन्यवाद। देश के मौजूदा हालातों व लोकतंत्र की दशा-दिशा में नया
इंडिया के उम्रपर्यंत याकि दीर्घकालीन भविष्य की कामना का आपका ख्याल मन छू लेने वाला है। लेकिन
मोटी मोटी नया इंडिया को दीया माने और तात्कालिकता में समर्थन देते रहे है यही बहुत होगा।