Monday

28-04-2025 Vol 19

Sharad Purnima 2024: कब है शरद पूर्णिमा, इस दिन खीर की तुलना अमृत से क्यों…

Sharad Purnima2024 :  हिंदू धर्म में सभी तिथियों में पूर्णिमा तिथि को सबसे शुभ माना गया है, और इसका हिंदू पंचांग में विशेष महत्व है। पूर्णिमा का दिन किसी भी नए काम की शुरुआत के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इनमें भी शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व है, क्योंकि यह सीधे तौर पर भगवान श्रीकृष्ण की रासलीला से जुड़ी है। मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात को ही श्रीकृष्ण ने गोपियों के साथ महारास रचाया था।

यह भी कहा जाता है कि भगवान कृष्ण में 16 कलाएं थीं, और इसी दिन चंद्रमा भी अपनी पूर्ण 16 कलाओं के साथ प्रकट होता है, जो इस दिन को और भी खास बनाता है। इसलिए शरद पूर्णिमा को न केवल धार्मिक, बल्कि सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। (Sharad Purnima2024)

आइए जानते हैं कि 2024 में शरद पूर्णिमा कब है और इस दिन कौन-कौन से विधि-विधान अपनाए जाते हैं।

also read: पापांकुशा एकादशी कल, श्रीहरि को प्रसन्न करने के लिए करें यह काम

शरद पुर्णिमा की तिथि

इस वर्ष शरद पुर्णिमा की शुरुआत 16 अक्टूबर की रात 07.56 मिनट पर हो जाएगी. और इसका समापन अगले दिन 17 अक्टूबर की शाम को 04.37 मिनट पर होगा. इस दिन रात में चंद्रमा की पूजा की जाती है और प्रसाद में खीर खाई जाती है. चूंकि ये एक शुभ घड़ी है ऐसे में पूरे विधि-विधान से इस पूजा को करने का शुभ परिणाम लोगों को मिलता है और जीवन की परेशानियां दूर हो जाती हैं.

शरद पुर्णिमा पर पूजा का शुभ मुहूर्त

इस दिन चंद्रमा की पूजा की जाती है. इस बार पूजा का सही समय शाम को 05.05 मिनट पर शुरू हो जाएगा. ये चंद्रोदय का समय है. इस दौरान नहा-धोकर चंद्र देव की पूजा करनी चाहिए. कहा जाता है कि चंद्र देव पुर्णिमा वाले दिन अपनी 16 क्रियाओं में होते हैं और अपनी किरणों से सारा संसार जगमगा देते हैं. इस दिन रात को चंद्र की किरणों पर खीर चढ़ाते हैं और फिर खुले आसमान में ही उसे धारण भी करते हैं. ऐसा करना बेहद शुभ माना जाता है.

शरद पुर्णिमा पर क्यों खाते हैं खीर

शरद पुर्णिमा के दिन खीर खाना बहुत शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि इस दिन किसी भी नए कार्य की शुरुआत करना बहुत लाभदायक सिद्ध होता है. कहा जाता है कि पुर्णिमा की रात को चांद पूरी 16 कलाओं से युक्त होता है. ऐसे में चांद की किरणों से अमृत वर्षा होती है. इसके औषधीय गुणों की वजह से ही इस दिन खुले आसमान में खीर खाई जाती है. इससे इंसान की सेहत बढ़िया होती है और उसे सभी बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है.

NI Desk

Under the visionary leadership of Harishankar Vyas, Shruti Vyas, and Ajit Dwivedi, the Nayaindia desk brings together a dynamic team dedicated to reporting on social and political issues worldwide.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *