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01-03-2025 Vol 19

धर्म ही नहीं साइंस भी कहता है सावन माह में मांस-मछली और मदिरा का सेवन ना करें..

sawan2024: हिंदू धर्म के अनुसार श्रावण का महीना बेहद खास और पवित्र माना जाता है. इस माह में भगवान शिवशंकर और माता पार्वती की अराधना की जाती है. सावन के महीने में शिवभक्त अपने अराध्य को प्रसन्न करने के लिए कावड़ यात्रा भी निकालते है. इस महीने में सभी बुरी चीजों का त्याग कर देना चाहिए. आप व्रत का पालन करें या ना करें लेकिन आपको बुरी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. अन्यथा आपका व्रत फलित नहीं होगा. इस समय शराब पीने और मीट खाने को सख्त मना किया जाता है. (sawan2024) आइए जानते हैं कि साइंस के नजरिए में सावन में मीट और शराब छोड़ना कितना सही है.

 

धर्म के हिसाब से लोगों का मानना है कि सावन के महीने में मीट खाना और मदिरा का सेवन करना पाप है. सावन के महीने में यदि कोई मांस और मदिरा का सेवन करता है तो उस पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ता है. केवल धर्म ही नहीं, बल्कि साइंस भी मानती है कि सावन में सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए. सावन में तामसिक भोजन शराब, मीट, तेल मसाले आदि का सेवन नहीं करना चाहिए. सावन के महीने में बारिश से वातावरण में फंगस, फफूंदी और फंगल इंफेक्शन बढ़ने लगते हैं. नमी का मौसम वायरस और कीटाणुओं के लिए प्रजनन की अनुकूल स्थिति होता है. इसलिए इस समय खाने-पीने का सामान जल्दी खराब होने लगता है.

कमजोर इम्युनिटी

आयुर्वेद के अमुसार सावन के महीने में शरीर की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है. शराब-मांस या तेल और तीखा खाने से हमारा पाचन तंत्र पर प्रभाव पड़ेगा और इन्हें पचाना मुश्किल हो जाएगा. पाचन शक्ति कमजोर होने से मांसाहापी भोजन आंतों में सड़ने लगता है. इससे इम्युनिटी पर भी बुरा असर पड़ेगा. नॉनवेज और मसालेदार खाना एक तरह से बीमारियों का कारण बन सकता है. आयुर्वेद सलाह देता है कि सावन महीने में हल्का खाने का सेवन करना चाहिए. जो आसानी से पच जाए. सावन में सोमवार के व्रत को भी इम्यूनिटी और पाचन शक्ति कमजोर होने से ही जोड़ा जाता है.माना जाता है कि बारिश के मौसम में नॉनवेज खाने से संक्रामक बीमारियों का शिकार होने का खतरा ज्यादा रहता है.

जानवर भी हो जाते हैं बीमार

सावन का महीना जानवरों की सेहत के लिए भी ठीक नहीं रहता. जानवर जो घास-फूस खाते हैं, उसके साथ अनजाने में बहुत सारे जहरीले कीड़े भी निगल लेते हैं. इससे जानवर बीमार हो जाते हैं. उनके शरीर में संक्रमण फैल जाता है. ऐसे जानवरों का मांस इंसानों के शरीर के लिए बहुत ही नुकसानदायक साबित होता है. जल और स्थलीय दोनों तरह के सैकड़ों जानवरों के प्रजनन के लिए सावन का मौसम अच्छा माना जाता है. ज्यादातर जीव इसी माह ब्रीडिंग करते हैं. यदि कोई ऐसा जीव खाता है जो प्रेग्नेंट है तो उससे शरीर को नुकसान पहुंचेगा. रिपोर्ट के मुताबिक, इस दौरान प्रेग्नेंट जीव के शरीर में हार्मोनल डिस्टरबेंस होता है जिससे भविष्य में कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं.

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