जम्मू। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के लिए जम्मू कश्मीर में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। यात्रा का नेतृत्व कर रहे राहुल गांधी भी सुरक्षा एजेंसियों की ओर से दिए जा रहे निर्देशों का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं। कांग्रेस के महासचिव और संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा है कि कांग्रेस के लिए राहुल गांधी की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसलिए सुरक्षा एजेंसियां जैसा कह रही हैं वैसा ही किया जा रहा है। गौरतलब है कि राहुल की यात्रा बुधवार को जम्मू कश्मीर पहुंची है और 30 जनवरी को श्रीनगर में इसका समापन होगा।
इससे पहले रविवार को कठुआ जिले के हीरानगर से कड़ी सुरक्षा के बीच यात्रा शुरू हुई। शनिवार को ब्रेक के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में हीरानगर से सुबह सात बजे यात्रा रवाना हुई। जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष विकार रसूल वानी, कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला और हजारों कार्यकर्ताओं के साथ तिरंगा लेकर राहुल गांधी ने सुबह आठ बजे लोंदी चेक प्वाइंट पार किया। यात्रा सांबा जिले के तपयाल-गगवाल में प्रवेश कर चुकी है।
गौरतलब है कि शनिवार को नरवाल में दो धमाके हुए था, जिसमें नौ लोग घायल हुए थे। उसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने सुरक्षा अलर्ट जारी किया है। एनआईए की टीम जांच के लिए पहुंच गई है। इस बीच रविवार को उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी इस बैठक में शामिल हुए। इसमें नरवाल में हुए धमाके की जानकारी उप राज्यपाल को दी गई और सुरक्षा बंदोबस्तों की समीक्षा की गई। राहुल की यात्रा में सुरक्षा कारणों के चलते जम्मू-पठानकोट हाईवे को सील किया गया है।
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सड़क से बाहर दोनों तरफ इंतजार कर रहे कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने राहुल का जोरदार स्वागत किया। रविवार की यात्रा 25 किलोमीटर चल कर चक नानक पहुंची, जहां रात को विश्राम हुआ। सोमवार को सांबा के विजयपुर से यात्रा फिर जम्मू के लिए रवाना होगी। यात्रा का समापन 30 जनवरी को श्रीनगर में होगा।