नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी लंदन से लौट आए हैं और आते ही उन्होंने केंद्र सरकार और भाजपा पर जोरदार हमला किया। उन्होंने गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे अदानी के मुद्दे से डरे हुए हैं। राहुल ने एक बार प्रधानमंत्री से पूछा कि वे बताएं कि अदानी के साथ उनका क्या रिश्ता है? राहुल ने दोहराया कि प्रधानमंत्री विदेश जाते हैं और फिर उन देशों में अदानी को ठेके मिलते हैं। उन्होंने गुरुवार को स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात कर संसद में अपनी बात रखने के लिए समय मांगा।
राहुल गांधी ने लंदन में दिए अपने भाषण पर संसद में हो रहे हंगामे को लेकर भी सफाई दी। उन्होंने कहा कि सब कुछ ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने देश का अपमान करने वाली एक भी बात नहीं कही है। राहुल ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा- मेरे भाषण में ऐसी कोई चीज नहीं थी जो मैंने पब्लिक रिकॉर्ड से नहीं निकाली। सब कुछ यहां-वहां से जुटाया था। यह पूरा मामला ध्यान भटकाने का है। उन्होंने आगे कहा- दरअसल, प्रधानमंत्री अदानी के मुद्दे से डरे हुए हैं। वे बताएं कि अदानी से उनका क्या रिश्ता है। राहुल ने कहा- अदानी को श्रीलंका, बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया में ठेके मिल रहे हैं। प्रधानमंत्री जी और ऑस्ट्रेलिया के पीएम के बीच क्या बात हुई पीएम जी उसके जवाब नहीं दे पाए।
लंदन जाकर देश का अपमान करने के भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए राहुल ने कहा कि वे इसका विस्तार से जवाब संसद में देंगे। उन्होंने कहा- मैं सांसद हूं और संसद मेरा मंच है। उन्होंने गुरुवार को कहा- मैं लोकसभा का सदस्य हूं। मेरी जिम्मेदारी अपनी बात संसद में रखने की है। मुझे कल संसद में अगर बोलने का मौका मिलता है तो वहां मैं डिटेल में इस विषय पर अपनी बात रखूंगा। हालांकि लगता है कि वे मुझे पार्लियामेंट हाउस में बोलने नहीं देंगे।
संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में पहली बार संसद भवन पहुंचे राहुल गांधी संसद भन के बाहर मीडिया से कहा- मैंने लंदन में भारत के खिलाफ कुछ नहीं कहा था। अगर संसद में मुझे बोलने का मौका मिलेगा, तो मैं अपनी बात रखूंगा। उन्होंने आगे कहा- मेरा बोलना भाजपा को पसंद नहीं आता है। राहुल गांधी ने गुरुवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से भी मुलाकात की और लंदन के बयान पर अपना पक्ष संसद में रखने के लिए वक्त मांगा।