नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक से शुक्रवार को सीबीआई ने पूछताछ की। सीबीआई की एक टीम शुक्रवार को उनके घर पहुंची थी, जहां, उनसे कथित बीमा घोटाले के बारे में पूछताछ हुई। गौरतलब है कि मलिक ने आरोप लगाया है कि वे जब जम्मू कश्मीर के राज्यपाल थे तब एक निजी बीमा कंपनी से जुड़ी एक फाइल उनके पास लाई गई थी, जिसमें उन्हें तीन सौ करोड़ रुपए की रिश्वत की पेशकश की गई थी।
इस मामले में पूछताछ के लिए कुछ समय पहले सीबीआई ने सत्यपाल मलिक को नोटिस भेजा था। सीबीआई ने अपने नोटिस में मलिक से भ्रष्टाचार के मामले को लेकर पूछताछ में शामिल होने को कहा था। सत्यपाल मलिक से सीबीआई ने जम्मूकश्मीर में दो परियोजनाओं में कथित गड़बड़ियों के संबंध में पूछताछ की है। इन मामलों को लेकर दो केस भी दर्ज किए थे। ये मामले तब दर्ज किए गए थे, जब मलिक जम्मूकश्मीर में राज्यपाल थे।
अक्टूबर 2021 में सत्यपाल मलिक ने दावा किया था कि आरएसएस के एक नेता से जुड़ी एक फाइल को क्लियर करने के लिए उन्हें कथित तौर पर तीन सौ करोड़ रुपए की रिश्वत की पेशकश की गई थी। ये रिश्वत दो परियोजनाओं की फाइल को लेकर दी जा रही थी। इसमें से एक अनिल अंबानी समूह की कंपनी की थी और दूसरी आरएसएस के एक नेता की। उन्होंने कहा था कि दोनों विभागों द्वारा बताया गया कि ये एक घोटाला है फिर उन्होंने उसी के आधार पर दोनों सौदे रद्द कर दिए। इसे लेकर सीबीआई ने दो एफआईआर दर्ज किए थे।
गौरतलब है कि सत्यपाल मलिक पिछले कुछ समय से केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। उन्होंने केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ धरने पर बैठे किसानों के समर्थन में भी कई बार बयान दिया था। उस दौरान केंद्र सरकार द्वार पास किए बिल का विरोध भी किया था। पिछले दिनों उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों के साथ साथ पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए हमले का मुद्दा भी उठाया था और यह भी कहा था कि उस समय इस मसले पर प्रधानमंत्री ने उनको चुप रहने के लिए कहा था।