नई दिल्ली। शोर शराबे के बीच केंद्र सरकार ने शुक्रवार को लोकसभा से वित्त विधेयक पास करा लिया। इससे एक दिन पहले गुरुवार को 45 लाख करोड़ रुपए का आम बजट पास हुआ था। बिना किसी बहस के 10 मिनट से भी कम समय में बजट पास हो गया था। उसके एक दिन बाद वित्त विधेयक भी पास हो गया। इस तरह निचले सदन में बजट पास कराने की प्रक्रिया पूरी हो गई। अब यही प्रक्रिया राज्यसभा में दोहराई जाएगी। बहरहाल, शुक्रवार को भी दोनों सदनों में हंगामा जारी रहा और कार्यवाही 27 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई।
इससे पहले शुक्रवार को संसद में बजट सत्र के दूसरे चरण के नौवें दिन भी विपक्ष का हंगामा जारी रहा। सुबह लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया। विपक्षी सांसद तख्तियां लेकर वेल में पहुंच गए और अडानी मुद्दे पर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस हंगामे के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त विधेयक पेश किया और नारेबाजी को नजरअंदाज करके वित्त विधेयक 2023 पर वोटिंग कराई गई और इसे पास कर दिया गया। लोकसभा की कार्यवाही 45 मिनट तक चली और फिर कार्यवाही 27 मार्च सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा में भी कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी पार्टियों ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष के सांसदों ने अदानी मुद्दे की जांच के लिए जेपीसी बनाने की मांग जारी रखी, जिस पर पिछले आठ दिन से हंगामा हो रहा है। हंगामे की वजह से पहले कार्यवाही दोपहर ढाई बजे तक और उसके बाद 27 मार्च सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी गई। बहरहाल, लोकसभा में वित्त विधेयक पेश करने के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त सचिव की अध्यक्षता में एक समिति बनाने का ऐलान किया। ये समिति पेंशन के मुद्दे पर कर्मचारियों के हितों की समीक्षा करेगी।