लखनऊ। संभल में मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के चार महीने बाद जामा मस्जिद के सदर जफर अली को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर भीड़ को भड़काकर दंगा कराने का आरोप है। पुलिस ने गिरफ्तार कर जफर अली को चंदौसी कोर्ट में पेश किया। अदालत में पेशी के दौरान जफर अली ने हिंसा भड़काने से इनकार किया। इसके बाद अदालत ने उनको जेल भेजने का आदेश दिया।
इससे पहले पुलिस ने जफर अली को रविवार सुबह 11 बजे घर से पूछताछ के लिए थाने ले गई थी। करीब चार घंटे पुलिस ने उनसे कोतवाली में पूछताछ की। पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार के करके पुलिस उनको ले जाने लगी तो उनके साथी वकीलों ने पुलिस की गाड़ी का पीछा किया। गौरतलब है कि जफर अली का घर मस्जिद से सिर्फ एक सौ मीटर दूर है। इसलिए तनाव को देखते हुए इलाके में दो सौ से ज्यादा जवान तैनात किए गए थे। पांच थानों की पुलिस जामा मस्जिद इलाके में तैनात है।
गिरफ्तारी के बाद जफर अली को रैपिड रिएक्शन फोर्स के करीब 50 जवानों और पुलिस वालों की सुरक्षा में पुलिस जीप में बैठाया गया। जिस समय जफर अली को चंदौसी की एडीजे कोर्ट द्वितीय ले जाया जा रहा था, सड़क के दोनों तरफ आरएएफ के जवान मुस्तैद रहे। उनके अलावा पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारी भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए रास्ते में और अदालत में तैनात थे।