चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अपने राज्य के लोगों को जल्दी से जल्दी और ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने को कहा है। लोकसभा सीटों के परिसीमन को लेकर चल रहे विवाद के बीच स्टालिन ने तमिलनाडु के लोगों को राज्य की लोकसभा सीटें बचाने का मंत्र देते हुए कहा है कि ज्यादा बच्चे होंगे तभी ज्यादा सांसद रहेंगे। उन्होंने सोमवार को कहा, ‘पहले हम कहते थे, आराम से बच्चे पैदा करो, लेकिन अब हालात बदल गए हैं, इसलिए तुरंत बच्चे पैदा करने की जरूरत है’।
गौरतलब है कि अगले साल लोकसभा सीटों के परिसीमन की चर्चा है। अगर जनसंख्या के आधार पर सीटें तय होती हैं तो दक्षिण भारत के राज्यों को नुकसान हो सकता है। हालांकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि किसी भी दक्षिणी राज्य की सीट नहीं घटेगी। इस बीच सोमवार को मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा, ‘राज्य में जनसंख्या के आधारित परिसीमन होने से राज्य की लोकसभा सीटें घट सकती हैं, जिससे राज्य का पॉलिटिकल रिप्रेजेंटेशन कम हो जाएगा। तमिलनाडु की सफल फैमिली प्लानिंग पॉलिसी अब राज्य के लिए नुकसानदायक साबित हो रही है’।
इस बीच स्टालिन ने परिसमीन और अन्य मसलों पर चर्चा के लिए पांच मार्च को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। उन्होंने सभी विपक्षी दलों से इसमें शामिल होने की अपील करते हुए कहा कि इस मुद्दे पर हमें एकजुट होकर अपने अधिकारों की रक्षा करनी होगी। बहरहाल, स्टालिन सोमवार को नागपट्टिनम जिले के पार्टी के सचिव की शादी की सालगिरह के समारोह में शामिल होने पहुंचे थे। वहीं पर उन्होंने राज्य की जनता से ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने की अपील की।
इससे पहले 25 फरवरी को हुई कैबिनेट बैठक के बाद भी मुख्यमंत्री स्टालिन ने इस बात पर जोर दिया था कि तमिलनाडु में परिवार नियोजन और जनसंख्या नियंत्रण की नीति को सफलतापूर्वक लागू करने से राज्य अब नुकसान की स्थिति में है। अगर जनसंख्या जनगणना के आधार पर परिसीमन लागू होता है तो तमिलनाडु को आठ सांसद खोने पड़ेंगे। इससे संसद में तमिलनाडु का प्रतिनिधित्व कम हो जाएगा। इससे पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू भी अपने राज्य के लोगों से ज्यादा बच्चे पैदा करने की अपील कर चुके हैं। उन्होंने तो ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करने की योजना भी घोषित की है।