Wednesday

02-04-2025 Vol 19

प्रज्ज्वल छह दिन के लिए एसआईटी की हिरासत में

बेंगलुरू। कर्नाटक सेक्स स्कैंडल के मुख्य आरोपी और जेडीएस के सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना को बेंगलुरू की एक अदालत ने शुक्रवार को छह दिन के लिए एसआईटी की हिरासत में भेज दिया।  इससे पहले वे गुरुवार रात 35 दिन बाद जर्मनी से भारत पहुंचे थे। बेंगलुरु के कैम्पेगौड़ा हवाईअड्डे पर विमान उतरने के बाद रात करीब एक बजे एसआईटी उनको गिरफ्तार कर लिया था। प्रज्ज्वल को पुलिस टीम सीआईडी ऑफिस ले गई, जहां उन्हें रात भर रखा गया था। प्रज्वल को गिरफ्तार करने के लिए महिला पुलिस भेजी गई थी। 

गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार की सुबह पूछताछ से पहले एसआईटी की टीम प्रज्वल को बॉरिंग और लेडी कर्जन हॉस्पिटल में मेडिकल के लिए ले जाया गई थी। मेडिकल जांच के बाद प्रज्ज्वल को मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया गया। एसआईटी ने प्रज्ज्वल की मां भवानी रेवन्ना से पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है। टीम ने ने उन्हें एक जून को होलेनरसीपुर में अपने घर पर मौजूद रहने कहा है। 

गौरतलब है कि प्रज्ज्वल अपने दादा और देश के पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा की पारंपरिक हासन लोकसभा सीट से सांसद हैं और इस बार भाजपा के साथ गठबंधन में वे फिर से इसी सीट से चुनाव लड़े हैं। उनके खिलाफ तीन महिलाओं से यौन उत्पीड़न के तीन मामले दर्ज हैं। वे 26 अप्रैल को वोटिंग के बाद जर्मनी चले गए थे। उनके दादा एचडी देवगौड़ा ने नाराजगी जताते हुए उनकी वापसी की अपील की थी। 

बहरहाल, बताया गया है कि फोरेंसिक टीम प्रज्ज्वल का ऑडियो सैंपल भी लेगी, जिससे पता लगाया जा सके कि वायरल वीडियो में सुनाई रही आवाज प्रज्ज्वल की है या नहीं। भारत आने से पहले प्रज्ज्वल ने सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका भी लगाई गई थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। इससे पहले प्रज्ज्वल रेवन्ना ने 27 मई को वीडियो जारी करके कहा था- मैं 31 मई को एसआईटी के सामने पेश हो जाऊंगा। मेरे खिलाफ लगे सभी आरोप झूठे हैं। मुझे अदालत पर भरोसा है और विश्वास है कि मैं अदालत के जरिए झूठे मामलों से बाहर आऊंगा।

NI Desk

Under the visionary leadership of Harishankar Vyas, Shruti Vyas, and Ajit Dwivedi, the Nayaindia desk brings together a dynamic team dedicated to reporting on social and political issues worldwide.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *