जयपुर। राजस्थान में हर घर जल पहुंचाने के मिशन के तहत अब तक ग्रामीण क्षेत्रों (rural houses) में 32 लाख 16 हजार घरों तक नल कनेक्शन (tap connections) कर दिए गए हैं। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि वर्ष 2024 तक प्रदेश में गांवों के हर घर तक नल पहुंचे, जिससे ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों को पीने के साफ पानी (water) के लिए दूर-दराज क्षेत्रों में न भटकना पड़े और ना ही पानी की अनुपलब्धता के कारण गांवों से पलायन करना पड़े।
ग्रामीण इलाकों के निवासियों को भी शहरों की तरह ही घरों में पानी का कनेक्शन मिले और स्वच्छ जल उपलब्ध हो, इसी उद्देश्य के साथ अगस्त, 2019 में जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) की शुरूआत की गई। मिशन के तहत प्रदेश सरकार द्वारा अभी तक 11 हजार 422 करोड़ रुपए की लागत से 32 लाख 16 हजार ग्रामीण घरों तक नल कनेक्शन पहुंचाए गए हैं। सिर्फ दिसम्बर 2022 में एक माह में 1 लाख 15 हजार से अधिक कनेक्शन दिए गए हैं।
इस वित्तीय वर्ष में 6 लाख 89 हजार घरों में नल कनेक्शन
राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता और तत्परता के साथ हर घर जल के सपने को साकार करने की दिशा में काम कर रही है। इसी का परिणाम है कि इस वित्तीय वर्ष में दिसम्बर माह तक प्रदेश में 5 हजार 18 करोड रुपए की लागत से 6 लाख 89 हजार 392 ग्रामीण घरों में नल कनेक्शन पहुंचाया गया है। घरों में पानी के कनेक्शन से जहां लोगों को स्वच्छ जल सुलभ हुआ है, वहीं गांवों की महिलाओं को भी रोज दूर-दराज की जगहों से पानी सिर पर ढोकर लाने के संकट से मुक्ति मिली है।
पानी के लिए नहीं पड़ेगा भटकना
किरतपुरा गांव निवासी ओम प्रकाश बताते हैं कि जल जीवन मिशन के तहत उन्हें अपनी पत्नी के नाम से नल का कनेक्शन मिला है। वे कहते हैं कि जब से उनके घर नल का पानी आना शुरू हुआ है, उनका पूरा परिवार राहत महसूस कर रहा है। खास तौर पर उनकी पत्नी की जिन्दगी में तो बहुत बड़ा बदलाव आ गया है। पहले उनकी पत्नी को पीने के पानी की व्यवस्था के लिए 2 किलोमीटर दूर स्थित कुएं से पानी भरकर लाना पड़ता था। इस मेहनत भरे काम के कारण अक्सर उनकी पत्नी की तबियत भी खराब हो जाती थी। अब घर पर नल आने से उनकी पत्नी को रोज पानी लाने की दौड़-भाग से मुक्ति मिल गई है और जीवन आसान हो गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने उन्हें और उनके परिवार वालों को स्वच्छ जल उपलब्ध करवाकर उनके स्वास्थ्य की भी रक्षा की है। ओमप्रकाश इस संवेदनशील पहल के लिए राज्य सरकार का लाख-लाख धन्यवाद करते हैं।