नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के विधायकों को नसीहत दी है। दिल्ली में बुलाई गई बैठक में केजरीवाल ने विधायकों से कहा कि वे मुद्दों की पहचान करें और जनता के हित के कामों पर ध्यान लगाएं। इससे पहले दिल्ली में पंजाब के विधायकों की मीटिंग बुलाने को लेकर कई तरह की चर्चाएं हुईं। परंतु मीटिंग में भाग लेने दिल्ली पहुंचे विधायकों ने कहा कि मुख्यमंत्री नहीं बदला जाएगा और न पार्टी में कोई फूट होने वाली है। गौरतलब है कि कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा था कि आप के 30 विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं।
बहरहाल, दिल्ली में मंगलवार को कपूरथला हाउस में हुई बैठक में अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के विधायकों और अन्य नेताओं से संवाद किया। पार्टी का कहना है कि दिल्ली की हार का मनोवैज्ञानिक असर पंजाब के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर न हो इसके लिए यह बैठक बुलाई गई थी। बैठक में करीब आधे घंटे तक अरविंद केजरीवाल ने नेताओं से बात की और उनका हौसला बढ़ाया। मीटिंग के दौरान उन्होंने नेताओं से तीन बातें कहीं। उन्होंने कहा, ‘लोगों से जुड़ो, मुद्दों को पहचानों और डटकर लड़ो’। पार्टी के जानकार सूत्रों ने कहा कि पंजाब से आम आदमी पार्टी के सभी 92 विधायक मीटिंग में पहुंचे थे।
मीटिंग के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, ‘दिल्ली चुनाव में गुंडागर्दी और पैसा चला। हमें हर घंटे चुनाव आयोग के पास जाना पड़ा। उन्हें बताना पड़ता था कि जैकेट बांट रहे हैं, पैसा बांट रहे हैं।’ मान ने कांग्रेस के विधायकों के पार्टी बदलने और अरविंद केजरीवाल के पंजाब का मुख्यमंत्री बनने की कोशिश के आरोपों को हंसी में उड़ाते हुए कहा, ‘विपक्ष पौने तीन साल से ऐसा बोल रहा है। उनसे पूछ लो, दिल्ली में उनके कितने विधायक हैं? वह तो शुरू से कह रहे हैं कि 30 आ रहे हैं, 40 आ रहे हैं। हमने अपने खून पसीने से पार्टी बनाई है। इन्हें बोलने दो। उनके पास पार्टियां बदलने का कल्चर है। हमारे यहां ऐसा नहीं है।’
इस मीटिंग के शुरू होने से पहले एजेंडे को लेकर कयास लगाए जा रहे थे। दिल्ली पहुंचे आप विधायकों ने माना कि उन्हें मीटिंग का एजेंडा नहीं बताया गया था। मगर साथ ही यह भी कहा कि इतना तय है कि न तो पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान को बदला जाएगा और न ही कोई विधायक टूटेगा। मुख्यमंत्री और सभी मंत्रियों के साथ साथ स्पीकर और विधायक बैठक में शामिल हुए। मनीष सिसोदिया भी बैठक में मौजूद रहे।