प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी पॉडकास्टर लैक्स फ्रिडमैन के साथ तीन घंटे के लंबे इंटरव्यू में देश और दुनिया के तमाम मसलों पर खुल कर बोले। (pm modi podcast )
उन्होंने गोधरा कांड और गुजरात दंगों पर बात की तो पाकिस्तान व चीन के साथ भारत के संबंधों पर भी बोले। रूस और यूक्रेन युद्ध समाप्त कराने की पहल में अपनी भूमिका के बारे में बात की तो संयुक्त राष्ट्र संघ जैसे वैश्विक संगठनों की विफलता पर भी बोले।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि वे अपनी हर तरह की आलोचना का स्वागत करते हैं क्योंकि वे मानते हैं कि यह लोकतंत्र की ताकत है।
गोधरा कांड और गुजरात दंगों को लेकर मोदी ने कहा, ‘24 फरवरी 2002 को मैं पहली बार निर्वाचित प्रतिनिधि बना और 27 फरवरी, 2002 को गोधरा कांड हुआ, जिसने प्रदेश में हिंसा भड़का दी’। (pm modi podcast )
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एक नया अध्याय शुरू करेंगे (pm modi podcast)
उन्होंने कहा कि गुजरात में 2002 से पहले भी ढाई सौ से अधिक दंगे हो चुके थे। 1969 का दंगा छह महीने तक चला था। मोदी ने कहा, ‘2002 के दंगे दुखद थे, लेकिन उसके बाद राज्य में स्थायी शांति बनी। सरकार के खिलाफ कई आरोप लगाए गए, लेकिन न्यायपालिका ने दो बार जांच के बाद उन्हें निर्दोष करार दिया’।
पाकिस्तान को लेकर मोदी ने कहा, ‘2014 में मैं जब पहली बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाला था तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को विशेष रूप से आमंत्रित किया था। (pm modi podcast)
उम्मीद थी कि दोनों देश एक नया अध्याय शुरू करेंगे। हालांकि शांति का हर नेक प्रयास का सामना दुश्मनी और विश्वासघात से हुआ’। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लोग शांति चाहते हैं।
वे भी संघर्ष, अशांति और निरंतर आतंक में रहने से थक गए होंगे। मोदी ने कहा, ‘हम पूरी ईमानदारी से आशा करते हैं कि पाकिस्तान को एक दिन सद्बुद्धि आएगी और वह शांति का रास्ता अपनाएगा’। (pm modi podcast )
अपनी आलोचना से जुड़े एक सवाल पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मैं किसी भी तरह की आलोचना का स्वागत करता हूं। मेरा दृढ़ विश्वास है कि यह लोकतंत्र की आत्मा है’। प्रधानमंत्री मोदी का लेक्स फ्रिडमैन के साथ तीन घंटे का इंटरव्यू रविवार को प्रसारित हुआ।
इसमें उन्होंने कहा, मेरी ताकत मेरे नाम में नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों और देश की कालातीत संस्कृति और विरासत के समर्थन में निहित है। जब मैं विश्व के नेताओं से हाथ मिलाता हूं, तो ऐसा मोदी नहीं बल्कि 1.4 अरब भारतीय करते हैं’। (pm modi podcast)
मेरा पक्ष शांति का
प्रधानमंत्री ने वैश्विक नियमों को लागू करने में संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों की विफलता की आलोचना करते हुए कहा, ‘स्थिरता बनाए रखने के लिए बनाई गई संस्थाएं प्रासंगिकता खो रही हैं। (pm modi podcast)
जो लोग कानूनों की अनदेखी करते हैं, उन्हें कोई परिणाम नहीं भुगतना पड़ता’। चीन के साथ संबंधों पर उन्होंने कहा, ‘हमारे संबंध भविष्य में भी इसी तरह मजबूत बने रहेंगे।
राष्ट्रपति शी के साथ मेरी बैठक के बाद हमने सीमा पर सामान्य स्थिति की वापसी देखी है। हम 2020 से पहले के स्तर पर स्थितियों को बहाल करने के लिए काम कर रहे हैं’। (pm modi podcast)
रूस और यूक्रेन युद्ध को लेकर मोदी ने कहा, ‘हम संघर्ष के पक्ष में नहीं है। हम शांति चाहते हैं। इसमें अगर कोई भूमिका अदा कर सकते हैं तो हम करते हैं’। उन्होंने कहा, ‘मेरा रूस और यूक्रेन दोनों के साथ घनिष्ठ संबंध है।
मैं राष्ट्रपति पुतिन के सामने बैठकर मीडिया से कह सकता हूं कि ये वॉर का समय नहीं है। मैं जेलेंस्की को भी एक मित्रभाव से उनको कहता हूं कि भाई दुनिया कितनी ही आपके साथ खड़ी क्यों न हो जाए।
परिणाम युद्ध भूमि पर नहीं बातचीत से ही निकलने वाला है’। उन्होंने कहा, ‘युद्ध के चलते पूरी दुनिया को नुकसान हुआ है। मैं न्यूट्रल नहीं हूं, मेरा पक्ष शांति का है’। (pm modi podcast)