इम्फाल। कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू होने से पहले मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है। म्यांमार की सीमा पर मोरेह में गोलीबारी और सुरक्षा बलों पर हमले की घटनाओं के बाद अब एक ही गांव के चार लोगों की हत्या कर दिए जाने की खबर आई है। चारों लोग मैती समुदाय के हैं। बताया जा रहा है कि संदिग्ध उग्रवादियों ने चारों लोगों की हत्या की है। पुलिस ने तीन लोगों के शव बरामद होने की पुष्टि की है, जबकि चौथे व्यक्ति के बारे में बताया गया है कि वह अभी लापता है।
गौरतलब है कि मणिपुर में पिछले नौ महीने से जातीय हिंसा चल रही है, जिसमें अब तक करीब दो सौ लोगों की मौत हो चुकी है। हिंसा के इस नए दौर के बीच 14 जनवरी को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू होने वाली है। राहुल गांधी की यात्रा इम्फाल पूर्वी से ही शुरू होनी है। यात्रा में होने वाली भीड़ और इलाके में कानून व्यवस्था के हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने कम से कम लोगों के साथ यात्रा शुरू करने का सुझाव दिया है।
बहरहाल, पुलिस ने बताया है कि विष्णुपुर जिले के अकासोई गांव से ये चारों लोग जलाऊ लकड़ी बीनने जंगल में गए थे। बुधवार को इनके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। गुरुवार को इन चार में से तीन लोगों के शव बरामद हुए। बताया जा रहा है कि इन लोगों की हत्या चुराचांदपुर और बिष्णुपुर जिले की सीमा पर हुई। पुलिस सूत्रों ने बताया है कि ये चारों लोग लकड़ी लेने गए थे और गलती से बफर जोन पार कर गए होंगे। मारे गए लोगों में दो लोग पिता-पुत्र हैं।
ध्यान रहे चुराचांदपुर हिंसा से सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में से है। वहीं जंगल में जलाऊ लकड़ी इकट्ठा करने गए ग्रामीणों क संदिग्ध उग्रवादियों ने अपहरण कर लिया था। इसके बाद ग्रामीणों के परिवारों के सदस्यों ने उनके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस को तभी आशंका थी कि उनकी हत्या हो गई थी। गुरुवार को पुलिस टीम ने बिष्णुपुर जिले के कुंबी से तीन शव बरामद किए। हालांकि यह भी बताया जा रहा है कि मारे गए लोगों के शव की फोटो पहले सोशल मीडिया पर आई और उसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को इसके बारे में सूचित किया। इसके बाद पुलिस ने शवों को बरामद किया। पुलिस ने बताया कि सुरक्षा बल अब उग्रवादियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चला रहे हैं।