इम्फाल। लोकसभा चुनाव के प्रचार के बीच सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हिंसा प्रभावित मणिपुर के दौरे पर पहुंचे। उन्होंने राजधानी इम्फाल में कहा कि हिंसा प्रभावित मणिपुर में शांति स्थापित करना केंद्र सरकार की प्राथमिकता है। लोकसभा चुनाव में भाजपा गठबंधन के लिए वोट की अपील करते हुए शाह ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 मणिपुर को तोड़ने वाली ताकतों और इसे एकजुट रखने वालों के बीच है।
अमित शाह ने कहा- कांग्रेस का एजेंडा मणिपुर को बांटना है, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि मणिपुर को बांटने की हिम्मत किसी में नहीं है। मणिपुर के बंटवारे का कोई सवाल ही नहीं है। ऐसी कोई ताकत नहीं है जो मणिपुर को तोड़ सके। शाह ने कहा- देश का भाग्य तब बदलेगा जब पूर्वोत्तर और मणिपुर का भाग्य बदलेगा। गौरतलब है कि अमित शाह दस महीने के बाद मणिपुर पहुंचे थे। वे पिछले साल मई में हिंसा के दौरान मणिपुर गए थे और शांति लाने के लिए वापस लौटने का वादा किया था।
गौरतलब है कि मणिपुर मई 2023 से जातीय हिंसा की चपेट में है। राज्य में अब तक दो सौ के करीब लोग हिंसा में मारे गए हैं और 50 हजार से ज्यादा लोग विस्थापित हुए हैं। राज्य की दो लोकसभा सीटों के लिए 19 और 26 अप्रैल को दो चरणों में वोटिंग होगी। इस बीच दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट ने मणिपुर हिंसा में विस्थापित लगभग 18 हजार लोगों के लिए वोटिंग की सुविधा की मांग करने वाली याचिका खारिज कर दी। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच ने कहा कि अब बहुत देर हो चुकी है। हम इस स्टेज पर मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकते। इससे चुनाव में रुकावट पैदा हो सकती है।