मुंबई। एनसीपी नेता अजित पवार ने पार्टी के संस्थापक और अपने चाचा शरद पवार पर बड़ा हमला किया है। अजित पवार ने कहा है कि शरद पवार जो कहते हैं उससे अलग करते हैं। उन्होंने दावा किया कि शरद पवार ने ही उनसे सत्ता में शामिल होने के लिए कहा था। अजित पवार ने दावा किया है कि उनके सरकार में शामिल होने के बारे में सुप्रिया सुले को जानकारी थी। अपने चाचा पर हमला करते हुए अजित पवार ने कहा था कि शरद पवार ने स्वेच्छा से अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था और बाद में खुद ही इसका विरोध कराने लगे थे।
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को रायगढ़ के कर्जत में हुए एनसीपी अधिवेशन में कहा कि शरद पवार ने लगातार अपनी भूमिका बदली। गौरतलब है कि शरद पवार ने दो मई को एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद अजित पार्टी अध्यक्ष बने थे। हालांकि बाद में शरद ने अपना फैसला वापस ले लिया था और अजित पवार ने अपना अलग गुट बनाकर महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में शामिल होने का फैसला किया था। दो जुलाई 2023 को उप मुख्यमंत्री बनाया गया।
अजित पवार पूरी कहानी बताते हुए कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने पहले सुप्रिया सुले को सब कुछ बता दिया था। तब सुप्रिया ने आठ से दस दिन का समय मांगा था। लेकिन जब बात आगे नहीं बढ़ी तब वे सीधा शरद पवार के पास गए और उन्हें अपना फैसला सुना दिया। इसके बाद शरद ने कहा था कि ठीक है। देखते हैं क्या करना है। अजित पवार ने कहा- फिर हम यशवंतराव चव्हाण इंस्टीट्यूट गए। समय बीत रहा था। हमने उनसे कहा कि जल्दी फैसला लीजिए। फिर बोले, ठीक है। बकौल अजित पवार एक मई को ध्वज सलामी इवेंट के दौरान शरद पवार ने उन्हें फोन किया और सरकार में शामिल होने के लिए कहा। साथ ही यह भी कहा कि वे एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहे हैं।
अजित ने कहा- शरद पवार इस्तीफा देंगे यह बात किसी को नहीं पता थी। इस बारे में घर में सिर्फ चार लोग ही जानते थे। फिर शरद ने इस्तीफा दे दिया। लेकिन इसके बाद वे खुद ही इसका विरोध कराने लगे। गौरतलब है कि उनके इस्तीफे के बाद 15 सदस्यों की एक कमेटी बनाई गई थी, जिसने उनका इस्तीफा नामंजूर कर दिया था। फिर बाद में शरद पवार ने खुद ही इस्तीफा वापस ले लिया।