aurangzeb tomb controversy : पूरे महाराष्ट्र में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने औरंगजेब की कब्र संभाजीनगर से हटाने की मांग की। महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र हटाने के मसले पर जंग छिड़ी है।
सोमवार को पूरे राज्य में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने प्रदर्शन किया और औरंगजेब की कब्र संभाजीनगर से जल्दी से जल्दी हटाने की मांग की। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के प्रदर्शन को देखते हुए औरंगजेब की कब्र की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
विश्व हिंदू परिषद महाराष्ट्र और गोवा के क्षेत्रीय मंत्री गोविंद शेंडे ने औरंगजेब की कब्र को गुलामी का प्रतीक बताया। उन्होंने सोमवार को कहा, ‘औरंगजेब ने छत्रपति संभाजी महाराज को मारने से पहले 40 दिनों तक यातना दी थी। ऐसे क्रूर शासक का निशान क्यों रहना चाहिए’। (aurangzeb tomb controversy)
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औरंगजेब की कब्र मराठाओं के शौर्य का एक स्मारक (aurangzeb tomb controversy)
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने पिछले दिनों औरंगजेब की कब्र हटाने का राग छेड़ा था। उन्होंने सोमवार को एक कार्यक्रम में कहा, ‘क्रूर औरंगजेब के बर्बर विचारों का महिमामंडन करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उस विचार को वहीं कुचल दिया जाएगा’। ध्यान रहे राज्य के समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने औरंगजेब की तारीफ कर दी थी तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। फड़नवीस ने ऐसे विचारों को कुचलने की बात कही है। (aurangzeb tomb controversy)
बहरहाल, औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर सोमवार को महाराष्ट्र भर में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद की ओर से प्रदर्शन किया गया। इस दौरान मुगल शासकों के पुतले भी जलाए गए।
उधर तेलंगाना के गोशामहल से भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने भी कब्र हटाने की मांग की है। उन्होंने कहा, ‘मैं विहिप और बजरंग दल की मांग का समर्थन करता हूं’। (aurangzeb tomb controversy)
इससे पहले टी राजा सिंह ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को 15 मार्च को चिट्ठी लिखी थी। उन्होंने छत्रपति संभाजी नगर जिले में स्थित मुगल सम्राट औरंगजेब के मकबरे के रखरखाव पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानी एएसआई के खर्च का ब्योरा मांगा है।
दूसरी ओर उद्धव ठाकरे की शिव सेना के नेता संजय राउत ने औरंगजेब की कब्र के विवाद को लेकर भाजपा नेताओं पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘औरंगजेब की कब्र मराठाओं के शौर्य का एक स्मारक है। (aurangzeb tomb controversy)
यह आने वाले पीढ़ी को बताएगा कि किस तरह से शिवाजी महाराज और मराठा सैनिक आक्रांताओं से लड़ते रहे’। उन्होंने कहा कि इसलिए औरंगजेब की कब्र कभी भी वहां से नहीं हटाई जानी चाहिए।