श्रीनगर। मंगलवार को लगातार चौथे दिन जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के साथ सुरक्षा बलों की मुठभेड़ हुई। देर शाम तक यह मुठभेड़ जारी थी। इससे पहले शनिवार, रविवार और सोमवार को तीन अलग अलग इलाकों में आतंकवादियों से मुठभेड़ हुई थी, जिसमें सेना के छह जवान और एक सिपाही शहीद हो गए। मंगलवार को जम्मू कश्मीर के डोडा में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें दो से तीन आतंकियों के फंसे होने की खबर है।
जम्मू डिविजन के डोडा में यह एक महीने में चौथी मुठभेड़ है। वहां 11 और 12 जून को दो आतंकवादी हमले हुए थे। इसके बाद 26 जून को एक हमला हुआ था। सभी हमलों के बाद सेना और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। एक दिन पहले सोमवार को आतंकियों ने कठुआ जिले में सेना के वाहन पर हमला किया था, जिसमें एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर यानी जेसीओ सहित पांच जवान शहीद हुए थे जबकि पांच जवान घायल हुए।
आठ जुलाई को सुरक्षा बल दो ट्रकों में कठुआ से करीब 123 किलोमीटर दूर लोहाई मल्हार ब्लॉक के माछेड़ी इलाके के बडनोटा में गश्त पर निकले थे। दोपहर साढ़े तीन बजे के करीब उन पर हमला हुआ। सैनिक जिस रास्ते से निकले थे वह रास्ता कच्चा था, गाड़ी की रफ्तार भी धीमी थी। एक तरफ ऊंची पहाड़ी और दूसरी तरफ खाई थी। आतंकियों ने पहाड़ी से घात लगाकर सेना के ट्रक पर पहले ग्रेनेड फेंका, फिर स्नाइपर गन से फायरिंग की। सेना ने भी काउंटर फायरिंग की, लेकिन आतंकी जंगल में भाग गए। फिलहाल सेना, आतंकियों की तलाश में हेलिकॉप्टर, स्निफर डॉग्स, और ड्रोन की मदद ले रही है। बताया जा रहा है कि रियासी की घटना की तरह यहां भी गाड़ी के ड्राइवर को मारने की योजना थी ताकि गाड़ी खाई में गिर जाए।