Sunday

09-03-2025 Vol 19

भाजपा से मिले हैं गुजरात कांग्रेस के नेता: राहुल

अहमदाबाद। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि गुजरात कांग्रेस में काफी नेता ऐसे हैं, जो भाजपा से मिले हुए हैं। उनके कारण पार्टी काम नहीं कर पा रही है। उन्होंने ऐसे 30-40 नेताओं की पहचान करके पार्टी से निकालने की बात कही है। राहुल ने एक बार फिर यह बात दोहराई कि बारात के घोड़ों को रेस में दौड़ाया जा रहा है और रेस के घोड़ों को बारात में लगा दिया गया है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और गुजरात में पार्टी संगठन की चीरफाड़ की।

राहुल ने कहा, ‘गुजरात में कांग्रेस की लीडरशिप में दो तरह के लोग हैं। उनमें बंटवारा है। एक हैं जो जनता के साथ खड़े हैं, जिनके दिल में कांग्रेस की विचारधारा है। दूसरे वे हैं, जो जनता से कटे हुए हैं, दूर बैठते हैं और उनमें से आधे बीजेपी से मिले हुए हैं’। राहुल ने आगे कहा, ‘मेरी जिम्मेदारी है कि जो ये दो ग्रुप हैं इनको छांटना है। कांग्रेस में नेताओं की कमी नहीं है। बब्बर शेर हैं, लेकिन पीछे से चेन लगी हुई है तो वे चेन से बंधे हैं। यहां रेस के घोड़ों को बारात में बांध दिया जाता है’।

गौरतलब है कि राहुल गांधी दो दिन के गुजरात दौरे पर आए थे। शनिवार को अपनी यात्रा के दूसरे दिन उन्होंने अहमदाबाद के जेड हॉल में प्रदेश के करीब दो हजार कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘गुजरात फंसा हुआ है, यह आगे बढ़ना चाहता है। गुजरात की कांग्रेस पार्टी उसको रास्ता नहीं दिखा पा रही है। मैं ये बातें डरकर नहीं बोल रहा हूं और न शरमाकर बोल रहा हूं। मगर मैं आपके सामने ये बातें रखना चाहता हूं कि चाहे राहुल गांधी हो, चाहे जनरल सेक्रेटरी हों, हम गुजरात को रास्ता नहीं दिखा पा रहे हैं’। राहुल ने कहा, ‘अगर हम गुजरात की जनता की रिस्पेक्ट करते हैं, तो साफ कहना पड़ेगा कि आज तक जनता की जो उम्मीदें हमसे थीं, मुझसे थीं, वे हम पूरी नहीं कर पाए। अगर ये नहीं बोलेंगे तो हमारा गुजरात की जनता से रिश्ता नहीं बनेगा’।

राहुल गांधी ने कहा, ‘हमें जनता से रिश्ते बनाना है तो पहला काम होगा कि ग्रुप को अलग करना होगा। 30-40 लोगों को निकालना पड़े तो ये भी करेंगे। बीजेपी के लिए अंदर से काम कर रहे हो, जाओ बाहर जाकर करो। हमारा कोई जिला अध्यक्ष का ब्लाक अध्यक्ष या सीनियर लीडर हो तो उसके दिल में कांग्रेस होनी चाहिए। संगठन का कंट्रोल ऐसे लोगों को ही मिलना चाहिए’। उन्होंने कहा, ‘गुजरात को अब चुनाव के बारे में बात नहीं करनी चाहिए। हमारा ये प्रोजेक्ट 50 साल का है, हमें अपनी पार्टी की विचारधारा को जनता से जोड़ना होगा। गांधी जी ने हमें जो सिखाया, जो सरदार पटेल ने सिखाया वही गुजरात में करना है’।

NI Desk

Under the visionary leadership of Harishankar Vyas, Shruti Vyas, and Ajit Dwivedi, the Nayaindia desk brings together a dynamic team dedicated to reporting on social and political issues worldwide.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *