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19-04-2025 Vol 19

अब कपल्स का OYO जाना मुश्किल,अनमैरिड कपल्स को लेकर बदले नियम….

OYO New Rule : भारत में ओयो होटल्स एक प्रमुख ब्रांड बन चुका है, जो कम कीमत में आरामदायक और सुविधाजनक होटल रूम्स प्रदान करता है। 2013 में अपनी शुरुआत के बाद से, ओयो ने भारत सहित दुनिया भर के छोटे से लेकर बड़े शहरों में अपनी पहचान बनाई है।

ओयो के रूम्स का इस्तेमाल न सिर्फ यात्रियों के लिए किया जाता है, बल्कि कई लोग इसे उनके रिश्ते और व्यक्तिगत समय के लिए भी बुक करते हैं। हालांकि, हाल ही में ओयो ने एक बड़ा कदम उठाया है, जो भारतीय समाज में चर्चाओं का विषय बन गया है।

ओयो ने अपने पॉलिसी में बदलाव किया है, जिसके तहत अब अनमैरिड कपल्स को रूम बुक करने के लिए एक नई शर्त का पालन करना होगा।

मेरठ में शुरू हुए इस बदलाव के तहत, अनमैरिड कपल्स को होटल रूम में चेक-इन करने के लिए अपने रिलेशनशिप आईडी दिखानी होगी।

इसके अलावा, मेरठ में अब कपल्स को होटल में चेक-इन करने से पहले अपना मैरिज सर्टिफिकेट भी दिखाना पड़ेगा। इस नियम को लेकर ओयो ने यह स्पष्ट किया है कि यह एक पहल है, जो ओयो के पुराने छवि को बदलने की दिशा में उठाया गया कदम है।

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ओयो क छवि सुधारने की कोशिश

ओयो होटल्स के लिए यह कदम एक रणनीतिक बदलाव के रूप में देखा जा सकता है। ओयो का कहना है कि यह बदलाव उनके प्रोग्राम का हिस्सा है, जिसके तहत ओयो की छवि में सुधार लाने की कोशिश की जा रही है।

पहले ओयो को लेकर यह धारणा बन चुकी थी कि यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जो खासतौर पर अनमैरिड कपल्स को रूम उपलब्ध कराता है। इसके कारण ओयो को कई बार आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा है।

इस नई पॉलिसी के जरिए ओयो अपनी छवि को बदलने की कोशिश कर रहा है और इसे अधिक पारंपरिक व परिवारों के लिए उपयुक्त बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।

ओयो का नया नियम क्या और क्यों?

मेरठ में ओयो ने यह नियम लागू किया है, और इस बदलाव का कारण अधिकतर समाज के पारंपरिक विचारों को ध्यान में रखते हुए किया गया है।

हालांकि, इस बदलाव के पीछे एक और कारण ओयो की कोशिश हो सकती है कि वह अपने होटलों को और अधिक पारिवारिक वातावरण में ढालने की कोशिश कर रहा है।

यह कदम ओयो के लिए जोखिम भी हो सकता है, क्योंकि वह अपनी बड़ी और विविध ग्राहक संख्या को प्रभावित कर सकता है, जो पहले अनमैरिड कपल्स थे।

इसका असर बड़े शहरों पर भी?

ओयो का यह नया नियम फिलहाल सिर्फ मेरठ में लागू किया गया है, लेकिन कंपनी का कहना है कि वह इस पॉलिसी को अन्य शहरों में भी लागू करने पर विचार कर रही है।

अगर ओयो के इस कदम को सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलती है, तो यह नीति पूरे देश में लागू हो सकती है, खासकर दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम जैसी मेट्रो सिटी में जहां अनमैरिड कपल्स की संख्या अधिक है।

हालांकि, ओयो ने इस संबंध में कोई सटीक समयसीमा नहीं दी है कि कब यह नियम अन्य शहरों में लागू होगा।

अनमैरिड कपल्स के लिए नीति सही?

यह सवाल उठता है कि क्या ओयो की यह नीति वास्तव में उचित है या यह सिर्फ एक बेमानी निर्णय है। भारत जैसे पारंपरिक समाज में, ऐसे बदलावों को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

जहां कुछ लोग इसे स्वागतयोग्य कदम मान रहे हैं, वहीं कुछ अन्य इसे अनुचित भी मानते हैं। अनमैरिड कपल्स के लिए रूम की उपलब्धता में इस बदलाव से उन पर कोई असर पड़ सकता है, खासकर यदि वे बिना शादी के एक साथ यात्रा करते हैं।

ओयो का यह कदम उनकी छवि में सुधार और परिवारों के लिए एक सुरक्षित और पारंपरिक पर्याय बनने की दिशा में उठाया गया है।

हालांकि, यह परिवर्तन अभी शुरुआत में है और यह देखना होगा कि क्या इसे अन्य शहरों में भी लागू किया जाएगा और क्या इससे ओयो की ब्रांड इमेज में सकारात्मक बदलाव आता है।

ओयो के इस नए नियम से जुड़ी प्रतिक्रियाएं और ग्राहकों की स्वीकार्यता भविष्य में तय करेंगी कि यह कदम कितना सफल साबित होता है।

अब रिलेशनशिप ID दिखानी होगी

भारत में ओयो होटल्स का नाम अब एक प्रमुख होटल चेन के रूप में जाना जाता है, जिसे कम कीमत पर सुविधाजनक और आरामदायक कमरे प्रदान करने के लिए जाना जाता है।

हालांकि, हाल ही में ओयो ने अपनी चेक-इन पॉलिसी में बड़ा बदलाव किया है, जिसका असर विशेष रूप से कपल्स पर पड़ेगा।

अब से, कपल्स को ओयो होटल्स में चेक-इन करने से पहले अपनी रिलेशनशिप आईडी दिखानी होगी, चाहे उन्होंने रूम ऑनलाइन बुक किया हो या ऑफलाइन। इस बदलाव के बारे में अधिक जानने के लिए हमें ओयो की नई पॉलिसी और इसके पीछे की वजहों को समझना होगा।

नए नियम के तहत क्या बदला?

ओयो ने अपने पार्टनर होटलों को यह निर्देश दिया है कि वे अनमैरिड कपल्स के चेक-इन को लेकर अपनी पॉलिसी में बदलाव करें। अब से, यदि कोई कपल ओयो होटल में चेक-इन करना चाहता है, तो उन्हें अपनी रिलेशनशिप प्रमाण (ID) दिखाना होगा।

यह नियम न सिर्फ ऑनलाइन बुकिंग पर लागू होगा, बल्कि ऑफलाइन बुकिंग में भी इस शर्त को मानना होगा।

इसका मतलब है कि अब कपल्स को होटल में चेक-इन करने से पहले यह प्रमाण दिखाना होगा कि वे एक-दूसरे के रिश्ते में हैं, ताकि रूम बुकिंग की अनुमति दी जा सके।

ओयो के फैसले का कारण

ओयो के इस कदम के पीछे कंपनी की कोशिश है कि वह अपने ब्रांड की छवि को और बेहतर बनाए। ओयो ने यह फैसला लिया है कि इसके पार्टनर होटलों को स्थानीय सामाजिक संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए, कपल्स की बुकिंग को अस्वीकार करने का अधिकार दिया जाएगा।

इसका मतलब है कि यदि किसी होटल को लगता है कि उसके स्थानिक इलाके में यह पॉलिसी समाज के लिए असहज हो सकती है, तो वे इसे लागू करने का निर्णय ले सकते हैं।

कंपनी का बयान

ओयो के प्रवक्ता ने इस बदलाव के बारे में जानकारी देते हुए कहा, “हमने यह कदम हमारे पार्टनर होटलों के साथ सामंजस्य स्थापित करने और उनकी सामाजिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए उठाया है।

साथ ही, हम अपने ग्राहकों को सर्वोत्तम अनुभव प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिससे हमारे होटल के नियम और स्थानीय समाज की संवेदनाओं के बीच संतुलन बना रहे।”

ओयो की ओर से कहा गया है कि यह पॉलिसी फिलहाल मेरठ में लागू की गई है, लेकिन कंपनी का इरादा है कि यदि इस पॉलिसी को सफल माना जाता है, तो इसे देश के अन्य शहरों में भी लागू किया जाएगा।

इस बदलाव को ग्राउंड फीडबैक के आधार पर पूरे देश में लागू किया जा सकता है। इसका मतलब है कि ओयो की योजना है कि वह यह फैसला शहरों और इलाकों की सामाजिक संवेदनाओं के आधार पर लागू करे।

क्या यह कदम सही है?

ओयो का यह कदम कुछ के लिए अच्छा हो सकता है, जबकि अन्य इसे अनुचित मान सकते हैं। जहाँ एक ओर इस कदम को लेकर कुछ लोग यह मानते हैं कि ओयो के इस कदम से समाजिक संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए एक सुरक्षित और पारंपरिक वातावरण बना रहेगा, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता में हस्तक्षेप मान सकते हैं।

ओयो के इस बदलाव को लेकर ग्राहकों में मिश्रित प्रतिक्रिया सामने आई है। कुछ लोग इसे सकारात्मक बदलाव मानते हुए अपने अनुभव को सुरक्षित और पारंपरिक मानते हैं, वहीं कुछ इसे अत्यधिक नियंत्रण और भेदभावपूर्ण भी मान सकते हैं।

किन शहरों में होगा असर 

फिलहाल ओयो ने इस पॉलिसी को केवल मेरठ में लागू किया है, लेकिन यह देखा जाएगा कि ओयो इसे दिल्ली, मुंबई, और अन्य मेट्रो शहरों में भी लागू करता है या नहीं।

ओयो की योजना इस नियम को अन्य शहरों में लागू करने की है, लेकिन यह इस पर निर्भर करेगा कि ग्राहक इस बदलाव को किस तरह से अपनाते हैं।

ओयो का यह नया कदम यह संकेत देता है कि कंपनी अपने ग्राहकों की विभिन्न आवश्यकताओं और सामाजिक मानकों को ध्यान में रखते हुए बदलाव कर रहा है।

हालांकि यह पॉलिसी कुछ के लिए एक सकारात्मक कदम हो सकता है, वहीं इसके आलोचक इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर प्रतिबंध मानते हैं।

ओयो का यह फैसला निश्चित रूप से भविष्य में और अधिक चर्चाओं का विषय बनेगा, और यह देखना होगा कि यह नियम देश के अन्य हिस्सों में कैसे लागू होता है और इसके क्या परिणाम होते हैं।

कंपनी ने क्यों बदले नियम?

बड़ा सवाल यह है कि OYO ने अपने नियमों को क्यों बदला? दरअसल, OYO को कई नागरिक समूहों की तरफ से, खास तौर पर मेरठ में इस मामले में कार्रवाई करने का अनुरोध प्राप्त हुआ था.

ओयो से कई सामाजिक संगठनों ने अपील की थी कि वे अविवाहित जोड़ो को चेक-इन करने की अनुमति न दें. इसके अलावा, कुछ अन्य शहरों में भी इस मामले को लेकर याचिका दायर की गई हैं.

अपने नियम को फिलहाल सिर्फ मेरठ जैसे शहर में ही शुरू किया है. यहां यह बात गौर करने वाली है कि यह नियम सिर्फ मैरिड व अनमैरिड कपल्स के लिए ही है.

OYO के तहत कमरा बुक करने वाले स्टूडेंट्स, सोलो ट्रैवलर, फैमिली, धार्मिक टूरिस्टों या फिर बिजनेस टूरिज्म वाले टूरिस्टों के लिए नियमों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.

ओयो की नई चेक-इन पॉलिसी क्या?

ओयो होटल्स ने हाल ही में अपनी चेक-इन पॉलिसी में बदलाव करते हुए अनमैरिड कपल्स को चेक-इन के लिए कुछ नए दस्तावेज़ दिखाने की शर्त लागू की है।

इस बदलाव के तहत, अब कपल्स को ओयो में चेक-इन करते वक्त अपनी रिलेशनशिप प्रमाण (ID) दिखानी होगी। लेकिन ओयो ने यह कदम क्यों उठाया और इसके पीछे क्या उद्देश्य है, यह जानने के लिए हमें कंपनी के बयान को समझना होगा।

ओयो ने इस बदलाव को लागू करने के पीछे अपनी प्रतिबद्धता को स्पष्ट किया है। ओयो नॉर्थ इंडिया के क्षेत्रीय प्रमुख पावस शर्मा ने इस पॉलिसी के बारे में बताते हुए कहा, “ओयो सुरक्षित और जिम्मेदार हॉस्पिटैलिटी देने के लिए प्रतिबद्ध है।

हम लोगों की व्यक्तिगत स्वतंत्रता का सम्मान करते हैं, लेकिन हम उन माइक्रो मार्केट्स में काम करते हैं, जहां हमें कानून प्रवर्तन और सिविल सोसाइटी ग्रुप की चिंताओं को समझना और उनके साथ काम करना आवश्यक है।

उनका कहना था कि ओयो अपने होटल पार्टनर्स के साथ स्थानीय मानकों और संवेदनाओं का भी सम्मान करता है और इसलिए यह कदम उठाया गया है।

नए नियमों के तहत दस्तावेज़ जरूरी?

ओयो की नई पॉलिसी के तहत, अनमैरिड कपल्स को होटल में चेक-इन करते समय अपनी रिलेशनशिप आईडी और कभी-कभी मैरिज सर्टिफिकेट भी दिखाना होगा।

यह नियम केवल ऑनलाइन बुकिंग के लिए ही नहीं, बल्कि ऑफलाइन बुकिंग के लिए भी लागू होगा। इसका मतलब यह है कि कपल्स को होटल में चेक-इन करने के लिए खुद को प्रमाणित करना होगा कि वे एक रिश्ते में हैं, ताकि उन्हें कमरे की बुकिंग की अनुमति मिल सके।

सुरक्षित हॉस्पिटैलिटी पर ओयो की पहल

ओयो ने अपने बयान में कहा कि यह कदम ओयो के प्रोग्राम का हिस्सा है, जो कंपनी की छवि को सुधारने के लिए उठाया गया है।

ओयो का उद्देश्य खुद को एक ऐसे ब्रांड के रूप में पेश करना है, जो परिवारों, छात्रों, व्यवसायिक यात्रियों, धार्मिक यात्रियों और अकेले यात्रा करने वालों के लिए सुरक्षित अनुभव प्रदान करता है।

कंपनी का मानना है कि इस पहल से उन्हें लंबे समय तक रहने वाले ग्राहकों और रिपीट बुकिंग में वृद्धि होगी, जिससे उनका ग्राहकों के बीच विश्वास बढ़ेगा।

ओयो की यह कोशिश है कि वे अपने होटल ब्रांड को एक सकारात्मक और परिवारिक छवि के रूप में स्थापित करें।

ओयो ने यह भी कहा कि पूरे भारत में वह पुलिस और होटल पार्टनर्स के साथ मिलकर सुरक्षित हॉस्पिटैलिटी पर सेमिनार आयोजित कर रहे हैं।

इसके अलावा, ओयो ने अनैतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले होटलों को ब्लैकलिस्ट करना और ओयो ब्रांडिंग का गलत इस्तेमाल करने वाले अनधिकृत होटलों के खिलाफ कार्रवाई करना भी शुरू कर दिया है।

OYO का कहना है कि यह कदम उसकी सुरक्षा मानकों को मजबूत बनाने और ग्राहकों को एक सुरक्षित और जिम्मेदार हॉस्पिटैलिटी अनुभव देने के लिए उठाया गया है।

यह नया कदम उसके ब्रांड छवि को लेकर एक बड़े बदलाव का संकेत दे रहा है। कंपनी अब खुद को एक सुरक्षित, पारिवारिक और समाज की मान्यताओं का सम्मान करने वाले ब्रांड के रूप में प्रस्तुत करना चाहती है।

ओयो के इस कदम से जहां एक ओर उसे सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल सकती है, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता में हस्तक्षेप मान सकते हैं।

हालांकि, ओयो का कहना है कि यह निर्णय ग्राहकों की सुरक्षा और स्थानीय संवेदनाओं का सम्मान करने के उद्देश्य से लिया गया है।

OYO ने क्यों उठाया कदम

एक सवाल यह भी उठता है कि ओयो ने यह कदम आखिर क्यों उठाया. ओयो ने कहा, ओयो को पहले भी मेरठ में सिविल सोसाइटी ग्रुप से इस चीज को लेकर प्रतिक्रिया मिलती रही है, जिसमें अनमैरिड कपल्स के चेक-इन को लेकर कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है.

इसके अलावा, कुछ और शहरों के लोगों ने भी अनमैरिड कपल्स को ओयो होटलों में चेक-इन करने की अनुमति नहीं देने के लिए याचिका दायर की है.

दिल्ली-NCR वालों के लिए क्या?

दिल्ली-एनसीआर के अलावा अन्य शहरों में रहने वाले कपल्स के लिए यह नियम अभी लागू नहीं किया गया है. यानी अभी यह नियम सिर्फ मेरठ तक ही सीमित है. हालांकि, OYO की योजना अन्य शहरों से सामने आ रहे फीडबैक के आधार पर इसे लागू करने की है.

यानी अगर OYO ने इन नियमों को अन्य शहरों में भी लागू किया, तो अनमैरिड कपल्स के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है. दरअसल, नए नियम के तहत सिर्फ मैरिड कपल्स को ही कमरा दिया जाएगा.

NI Desk

Under the visionary leadership of Harishankar Vyas, Shruti Vyas, and Ajit Dwivedi, the Nayaindia desk brings together a dynamic team dedicated to reporting on social and political issues worldwide.

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