mahakumbh 2025 : अभिनेत्री निमरत कौर ने हाल ही में महाकुंभ के पावन अवसर पर प्रयागराज के संगम में आस्था की डुबकी लगाई। अभिनेत्री ने बताया कि वह सिख परिवार से आती हैं। इसके बावजूद महाकुंभ में उन्हें जो अनुभव मिला उसे वह शब्दों में बयां नहीं कर सकतीं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर महाकुंभ से संबंधित तस्वीरों और वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने महाकुंभ को मंत्रमुग्ध कर देने वाला उत्सव बताया। अभिनेत्री ने लिखा, “मुझे महाकुंभ में भाग लेने का सौभाग्य मिला, मैं इस अनुभव को शब्दों में बयां नहीं कर सकती।
अभिनेत्री ने बताया कि वह सिख परिवार से आती हैं। इस वजह से महाकुंभ उनके लिए एकदम नई चीज है। निमरत ने लिखा, “सिख परिवार में पले-बढ़े होने के कारण, कुंभ मेले में स्नान का महत्व मेरे लिए एक नई अवधारणा है।
महाकुंभ शानदार है और मुझे इस मंत्रमुग्ध कर देने वाले उत्सव की पौराणिक कथाओं और इतिहास में गहराई से उतरने का मौका मिला। (mahakumbh 2025)
महाकुंभ में दुनियाभर के लोगों को एक साथ आते देखा गया, जो अब तक का सबसे बड़ा नजारा है जिसे हमारी आंखें देख पा रही हैं।
मैं महाकुंभ को लेकर लोगों की आस्था और भक्ति को देखकर अचरज में पड़ गई। महाकुंभ में सभी उम्र और पृष्ठभूमि के लोग पहुंच रहे हैं।
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गंगा टास्क फोर्स को सलाम (mahakumbh 2025)
सुरक्षा व्यवस्था की तारीफ करते हुए निमरत ने आगे लिखा, “इस बड़े आयोजन को मैनेज करने के लिए पुलिस और स्थानीय प्रशासन के किए जा रहे सभी अथक प्रयासों के लिए मैं बहुत आभारी हूं।
लंबे समय से काम की वजह से शायद 2-3 घंटे की नींद ही ले पा रही हूं। ऐसे में व्यस्त शेड्यूल के बीच कुछ भी करने के लिए अलौकिक क्षमताओं की आवश्यकता होती है।
मैं विशेष रूप से ‘गंगा टास्क फोर्स’ को सलाम करती हूं, जिन्होंने मेरे अनुभव को पूरी तरह से शानदार बनाने के लिए अथक प्रयास किए। (mahakumbh 2025)
अभिनेत्री ने बताया कि वह जब महाकुंभ जा रही थीं तब उन्होंने घबराहट जैसी दिक्कतें महसूस की थीं। हालांकि, वह सकारात्मकता के साथ लौटी हैं। उन्होंने कहा, “महाकुंभ में जाते वक्त मैं उत्साह में तो थी मगर साथ में घबराहट और जिज्ञासा भी थी।
हमारी संस्कृति, इतिहास और जो हम सभी को इस यात्रा में बांधता है, उस आस्था, प्रेरणा और गर्व की नई भावना के साथ वापस लौटी हूं। इसके साथ ही अभिनेत्री ने ‘ओम नमो गंगायै विश्वरूपिणी नारायणी नमो नम:’ और ‘हर हर महादेव’ भी लिखा। (mahakumbh 2025)