अकोला। महाराष्ट्र (Maharashtra) के अकोला (Akola) में दंगे भड़कने के एक दिन बाद, पुलिस ने अफवाह फैलाने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद (Internet Services Down) कर दी हैं, जबकि हिंसा में एक की मौत हो गई और नौ अन्य घायल हो गए। इसके अलावा कई निजी और सरकारी वाहनों को जला दिया गया। अधिकारियों ने यह सोमवार को यह जानकारी दी। सोशल मीडिया (Social Media) पर एक विवादास्पद पोस्ट (Controversial Post) के कारण दो समुदायों के बीच झड़प हो गई। इसके परिणामस्वरूप नारेबाजी, पथराव और आगजनी हुई। रविवार को वहां अतिरिक्त पुलिस बल भी भेजा गया। अकोला के पुलिस अधीक्षक संदीप एम. घुगे (Sandeep M. Ghuge) ने बताया, स्थिति अब सामान्य है, सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट के बाद कल हुई हिंसक झड़पों के मद्देनजर हमने लोगों से अफवाहों को न फैलाने या उन पर विश्वास न करने का आग्रह किया है।
उग्र भीड़ को शांत करने के लिए, कलेक्टर नीमा अरोड़ा (Neema Arora) ने निषेधाज्ञा लागू कर दी थी और शहर में किसी भी हथियार को ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था, इसमें हरिहर पेठ इलाके के राजराजेश्वर सेतु (Rajarajeshwar Setu) में दो फायर ब्रिगेड वैन (Fire Brigade Van) और घरों को आग लगाने के प्रयास सहित कई वाहनों को जला दिया गया। घुगे ने कहा, अब तक हमने दंगे के सिलसिले में 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है और आगे की जांच जारी है। रविवार को हुई हिंसा में शामिल कुछ लोगों के अलावा भड़काऊ पोस्ट करने वाले व्यक्ति के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। उपमुख्यमंत्री और अकोला के संरक्षक मंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) रविवार आधी रात के आसपास हिंसा भड़कने के बाद स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं और अतिरिक्त बलों को वहां भेजने का आदेश दिया है। (आईएएनएस)