जम्मू। जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के पुंछ जिले (Poonch District) में सेना के वाहन पर हुए हमले में शामिल आतंकवादियों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर जारी तलाशी अभियान सोमवार को भी जारी रहा। सेना के सूत्रों ने बताया कि पूंछ जिले के भाटा धूरियां में हुए हमले के सिलसिले में 30 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। इस हमले में पांच सैनिक शहीद हो गए थे और एक गंभीर रूप से घायल हो गया था। आतंकवादी शहीद सैनिकों के हथियार भी अपने साथ ले गए। तलाशी अभियान के लिए जम्मू-पुंछ राजमार्ग (Jammu Kashmir Highway) के एक हिस्से को बंद कर दिया गया था। उसे रविवार को खोल दिया गया। जिस इलाके में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है उसके एक बड़े भाग पर घना जंगल है। साथ ही प्राकृतिक गुफाएं भी हैं। सूत्रों ने बताया कि हमले में तीन या चार आतंकवादी शामिल थे जो इलाके से अच्छी तरह वाकिफ थे।
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उन्होंने कवच को भेदने में सक्षम गोलियों और ग्रेनेड का प्रयोग किया था। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के महानिदेशक और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के वरिष्ठ अधिकारी भी उस स्थान का निरीक्षण कर चुके हैं जहां यह हमला हुआ था। आतंकवादी हमले में जीवित बचे जवान, जिसका उधमपुर कमांड अस्पताल (Udhampur Command Hospital) में इलाज चल रहा है, से बातचीत के दौरान सेना के उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी (Upendra Dwivedi) ने कहा कि आतंकवादियों को पकड़ने के लिए जरूरी कार्रवाई की जा रही है। राजौड़ी और पुंछ जिलों के स्थानीय लोग, जिनमें गुज्जर और बकरवाल समुदाय के लोग ज्यादा हैं, ने कहा है कि वे सेना के साथ हैं। उन्होंने खुलकर आतंक के आरोपियों को सजा देने की बात कही है। (आईएएनएस)