जिन्ना मुरीद थे मुस्तफा कमाल के!
खलीफत खात्मे के सौ साल होने पर इसके सबक से सब को शिक्षित करना चाहिए। .... मुस्तफा कमाल ने तुर्की संसद में कहा था...
खलीफत खात्मे के सौ साल होने पर इसके सबक से सब को शिक्षित करना चाहिए। .... मुस्तफा कमाल ने तुर्की संसद में कहा था...
मुस्तफा कमाल का स्पष्ट विचार था कि मजहब देश की आत्मा को जकड़ कर उसे फलने-फूलने से रोकता है। मुस्तफा कमाल के शब्द...
सोल्झेनित्सिन ने लिखा है कि ''आदमी पर घमंड उसी तरह सहज चढ़ता है जैसे सुअर पर चर्बी चढ़ती है।'' ...
नाजी दस्ते केवल यहूदियों का खात्मा करते थे, और अपने संदिग्ध विरोधियों को। पर यदि किसी गैर-यहूदी...
यह सोवियत रूस में 1950 के दशक में जानी-मानी बात थी कि लाखों लाख रूसी कैदियों ...
स्तालिन द्वारा देहातों पर इस उत्पीड़न में कुल मिलाकर एक करोड़ से अधिक जानें गईं! यह सब यूरोपीय बुद्धिजीवियों को बिलकुल प...
कवि अज्ञेय ने पाँच दशक पहले ही आगाह किया था: रोमन लिपि में हिन्दी लिखना इस के खात्मे की दिशा में पहला कदम है। वह...
एक नेता ने तैश से कहा: "आप ने इतनी पुस्तकें प्रकाशित की हैं। मगर उस में काम की कितनी हैं? सरकार...
हिन्दू समाज की अभूतपूर्व विडंबना है कि जिस संघ-परिवार के वर्चस्व में वह अपने ही देश में आठवें दर्जे का हीन नागरि...
बांग्लादेश में शुरू से कम से कम तीन कानूनी प्रावधान हिन्दुओं के विरुद्ध हैं। हिन्दू अपना धन बाहर नहीं भेज सकते; ...
आरएसएस प्रशिक्षित नेताओं में विचित्रता तरह-तरह रूपों में दिखती है। बल्कि अधिकांश रूप में विचित्रता ही दिखती है! उन के बय...
यह हॉलीवुड फिल्मों वाला 'गुड कॉप, बैड कॉप' वाला खेल लगता है। ...
सहज राजा अपने पूर्ववर्ती, प्रतिद्वंद्वी, या मातहत के प्रति ग्रंथि से मुक्त होत...