क्या जी-20 की अब कोई जरूरत?
रियो द जनेरो शिखर सम्मेलन पर भी ट्रंप का साया महसूस हुआ। विभिन्न देश ट्रंप के नए कार्यकाल से जुड़ी आशंकाओं के अनुरूप अपनी नीति को नए सिरे से तय करने के प्रयास में जुटे हुए हैं। वैसे में रियो सम्मेलन की यही सफलता मानी जाएगी कि वहां जी-20 के अधिकांश राष्ट्राध्यक्ष/शासन प्रमुख आए। प्रमुख नेताओं में सिर्फ रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन गैर-हाजिर रहे, जिनकी जगह रूस की नुमाइंगदी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने की। ब्राजील का शहर रियो द जनेरो जी-20 की अप्रसांगिकता का गवाह बना। दरअसल, यहां यह जाहिर हुआ कि कैसे हर गुजरते साल के साथ...