Thursday

24-04-2025 Vol 19

Shivsena

महाराष्ट्र की राजनीति में क्या चल रहा है?

महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर यह जुमला वहां के जानकार अक्सर बोलते हैं कि कांग्रेस और भाजपा एक साथ नहीं आएंगे लेकिन इन दोनों के अलावा बाकी सारी पार्टियां...

सहयोगियों के बागी विधायक फड़नवीस से खुश

महाराष्ट्र में भाजपा की दो सहयोगी पार्टियों, शिव सेना और एनसीपी के कई विधायक बागी तेवर दिखा रहे हैं।

महायुति में सब कुछ ठीक नहीं है

महाराष्ट्र में महायुति यानी भाजपा, शिव सेना और एनसीपी की सरकार बनने के बाद पहले दिन से खींचतान शुरू हो गई है

उप मुख्यमंत्री की शपथ लेंगे शिंदे!

महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुरुवार को देवेंद्र फड़नवीस की सरकार में उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।

आज हो सकता है सीएम का फैसला

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 10 दिन होने जा रहे हैं और मुख्यमंत्री का सस्पेंस खत्म नहीं हो रहा है।

ना सीएम तय हुआ, ना सरकार बनी

महाराष्ट्र विधानसभा में तीन चौथाई बहुमत हासिल करने के बाद भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियां तीन दिन में सरकार नहीं बना पाईं।

महाराष्ट्र में सस्पेंस खत्म नहीं हो रहा

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है और साथ ही नतीजों और नतीजों के बाद की राजनीति का सस्पेंस बढ़ता जा रहा है।

चुनाव नतीजों के बाद का भी बड़ा सस्पेंस

महाराष्ट्र में जितना सस्पेंस चुनाव नतीजों का है उससे ज्यादा सस्पेंस चुनाव नतीजों के बाद का है।

अजित पवार के अस्तित्व की लड़ाई

चुनाव आयोग और विधानसभा स्पीकर ने अजित पवार की पार्टी को असली एनसीपी माना है और उनको घड़ी का चुनाव चिन्ह भी मिल गया है।

अजित पवार को तीन एमएलसी सीट मिलेगी

यह बड़ी हैरान करने वाली बात है कि एक तरफ एनसीपी के नेता और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार को लेकर यह चर्चा है कि वे भाजपा गठबंधन...

महाराष्ट्र में विपक्ष का सीएम चेहरा बाद में?

कांग्रेस कहा है कि महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी (एमवीए) की तरफ से मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा चुनाव के बाद की जाएगी, हालांकि सहयोगी दलों ने सीट बंटवारे...

अब्दाली के वंशज हैं शाह-उद्धव

कुछ दिन पहले पूणे में अहमद शाह अब्दाली के राजनीतिक वारिस आए थे। वह कौन है? वह अमित शाह थे।

शिंदे की पार्टी सेंचुरी प्लान बना रही है

महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति यानी भाजपा, शिव सेना और एनसीपी का गठबंधन कैसा रहेगा यह अभी तय नहीं है।

महाराष्ट्र की चुनावी चुनौती

महाराष्ट्र में चार महीने में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। उससे पहले लोकसभा चुनाव के नतीजों ने भाजपा, शिव सेना और एनसीपी के गठबंधन यानी महायुति के लिए...

शिंदे का ठाणे, कल्याण में सब कुछ दांव पर

जैसे अजीत पवार ने बारामती में अपना सब कुछ दांव पर लगाया उसी तरह एकनाथ की इज्जत भी ठाणे और कल्याण दोनों सीटों पर पर दांव पर लगी हुई...

गर्म हवा है, ठंडी हवा भी!

महाराष्ट्र में जो कुछ हुआ उसे लेकर उनके मन में नरेन्द्र मोदी के प्रति गुस्सा है हालांकि वे यह भी चाहते हैं कि वे प्रधानमंत्री बने रहें।

52 दरवाजों से जलील की सवारी या खैरे या भुमरे की?

बावन दरवाजे वाले संभाजीनगर में इस बार 37 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। लेकिन वास्तविक लड़ाई तीन धड़ों और दो उम्मीदवारों के बीच है।

बीड में चौंकाने वाला नतीजा होगा!

महाराष्ट्र की इस सीट पर अकेला मराठा आरक्षण मुद्दा नहीं है। यहां एंटी इन्कंबेंसी की हवा बह रही है।

गजब! उद्धव ठाकरे भीड़ के चहेते

उद्धव तनाव में नहीं हैं, वे प्रसन्नचित्त है और आत्मविश्वास से परिपूर्ण है – मगर इस आत्मविश्वास में न तो अहंकार है और ना ही अकड़।

नकली शिव सेना कौन है

सवाल है कि अगर वह असली शिव सेना है तो उसे पिछली बार की तरह 23 सीट क्यों नहीं मिल रही है?

अभिनेता गोविंदा शिंदे गुट की शिव सेना में शामिल

हिंदी फिल्मों के जाने माने अभिनेता और कांग्रेस के सांसद रहे गोविंदा एक बार फिर राजनीति में उतर गए हैं।

प्रकाश अंबेडकर की शर्त कौन मानेगा?

उद्धव ठाकरे ने वंचित बहुजन अघाड़ी के नेता प्रकाश अंबेडकर से बात की थी और उनको दो सीटें देने का वादा किया था।

महाराष्ट्र में कमाल का संयोग

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके गुट के 15 अन्य विधायक क्या अयोग्य घोषित होंगे? यह लाख टके सवाल है, जिसका जवाब किसी को पता नहीं है।

एक विधानसभा, तीन मुख्य विपक्षी पार्टियां

ऐसा संभवतः किसी और राज्य में नहीं हुआ हो कि एक विधानसभा में राज्य की तीन मुख्य पार्टियां मुख्य विपक्षी पार्टी बनी हों।

पवार के अभियान में शिव सेना साथ है

एनसीपी को टूटने से बचाने और अजित पवार की राजनीतिक हैसियत कम करने के शरद पवार के अभियान में शिव सेना भी साथ है।

अब महाराष्ट्र में क्या कहानी होगी?

पिछले तीन-चार महीने से भाजपा के नेता और सोशल मीडिया में उसके समर्थक दावा कर रहे थे कि बिहार में महाराष्ट्र की कहानी दोहराई जाएगी।

एमवीए में बेहतर तालमेल की जरूरत

महाराष्ट्र चार-पांच उन राज्यों में है, जिन्हें लेकर भाजपा में सबसे ज्यादा चिंता है।

निष्पक्षता पर गहराते प्रश्न

जबकि लोकतंत्र का टिकना न्याय में भरोसे के आम सिद्धांत पर आधारित है। यह भरोसा कमजोर पड़ता दिख रहा है।

संगठन नहीं सांसद, विधायक ही पार्टी हैं!

लोकतंत्र में चुनाव लड़ने वाली पार्टी महत्वपूर्ण होती है। कोई भी नेता पार्टी से ऊपर या उससे ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं होता है।

महाराष्ट्र में दोनों गुटों में टकराव बढ़ा

चुनाव आयोग के फैसले से उत्साहित शिव सेना के एकनाथ शिंदे गुट के पदाधिकारियों ने पार्टी के कार्यालय पर फंड पर भी दावा शुरू कर दिया है।

उद्धव जैसा हस्र किसी का हो सकता है

भाजपा की पुरानी सहयोगी पार्टियों को तो सावधान होना ही चाहिए साथ ही भाजपा विरोधी दूसरी पार्टियों को भी सावधान होना चाहिए।

शिंदे गुट के विधायकों, सांसदों की उम्मीद

जब से एकनाथ शिंदे गुट को असली शिव सेना का दर्जा मिला है तब से उनके विधायकों और सांसदों की उम्मीदें बढ़ गई हैं। शिंदे के साथ शिव सेना...

उद्धव की नहीं शिंदे की हुई शिव सेना

चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे के गुट को शिव सेना नाम और तीर कमान चुनाव चिन्ह दिया।