शरद पवार की पार्टी भी अलग हुई
एक एक करके सभी विपक्षी पार्टियों का अडानी प्रेम दिखने लगा है। संसद के शीतकालीन सत्र में कांग्रेस ने बड़े जोर शोर से अडानी का मुद्दा उठाया था। सत्र से ठीक पहले अमेरिका की अदालत में गौतम अडानी और सागर अडानी सहित आठ लोगों के खिलाफ फ्रॉड और घूसखोरी के आरोप तय होने के बाद कांग्रेस ने दबाव बनाया था कि संसद में इस पर चर्चा हो और इसकी जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति यानी जेपीसी का गठन किया जाए। पहले हफ्ते तो सब ठीक ठाक रहा और सरकार पर दबाव भी रहा। लेकिन उसके बाद सब कुछ बिखरने...