SEBI

  • लोकपाल की ऐसी दुर्दशा!

    आधुनिक भारत में जो जन आंदोलन हुए हैं उनमें एक सबसे महत्वपूर्ण आंदोलन लोकपाल की स्थापना के लिए था। अन्ना हजारे के नेतृत्व में दिल्ली में विशाल आंदोलन हुआ था, जो कई दिन चलता रहा था। लाखों लोग प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से इस आंदोलन से जुड़े थे। ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ नाम से हुए इस आंदोलन ने पूरे देश की राजनीति को बदल दिया था। मजबूर होकर उस समय की मनमोहन सिंह सरकार को लोकपाल का बिल पास पड़ा था। उस लोकपाल आंदोलन की लहर पर दिल्ली में अरविंद केजरीवाल और केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनी। लेकिन जाती...

  • माधवी बुच को बचाने में लगी भाजपा

    वैसे सोशल मीडिया में यह बात काफी समय से कही जा रही है कि कोई भी व्यक्ति सेबी की प्रमुख माधवी पुरी बुच पर हमला कर रहा है तो भाजपा के प्रवक्ता जवाब देने सामने आ रहे हैं। सो, इस रिश्ते की पड़ताल पहले से चल रही है कि आखिर ऐसा क्या है कि सेबी प्रमुख को बचाने के लिए भाजपा को इतना प्रयास करना पड़ रहा है। अगर सरकार का या सत्तारूढ़ पार्टी का कोई हित नहीं है तो जितने आरोप सेबी प्रमुख पर लगे हैं उसमें तो उन्हें हटा कर स्वतंत्र जांच की घोषणा बहुत पहले हो जानी...

  • अनिल अंबानी पर जुर्माना, पांच साल की पाबंदी

    मुंबई। शेयर बाजार को विनियमित करने वाली संस्था सेबी की प्रमुख माधवी पुरी बुच के ऊपर लगे कई गंभीर आरोपों के बीच सेबी ने अनिल अंबानी के ऊपर बड़ी कार्रवाई की है। सेबी ने फंड की हेराफेरी के मामले में उद्योगपति अनिल अंबानी के शेयर बाजार में कारोबार करने पर पांच साल की पाबंदी लगा दी है। इसके अलावा अंबानी पर 25 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। शेयर बाजार में किसी भी सूचीबद्ध कंपनी में उनके डायरेक्टर रहने पर भी पाबंदी लगा दी गई है। सेबी ने रिलायंस होम फाइनेंस के पूर्व प्रमुख अधिकारियों सहित 24 अन्य...

  • सेबी ने अनिल अंबानी समेत 24 अन्य को कैपिटल मार्केट से किया बैन

    मुंबई। बाजार नियामक सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) की ओर से अनिल अंबानी (Anil Ambani) समेत अन्य 24 को पूंजीगत बाजार से पांच वर्ष के लिए बैन कर दिया है। इसके साथ ही किसी अन्य सूचीबद्ध कंपनी से उनके जुड़े रहने पर भी रोक लगा दी गई है। सेबी द्वारा कारोबारी के साथ अन्य 24 को रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड (आरएचएफएल) से फंड को डाइवर्ट करने के लिए बैन (Ban) किया गया है। मार्केट से बैन करने के अलावा नियामक द्वारा अनिल अंबानी पर 25 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। इस आदेश के बाद अनिल...

  • सेबी प्रमुख का पहले खुलाना क्यों नहीं?

    अभी इस विवादित बहस में पड़ने की कोई जरुरत नहीं है कि भारतीय प्रतिभूति और विनियम बोर्ड यानी सेबी की प्रमुख माधवी धवल बुच किसी भ्रष्टाचार में शामिल हैं या नहीं या उन्होंने देश के सबसे अमीर कारोबारी गौतम अडानी की कोई मदद की है या नहीं क्योंकि यह जांच का विषय है। लेकिन जो तथ्य सामने आए हैं उनसे पहली नजर में यह स्पष्ट दिख रहा है कि हितों का टकराव का मामला बनता है। हिंडनबर्ग रिसर्च की ओर से जारी नए दस्तावेजों में बताया गया है कि माधवी और धवल बुच ने मॉरीशस स्थित कंपनी आईपीई प्लस वन...

  • इंडेक्स डेरिवेटिव्स पर सेबी के प्रस्तावों के बारे में!

    अभी इस विवादित बहस में पड़ने की कोई जरुरत नहीं है कि भारतीय प्रतिभूति और विनियम बोर्ड यानी सेबी की प्रमुख माधवी धवल बुच किसी भ्रष्टाचार में शामिल हैं या नहीं या उन्होंने देश के सबसे अमीर कारोबारी गौतम अडानी की कोई मदद की है या नहीं क्योंकि यह जांच का विषय है। लेकिन जो तथ्य सामने आए हैं उनसे पहली नजर में यह स्पष्ट दिख रहा है कि हितों का टकराव का मामला बनता है। हिंडनबर्ग रिसर्च की ओर से जारी नए दस्तावेजों में बताया गया है कि माधवी और धवल बुच ने मॉरीशस स्थित कंपनी आईपीई प्लस वन...

  • अब सेबी बनाम हिंडेनबर्ग

    अभी इस विवादित बहस में पड़ने की कोई जरुरत नहीं है कि भारतीय प्रतिभूति और विनियम बोर्ड यानी सेबी की प्रमुख माधवी धवल बुच किसी भ्रष्टाचार में शामिल हैं या नहीं या उन्होंने देश के सबसे अमीर कारोबारी गौतम अडानी की कोई मदद की है या नहीं क्योंकि यह जांच का विषय है। लेकिन जो तथ्य सामने आए हैं उनसे पहली नजर में यह स्पष्ट दिख रहा है कि हितों का टकराव का मामला बनता है। हिंडनबर्ग रिसर्च की ओर से जारी नए दस्तावेजों में बताया गया है कि माधवी और धवल बुच ने मॉरीशस स्थित कंपनी आईपीई प्लस वन...

  • सेबी वायदा नियमों को सरल करने पर कर रहा है विचार

    अभी इस विवादित बहस में पड़ने की कोई जरुरत नहीं है कि भारतीय प्रतिभूति और विनियम बोर्ड यानी सेबी की प्रमुख माधवी धवल बुच किसी भ्रष्टाचार में शामिल हैं या नहीं या उन्होंने देश के सबसे अमीर कारोबारी गौतम अडानी की कोई मदद की है या नहीं क्योंकि यह जांच का विषय है। लेकिन जो तथ्य सामने आए हैं उनसे पहली नजर में यह स्पष्ट दिख रहा है कि हितों का टकराव का मामला बनता है। हिंडनबर्ग रिसर्च की ओर से जारी नए दस्तावेजों में बताया गया है कि माधवी और धवल बुच ने मॉरीशस स्थित कंपनी आईपीई प्लस वन...

  • टाटा टेक्नोलॉजीज के आईपीओ को मंजूरी

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  • अडानी मामले में सेबी को तीन महीने का समय

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  • अडाणी मामले में सेबी को अल्टीमेटम

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  • सेबी ने नहीं की थी अडानी समूह की जांच

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  • अदानी पर सेबी की रिपोर्ट अगले चुनाव के बाद!

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  • अडाणी के शेयरों में गिरावट सिर्फ एक कंपनी का मामलाः सीतारमण

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  • सेबी स्वतंत्र जांच करेगी!

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