Sam Pitroda

  • राजीव गांधी से ज्यादा समझदार राहुल

    ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने एक और बहुत अद्भुत बात कही है। अपने बयानों से कांग्रेस को मुश्किल में डालने और देश के लोगों का मनोरंजन करने के लिए विख्यात पित्रोदा ने कहा है कि राहुल गांधी अपने पिता राजीव गांधी से ज्यादा समझदार हैं। इसमें पता नहीं क्या सफाई आएगी। वैसे पहले कई बार यह सफाई दी जा चुकी है कि पित्रोदा की हिंदी अच्छी नहीं है इसलिए उनकी बातों का गलत अर्थ निकाल लिया जाता है। लेकिन सवाल है कि इसमें क्या अर्थ निकलेगा? उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अपने पिता से ज्यादा समझदार हैं। सो,...

  • कांग्रेस के खतरनाक इरादों का आईना

    चाहे सैम पित्रोदा हों या चरणजीत सिंह चन्नी और विजय वडेट्टीवार हों, इनके बयानों से कांग्रेस की असलियत जाहिर होती है। कांग्रेस इन पर कभी कार्रवाई नहीं करती है। पार्टी के प्रवक्ता कह देते हैं कि यह उनका निजी बयान है। ये नेता भी बयान देने के बाद मुकर जाते हैं या माफी मांग लेते हैं। लेकिन देश की जनता समझदार है, वह इनके बयानों की असलियत समझ रही है। उसे पता है कि कांग्रेस हमेशा पाकिस्तान और आतंकवादियों के प्रति नरम रुख रखती है। एस. सुनील लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस प्रवक्ताओं और नेताओं का एक नियमित काम अपने...

  • नए विवाद के बाद पित्रोदा की विदाई

    नई दिल्ली। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने इस्तीफा दे दिया है। लेकिन इस्तीफा देने से पहले वे एक नया विवाद पैदा कर गए, जिससे कांग्रेस पार्टी बहुत परेशान है। पित्रोदा ने एक इंटरव्यू में भारत के लोगों की उनके रंग और नाक नक्श के हिसाब से प्रोफाइलिंग की। उन्होंने कहा कि पूर्वी भारत के लिए चाइनीज की तरह और दक्षिण भारत के लोग अफ्रीकी लोगों की तरह दिखते हैं। इस बयान को लेकर पित्रोदा की तीखी आलोचना हो रही है और कांग्रेस ने इससे अपने को अलग कर लिया है। इससे पहले उन्होंने विरासत कर लगाने की...

  • भारत में विरासत कर (Inheritance Tax) पर विवाद: कांग्रेस और भाजपा के बीच राजनीतिक घमासान

    विरासत कर (Inheritance Tax) - किसी व्यक्ति को विरासत में मिली संपत्ति पर लगने वाला शुल्क। इस लोकसभा अभियान में एक ध्रुवीकरण का विषय बन गया हैं, कांग्रेस और भाजपा दोनों एक दूसरे पर इसे पुनर्जीवित करने का आरोप लगा रहे हैं। विरासत में मिली पारिवारिक संपत्ति के लिए अमेरिकी शैली की कर नीति की वकालत करने वाली इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा की 24 अप्रैल की टिप्पणी के बाद भारत में विरासत कर पर बहस छिड़ गई है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह आरोप लगाया कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो...

  • पित्रोदा से कांग्रेस को पहले भी मुश्किल

    इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा और विवाद का नाता पुराना है। उन्होंने कई बार कांग्रेस को ऐसी स्थिति में डाला है कि पूरी पार्टी उनके बयान पर सफाई देती रही है या पल्ला झाड़ती रही है। असल में वे दशकों से अमेरिका में रहते हैं तो उनके सोचने समझने का तरीका अमेरिकी हो गया है और उसी अंदाज में वे बोल भी देते हैं। वे भारतीय जीवन शैली भूल गए हैं, जिसमें सोचना कुछ और होता है, बोलना कुछ और होता है और करना कुछ और होता है। यहां सच बोलना नेताओं के लिए आत्मघाती हो सकता है।...

  • हंगामा है क्यूं बरपा?

    इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा और विवाद का नाता पुराना है। उन्होंने कई बार कांग्रेस को ऐसी स्थिति में डाला है कि पूरी पार्टी उनके बयान पर सफाई देती रही है या पल्ला झाड़ती रही है। असल में वे दशकों से अमेरिका में रहते हैं तो उनके सोचने समझने का तरीका अमेरिकी हो गया है और उसी अंदाज में वे बोल भी देते हैं। वे भारतीय जीवन शैली भूल गए हैं, जिसमें सोचना कुछ और होता है, बोलना कुछ और होता है और करना कुछ और होता है। यहां सच बोलना नेताओं के लिए आत्मघाती हो सकता है।...

  • हमें अन्याय जानना: राहुल

    इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा और विवाद का नाता पुराना है। उन्होंने कई बार कांग्रेस को ऐसी स्थिति में डाला है कि पूरी पार्टी उनके बयान पर सफाई देती रही है या पल्ला झाड़ती रही है। असल में वे दशकों से अमेरिका में रहते हैं तो उनके सोचने समझने का तरीका अमेरिकी हो गया है और उसी अंदाज में वे बोल भी देते हैं। वे भारतीय जीवन शैली भूल गए हैं, जिसमें सोचना कुछ और होता है, बोलना कुछ और होता है और करना कुछ और होता है। यहां सच बोलना नेताओं के लिए आत्मघाती हो सकता है।...

  • सैम पित्रोदा के बयान से कांग्रेस पूरी तरह बेनकाब: अमित शाह

    इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा और विवाद का नाता पुराना है। उन्होंने कई बार कांग्रेस को ऐसी स्थिति में डाला है कि पूरी पार्टी उनके बयान पर सफाई देती रही है या पल्ला झाड़ती रही है। असल में वे दशकों से अमेरिका में रहते हैं तो उनके सोचने समझने का तरीका अमेरिकी हो गया है और उसी अंदाज में वे बोल भी देते हैं। वे भारतीय जीवन शैली भूल गए हैं, जिसमें सोचना कुछ और होता है, बोलना कुछ और होता है और करना कुछ और होता है। यहां सच बोलना नेताओं के लिए आत्मघाती हो सकता है।...

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