Ram Navami

  • राम जन्म या राजा राम का राज तिलक..!

    भोपाल। आखिरकार विश्व हिन्दू परिषद और राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा आयोजित और देश और प्रदेश के सत्ता द्वारा सहयोग पाकर अयोध्या में समारोह पूर्वक राम लल्ला का जन्मदिन पर ही राजतिलक हुआ ! ऐसा शायद ही कभी हुआ हो कि जन्म के समय ही किसी का राजतिलक हुआ हो ! वैसे सुधिजन मेरी गलती सुधार सकते हैं। यहां एक और तथ्य की ओर भी ध्यान देना होगा मोदी भक्त अभिनेत्री कंगना रनौत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राम का साक्षात अंश बताया है। अब उनके अनुसार तो जन्म भले ही दशरथ नन्दन का नवमी के दिन हुआ हो, परंतु उनका...

  • रामनवमी जुलूस में तृणमूल कांग्रेस आगे

    ऐसा नहीं है कि आम आदमी पार्टी को सिर्फ दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की पार्टी के रामराज्य के प्रचार से दिक्कत है। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार ने उसे अलग मुश्किल में डाला है। भाजपा के शीर्ष नेता, यहां तक कि प्रधानमंत्री भी कह रहे थे कि पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस की सरकार रामनवमी के जुलूस रोकने की कोशिश कर रही है। लेकिन ममता बनर्जी की पार्टी ने 17 अप्रैल को यानी रामनवमी के दिन सारा सीन की पलट दिया। जुलूस निकालने में वह भाजपा पर भारी पड़ गई। तृणमूल कांग्रेस के नेताओं और अलग अलग सीटों...

  • दुनिया भर में लोकप्रिय प्रभु राम का जीवन दर्शन

    इस बार की रामनवमी विशेष इसलिए है क्योंकि अयोध्या में सदियों बाद भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ है और रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा हुई है। यूं तो अयोध्या विश्व भर में पहले से चर्चा के केंद्र में है, परंतु नई परिघटना के बाद इसकी महत्ता ज्यादा तीव्रता के साथ सदियों तक महसूस की जाएगी। 17 अप्रैल - राम नवमी पर विशेष पिछले कुछ समय में प्रभु श्रीराम की चर्चा इतनी बार हुई है कि आधुनिक भारत के डिजिटल दुनिया में विचरण करने वाली पीढ़ी को भी अब श्रीराम की कथा कहानियों की समझ हो चुकी है। वैसे...

  • रामनवमी के नाम पर वोट की अपील

    अयोध्या में राममंदिर का निर्माण होने और रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली रामनवमी आ रही है। भारतीय जनता पार्टी इसे बड़ा आयोजन बना रही है। दूसरी खास बात यह है कि रामनवमी के दिन ही पहले चरण के लिए प्रचार समाप्त होगा और दो दिन के बाद यानी 19 अप्रैल को 102 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा। तीसरी बात यह है कि बिहार, झारखंड से लेकर उत्तर प्रदेश और दिल्ली तक में कई इलाके ऐसे हैं, जहां रामनवमी के मौके पर हिंसक झड़प होती है या शांति भंग होती है। जुलूस की वजह से कई जगह...

  • अंजन सकल पसारा रे, राम निरंजन न्यारा रे

    क्या आज मतिभ्रम का समय है? ईश्वरवादी तो आज भीड़तंत्र में भरे पड़े हैं और अनीश्वरवादी अध्यात्म पढ़ा रहे हैं। नई पीढ़ी को कुमार गंधर्व के स्वर-संगीत से तुलसी, कबीर और गांधी के विचारों को आज समझना आसान रहेगा। आज जो अंजन का पसारा है वह सत्ता आकांक्षा का ही काजल है। निरंतर तो केवल राम निरंजन ही है। लोक इतिहास निरंजन है तो सत्ता इतिहास अंजन। कुमार गंधर्व के अद्भुत स्वर-संगीत से अपने-अपने राम को खोजिए। देश के कुछ हिस्सों में नवमीं पर हुई हिंसा में राम और रामभक्तों को कैसे देखा जाए? राम जन्म के उत्सव पर हिंसा...

  • रामनवमी हिंसा पर बिहार विधानसभा में सत्ता पक्ष-विपक्ष में चले तीखे शब्द बाण

    क्या आज मतिभ्रम का समय है? ईश्वरवादी तो आज भीड़तंत्र में भरे पड़े हैं और अनीश्वरवादी अध्यात्म पढ़ा रहे हैं। नई पीढ़ी को कुमार गंधर्व के स्वर-संगीत से तुलसी, कबीर और गांधी के विचारों को आज समझना आसान रहेगा। आज जो अंजन का पसारा है वह सत्ता आकांक्षा का ही काजल है। निरंतर तो केवल राम निरंजन ही है। लोक इतिहास निरंजन है तो सत्ता इतिहास अंजन। कुमार गंधर्व के अद्भुत स्वर-संगीत से अपने-अपने राम को खोजिए। देश के कुछ हिस्सों में नवमीं पर हुई हिंसा में राम और रामभक्तों को कैसे देखा जाए? राम जन्म के उत्सव पर हिंसा...

  • अमित शाह एक्शन में, बिहार में सांप्रदायिक हिंसा पर राज्यपाल से बात की

    क्या आज मतिभ्रम का समय है? ईश्वरवादी तो आज भीड़तंत्र में भरे पड़े हैं और अनीश्वरवादी अध्यात्म पढ़ा रहे हैं। नई पीढ़ी को कुमार गंधर्व के स्वर-संगीत से तुलसी, कबीर और गांधी के विचारों को आज समझना आसान रहेगा। आज जो अंजन का पसारा है वह सत्ता आकांक्षा का ही काजल है। निरंतर तो केवल राम निरंजन ही है। लोक इतिहास निरंजन है तो सत्ता इतिहास अंजन। कुमार गंधर्व के अद्भुत स्वर-संगीत से अपने-अपने राम को खोजिए। देश के कुछ हिस्सों में नवमीं पर हुई हिंसा में राम और रामभक्तों को कैसे देखा जाए? राम जन्म के उत्सव पर हिंसा...

  • सासाराम में धारा 144 लागू, अमित शाह का दौरा रद्द

    क्या आज मतिभ्रम का समय है? ईश्वरवादी तो आज भीड़तंत्र में भरे पड़े हैं और अनीश्वरवादी अध्यात्म पढ़ा रहे हैं। नई पीढ़ी को कुमार गंधर्व के स्वर-संगीत से तुलसी, कबीर और गांधी के विचारों को आज समझना आसान रहेगा। आज जो अंजन का पसारा है वह सत्ता आकांक्षा का ही काजल है। निरंतर तो केवल राम निरंजन ही है। लोक इतिहास निरंजन है तो सत्ता इतिहास अंजन। कुमार गंधर्व के अद्भुत स्वर-संगीत से अपने-अपने राम को खोजिए। देश के कुछ हिस्सों में नवमीं पर हुई हिंसा में राम और रामभक्तों को कैसे देखा जाए? राम जन्म के उत्सव पर हिंसा...

  • सिब्बल का बड़ा आरोपः रामनवमी हिंसा भाजपा का 2024 के चुनाव के मद्देनजर ‘ट्रेलर’

    क्या आज मतिभ्रम का समय है? ईश्वरवादी तो आज भीड़तंत्र में भरे पड़े हैं और अनीश्वरवादी अध्यात्म पढ़ा रहे हैं। नई पीढ़ी को कुमार गंधर्व के स्वर-संगीत से तुलसी, कबीर और गांधी के विचारों को आज समझना आसान रहेगा। आज जो अंजन का पसारा है वह सत्ता आकांक्षा का ही काजल है। निरंतर तो केवल राम निरंजन ही है। लोक इतिहास निरंजन है तो सत्ता इतिहास अंजन। कुमार गंधर्व के अद्भुत स्वर-संगीत से अपने-अपने राम को खोजिए। देश के कुछ हिस्सों में नवमीं पर हुई हिंसा में राम और रामभक्तों को कैसे देखा जाए? राम जन्म के उत्सव पर हिंसा...

  • इंदौर के मंदिर में रामनवमी पर बड़ा हादसा, 30 की मौत

    क्या आज मतिभ्रम का समय है? ईश्वरवादी तो आज भीड़तंत्र में भरे पड़े हैं और अनीश्वरवादी अध्यात्म पढ़ा रहे हैं। नई पीढ़ी को कुमार गंधर्व के स्वर-संगीत से तुलसी, कबीर और गांधी के विचारों को आज समझना आसान रहेगा। आज जो अंजन का पसारा है वह सत्ता आकांक्षा का ही काजल है। निरंतर तो केवल राम निरंजन ही है। लोक इतिहास निरंजन है तो सत्ता इतिहास अंजन। कुमार गंधर्व के अद्भुत स्वर-संगीत से अपने-अपने राम को खोजिए। देश के कुछ हिस्सों में नवमीं पर हुई हिंसा में राम और रामभक्तों को कैसे देखा जाए? राम जन्म के उत्सव पर हिंसा...

  • रामनवमी पर कई राज्यों में हिंसा

    क्या आज मतिभ्रम का समय है? ईश्वरवादी तो आज भीड़तंत्र में भरे पड़े हैं और अनीश्वरवादी अध्यात्म पढ़ा रहे हैं। नई पीढ़ी को कुमार गंधर्व के स्वर-संगीत से तुलसी, कबीर और गांधी के विचारों को आज समझना आसान रहेगा। आज जो अंजन का पसारा है वह सत्ता आकांक्षा का ही काजल है। निरंतर तो केवल राम निरंजन ही है। लोक इतिहास निरंजन है तो सत्ता इतिहास अंजन। कुमार गंधर्व के अद्भुत स्वर-संगीत से अपने-अपने राम को खोजिए। देश के कुछ हिस्सों में नवमीं पर हुई हिंसा में राम और रामभक्तों को कैसे देखा जाए? राम जन्म के उत्सव पर हिंसा...

  • इंदौर में मंदिर की बावड़ी की छत धसने से 11 की मौत

    क्या आज मतिभ्रम का समय है? ईश्वरवादी तो आज भीड़तंत्र में भरे पड़े हैं और अनीश्वरवादी अध्यात्म पढ़ा रहे हैं। नई पीढ़ी को कुमार गंधर्व के स्वर-संगीत से तुलसी, कबीर और गांधी के विचारों को आज समझना आसान रहेगा। आज जो अंजन का पसारा है वह सत्ता आकांक्षा का ही काजल है। निरंतर तो केवल राम निरंजन ही है। लोक इतिहास निरंजन है तो सत्ता इतिहास अंजन। कुमार गंधर्व के अद्भुत स्वर-संगीत से अपने-अपने राम को खोजिए। देश के कुछ हिस्सों में नवमीं पर हुई हिंसा में राम और रामभक्तों को कैसे देखा जाए? राम जन्म के उत्सव पर हिंसा...

  • बिहार में रामनवमी पर गूंज रहे ‘जय श्रीराम’

    क्या आज मतिभ्रम का समय है? ईश्वरवादी तो आज भीड़तंत्र में भरे पड़े हैं और अनीश्वरवादी अध्यात्म पढ़ा रहे हैं। नई पीढ़ी को कुमार गंधर्व के स्वर-संगीत से तुलसी, कबीर और गांधी के विचारों को आज समझना आसान रहेगा। आज जो अंजन का पसारा है वह सत्ता आकांक्षा का ही काजल है। निरंतर तो केवल राम निरंजन ही है। लोक इतिहास निरंजन है तो सत्ता इतिहास अंजन। कुमार गंधर्व के अद्भुत स्वर-संगीत से अपने-अपने राम को खोजिए। देश के कुछ हिस्सों में नवमीं पर हुई हिंसा में राम और रामभक्तों को कैसे देखा जाए? राम जन्म के उत्सव पर हिंसा...

  • आंजन धाम में रामनवमी पर उमड़े भक्त

    क्या आज मतिभ्रम का समय है? ईश्वरवादी तो आज भीड़तंत्र में भरे पड़े हैं और अनीश्वरवादी अध्यात्म पढ़ा रहे हैं। नई पीढ़ी को कुमार गंधर्व के स्वर-संगीत से तुलसी, कबीर और गांधी के विचारों को आज समझना आसान रहेगा। आज जो अंजन का पसारा है वह सत्ता आकांक्षा का ही काजल है। निरंतर तो केवल राम निरंजन ही है। लोक इतिहास निरंजन है तो सत्ता इतिहास अंजन। कुमार गंधर्व के अद्भुत स्वर-संगीत से अपने-अपने राम को खोजिए। देश के कुछ हिस्सों में नवमीं पर हुई हिंसा में राम और रामभक्तों को कैसे देखा जाए? राम जन्म के उत्सव पर हिंसा...

  • भगवान राम का जीवन हर युग में मानवता के लिए प्रेरणाः प्रधानमंत्री मोदी

    क्या आज मतिभ्रम का समय है? ईश्वरवादी तो आज भीड़तंत्र में भरे पड़े हैं और अनीश्वरवादी अध्यात्म पढ़ा रहे हैं। नई पीढ़ी को कुमार गंधर्व के स्वर-संगीत से तुलसी, कबीर और गांधी के विचारों को आज समझना आसान रहेगा। आज जो अंजन का पसारा है वह सत्ता आकांक्षा का ही काजल है। निरंतर तो केवल राम निरंजन ही है। लोक इतिहास निरंजन है तो सत्ता इतिहास अंजन। कुमार गंधर्व के अद्भुत स्वर-संगीत से अपने-अपने राम को खोजिए। देश के कुछ हिस्सों में नवमीं पर हुई हिंसा में राम और रामभक्तों को कैसे देखा जाए? राम जन्म के उत्सव पर हिंसा...

  • श्रीहनुमान और महाभारतकालीन कपिध्वज

    क्या आज मतिभ्रम का समय है? ईश्वरवादी तो आज भीड़तंत्र में भरे पड़े हैं और अनीश्वरवादी अध्यात्म पढ़ा रहे हैं। नई पीढ़ी को कुमार गंधर्व के स्वर-संगीत से तुलसी, कबीर और गांधी के विचारों को आज समझना आसान रहेगा। आज जो अंजन का पसारा है वह सत्ता आकांक्षा का ही काजल है। निरंतर तो केवल राम निरंजन ही है। लोक इतिहास निरंजन है तो सत्ता इतिहास अंजन। कुमार गंधर्व के अद्भुत स्वर-संगीत से अपने-अपने राम को खोजिए। देश के कुछ हिस्सों में नवमीं पर हुई हिंसा में राम और रामभक्तों को कैसे देखा जाए? राम जन्म के उत्सव पर हिंसा...

  • संसद के दोनों सदनों में रामनवमी की छुट्टी

    क्या आज मतिभ्रम का समय है? ईश्वरवादी तो आज भीड़तंत्र में भरे पड़े हैं और अनीश्वरवादी अध्यात्म पढ़ा रहे हैं। नई पीढ़ी को कुमार गंधर्व के स्वर-संगीत से तुलसी, कबीर और गांधी के विचारों को आज समझना आसान रहेगा। आज जो अंजन का पसारा है वह सत्ता आकांक्षा का ही काजल है। निरंतर तो केवल राम निरंजन ही है। लोक इतिहास निरंजन है तो सत्ता इतिहास अंजन। कुमार गंधर्व के अद्भुत स्वर-संगीत से अपने-अपने राम को खोजिए। देश के कुछ हिस्सों में नवमीं पर हुई हिंसा में राम और रामभक्तों को कैसे देखा जाए? राम जन्म के उत्सव पर हिंसा...

  • रामनवमी में डीजे और जुलूस पर प्रतिबंध के खिलाफ झारखंड विधानसभा में हंगामा

    क्या आज मतिभ्रम का समय है? ईश्वरवादी तो आज भीड़तंत्र में भरे पड़े हैं और अनीश्वरवादी अध्यात्म पढ़ा रहे हैं। नई पीढ़ी को कुमार गंधर्व के स्वर-संगीत से तुलसी, कबीर और गांधी के विचारों को आज समझना आसान रहेगा। आज जो अंजन का पसारा है वह सत्ता आकांक्षा का ही काजल है। निरंतर तो केवल राम निरंजन ही है। लोक इतिहास निरंजन है तो सत्ता इतिहास अंजन। कुमार गंधर्व के अद्भुत स्वर-संगीत से अपने-अपने राम को खोजिए। देश के कुछ हिस्सों में नवमीं पर हुई हिंसा में राम और रामभक्तों को कैसे देखा जाए? राम जन्म के उत्सव पर हिंसा...

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