Saturday

19-04-2025 Vol 19

Ram Mandir Inauguration

मंत्री, मुख्यमंत्री अयोध्या जाते तो क्या हो जाता

नरेंद्र मोदी सरकार का कोई मंत्री 22 जनवरी को अयोध्या नहीं गया और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को छोड़ कर किसी राज्य का मुख्यमंत्री भी अयोध्या नहीं...

नेताओं के अयोध्या जाने का सस्पेंस

कांग्रेस और दूसरी तमाम विपक्षी पार्टियों के शीर्ष नेता अयोध्या नहीं जा रहे हैं। सबने अपने अपने तरीके से निमंत्रण अस्वीकार कर दिया है।

नरेंद्र मोदी का सर्वकालिक क्षण!

अयोध्या की पांच अगस्त 2020 की तारीख और 22 जनवरी 2022 में क्या फर्क है? तब राम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन था। आज मंदिर में मूर्ति की प्राण...

अयोध्या को अभेद किला बनाया

रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक कार्यक्रम के लिए पूरी अयोध्या को अभेद किला बना दिया गया है।

ओरछा और चित्रकूट में भी अयोध्या जैसा उत्साह

यदि जितना हम राम को मानते हैं वैसे ही राम की भी मानने लगे तो न केवल यह मानव जीवन धन्य हो जाएगा वरन आने वाली पीढ़ी को भी...

दिल्ली में भी 22 को आधे दिन की छुट्टी

केंद्र सरकार की तर्ज पर दिल्ली सरकार ने भी 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के दिन आधे दिन की छुट्टी का ऐलान किया...

पांच जजों को अयोध्या न्योता

राम जन्मभूमि विवाद में फैसला सुनाने वाले सुप्रीम कोर्ट के पांचों जजों को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का न्यौता।

सबके अपने अपने राम-सीता

ऐसा नहीं है कि भगवान राम की भक्ति में सिर्फ भाजपा और नरेंद्र मोदी जुटे हैं। सभी पार्टियां किसी न किसी रूप में अपना हिंदुत्व और अपनी धार्मिकता को...

ऐतिहासिक घड़ी, राम को बैठाएं अंतस में!

हम आस्थावान हिंदुओं का ऐतिहासिक समय है। इसलिए क्योंकि कुछ भी हो, 22 जनवरी 2024 के दिन अयोध्या, मंदिर, गर्भगृह और मूर्ति का हिंदू मन-मष्तिष्क में अमिट छापा होगा

रामलला की पूरी तस्वीर सामने आई

श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में स्थापित हुई रामलला की प्रतिमा की पूरी तस्वीर सामने आ गई है।

उफ! ऐसी राजनीति, दुराव और अहंकार!

ज्ञात इतिहास का संभवतः यह पहला मौका है जब इतिहासजन्य ग्रंथि के प्रतीक मंदिर विशेष की प्राण प्रतिष्ठा में भी हम हिंदू छोटे स्वार्थों, छोटी राजनीति और दुरावों में...

राजनीति क्या सधेगी?

भाजपा और केंद्र व राज्यों की भाजपा सरकारों के साथ साथ राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद भी सारे वह काम कर रहे हैं, जिससे मंदिर का श्रेय...

राम के साथ काम का भी नैरेटिव

भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसा नहीं है कि सिर्फ राम नाम का नैरेटिव बना रहे हैं। अयोध्या में पूजा पाठ और अनुष्ठान के साथ साथ मोदी...

निमंत्रण ठुकराने का अपना अपना अंदाज

अयोध्या में राममंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण करीब करीब सभी विपक्षी नेताओं को मिला और सबने अपने अपने तरीके से निमंत्रण अस्वीकार किया।

आसन पर विराजमान हुई प्रतिमा

रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के तीसरे दिन प्रतिमा को गर्भगृह में बने आसन पर रखा गया।

मोदी प्रधान यजमान क्यों नहीं बने

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के यज्ञ में प्रधान यजमान नहीं होंगे।

जाके प्रिय न राम वैदेही…

मुझे अयोध्या जी का वह दृश्य याद आ रहा है, तब रामलला तख्त पर विराजमान थे, उसी रूप में उनकी पूजा होती रही। याद रखिए जो पूजित हैं, वह...

कांग्रेस 22 जनवरी को क्या करेगी?

जिस तरह से भाजपा पूरी तरह से कट्टर दक्षिणपंथी पार्टी बन गई है और एक भी नेता ऐसा नहीं है, जो मध्यमार्ग की बात कर सके तो दूसरी ओर...

प्राण प्रतिष्ठा पर विवाद क्यों?

भगवान श्री राम के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जो विवाद पैदा हुए हैं उसमें सबसे महत्वपूर्ण है शंकराचार्यों का वह बयान जिसमें उन्होंने इस समारोह में नहीं...

तालठोकू फ़रमान और कांग्रेस का इनकार

सोनिया गांधी इस रामनवमी पर रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाएं। मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी जाएं तो और अच्छा।

अयोध्या पर कांग्रेस की दयनीय राजनीति

कांग्रेस को यह निमंत्रण दिसंबर में मिला था और इसे अस्वीकार करने का फैसला करने में उसने 20 दिन का समय लिया।

राम का मंदिर क्या सिर्फ राम के उपासकों का है..?

चम्पत रॉय का ब्यान – मंदिर रामनन्दियों का....!

कांग्रेस नेता अयोध्या नहीं जाएंगे।

कार्यक्रम को भाजपा,आरएसएस का बतलाते हुए अधूरे मंदिर में भगवान की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा पर सवाल उठाया।

कांग्रेस ने राम मंदिर पर नुकसान कर लिया

अब कांग्रेस पार्टी कुछ भी फैसला करे लेकिन उसने राम मंदिर के उद्घाटन के मसले पर अपना बड़ा नुकसान कर लिया। वह अपने आप रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के...

श्रीराम मंदिर की इतनी प्रतीक्षा का अर्थ

आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में शताब्दियों पूर्व मुस्लिम आक्रांताओं द्वारा ध्वस्त और अब पुनर्निर्मित श्रीराम मंदिर का उद्घाटन होगा। भव्य कार्यक्रम में कई गणमान्यों की उपस्थिति में प्रधानमंत्री...

रामभक्तों से मोदी की अपील

22 जनवरी को अयोध्या न आएं। 23 जनवरी से आएं क्योंकि अब रामलला सदा के लिए विराजमान हो गए हैं।

राम मंदिर के कार्यक्रम में शामिल हो सकती हैं सोनिया

श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के शामिल होने के बारे में कांग्रेस ने अभी तक कोई...

देश ‘हाय… हाय… उचारे’ प्रधानमंत्री मंदिर द्वारे…?

क्या प्रधानमंत्री पद पर विराजित शख्स की कोई निजी जिन्दगी नहीं होती? क्या उसे अपने लिए कुछ भी फैसले लेने का अधिकार नहीं है?

सात दिन का अनुष्ठान और यजमान मोदी

रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान सात दिन तक चलेगा। इस सात दिन के अनुष्ठान के लिए अभी से तैयारी शुरू हो गई है।

राजा राम की नगरी का विकास तो राजसी हो!

स्वाभाविक है कि मंदिर का निर्माण पूर्ण हुए बिना ही बीच में इतना भव्य आयोजन 2024 के लोक सभा चुनावों को लक्ष्य करके आयोजित किया जा रहा है।

क्या सोनिया और खड़गे अयोध्या जाएंगे?

यह लाख टके का सवाल है कि कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम में शामिल...