Prashant Kishore

  • पटना पुलिस ने प्रशांत किशोर को किया गिरफ्तार

    पटना। बिहार में बीपीएससी परीक्षा (BPSC Exam) में हुई गड़बड़ी को लेकर जन सुराज पार्टी (जसुपा) के मुखिया प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) पटना के गांधी मैदान में दो जनवरी से आमरण अनशन पर बैठे थे। इसी बीच सोमवार सुबह लगभग 4 बजे पटना पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया, लेकिन बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। मेडिकल जांच के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर और कुछ अन्य लोगों द्वारा अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर प्रतिबंधित क्षेत्र गांधी मैदान के गांधी मूर्ति...

  • छात्रों के प्रदर्शन में शामिल हुए पीके

    BPSC Protest : बिहार में राजनीति करने उतरे चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर कहा करते थे कि उनको सड़क पर उतरने की जरुरत नहीं है। जब उन्होंने पार्टी बना कर चुनाव लड़ने का फैसला किया तो उनसे पूछा जाता था कि बिहार में इतनी पुरानी पार्टियां हैं, जिनकी जड़ें बहुत गहरी हैं, जबकि उनकी पार्टी ने आजतक कोई राजनीतिक आंदोलन नहीं किया और न किसी मसले पर प्रदर्शन किया है। इसके जवाब में वे कहते थे कि वे चुनाव लड़ना और लड़ाना जानते हैं। उनको किसी आंदोलन या प्रदर्शन में शामिल होने की जरुरत नहीं है। लेकिन अब प्रशांत किशोर भी...

  • प्रशांत किशोर क्या करेंगे?

    बिहार में प्रशांत किशोर को बड़ा झटका लगा है। देश के सबसे बड़े चुनाव रणनीतिकार, जिनको प्रधानमंत्री और कई मुख्यमंत्री बनवाने का श्रेय जाता है वे अपनी पार्टी बना कर लड़े और सभी चार सीटों पर चुनाव हार गए। उन्होंने दावा किया था कि बिहार की चार सीटों पर उपचुनाव जीत कर वे 2025 के चुनाव को सेटल कर देंगे। उन्होंने कहा था कि इन उपचुनावों से ही पता चल जाएगा कि जन सुराज पार्टी स्थापित हो गई है और वह अगला चुनाव जीतेगी। लेकिन ऐसा  नहीं हो सका। उनकी पार्टी चार में से कोई सीट नहीं जीत पाई और...

  • पीके ने उपचुनाव को बनाया दिलचस्प

    चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव को दिलचस्प बना दिया है। उनको पता है कि यह जोखिम का काम है क्योंकि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अगर उपचुनावों में उनकी पार्टी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएगी तो उससे माहौल बिगड़ेगा और उनकी काबिलियत पर भी सवाल उठेगा। फिर भी उन्होंने जोखिम लिया है और चुनाव को दिलचस्प बना दिया है। सभी चार सीटों पर उनके उम्मीदवारों की वजह से चुनाव त्रिकोणात्मक हो गया है। वे पार्टियों के सामाजिक समीकरण को भी तोड़ रहे हैं और इससे कम से कम दो सीटों,...

  • प्रशांत किशोर के प्रबंधन पर बड़ा सवाल

    प्रशांत किशोर देश के सबसे बड़े चुनाव रणनीतिकार और प्रबंधक रहे हैं, इसमें कोई संदेह नहीं है। उन्होंने बिहार में पदयात्रा की और उसके बाद अपने जनसुराज अभियान को जन सुराज पार्टी में बदल दिया। इसमें भी कोई परेशानी नहीं है। लेकिन उन्होंने उपचुनाव के लिए जिस तरह से उम्मीदवार चुने हैं उससे उनके प्रबंधन पर सवाल उठे हैं। चार सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं और चार सीटों के उपचुनाव में ही चुनने के बाद उनको दो उम्मीदवार बदलने पड़े हैं। उनका कहना है कि वे जनता की राय लेकर और जनता के बीच से ही उम्मीदवार चुनेंगे फिर...

  • परिवारवाद से प्रशांत किशोर का मौका?

    प्रशांत किशोर देश के सबसे बड़े चुनाव रणनीतिकार और प्रबंधक रहे हैं, इसमें कोई संदेह नहीं है। उन्होंने बिहार में पदयात्रा की और उसके बाद अपने जनसुराज अभियान को जन सुराज पार्टी में बदल दिया। इसमें भी कोई परेशानी नहीं है। लेकिन उन्होंने उपचुनाव के लिए जिस तरह से उम्मीदवार चुने हैं उससे उनके प्रबंधन पर सवाल उठे हैं। चार सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं और चार सीटों के उपचुनाव में ही चुनने के बाद उनको दो उम्मीदवार बदलने पड़े हैं। उनका कहना है कि वे जनता की राय लेकर और जनता के बीच से ही उम्मीदवार चुनेंगे फिर...

  • प्रशांत किशोर के साथ क्या केजरीवाल भी जाएंगे?

    प्रशांत किशोर देश के सबसे बड़े चुनाव रणनीतिकार और प्रबंधक रहे हैं, इसमें कोई संदेह नहीं है। उन्होंने बिहार में पदयात्रा की और उसके बाद अपने जनसुराज अभियान को जन सुराज पार्टी में बदल दिया। इसमें भी कोई परेशानी नहीं है। लेकिन उन्होंने उपचुनाव के लिए जिस तरह से उम्मीदवार चुने हैं उससे उनके प्रबंधन पर सवाल उठे हैं। चार सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं और चार सीटों के उपचुनाव में ही चुनने के बाद उनको दो उम्मीदवार बदलने पड़े हैं। उनका कहना है कि वे जनता की राय लेकर और जनता के बीच से ही उम्मीदवार चुनेंगे फिर...

  • उपचुनाव में ताकत दिखाएंगे प्रशांत किशोर

    प्रशांत किशोर देश के सबसे बड़े चुनाव रणनीतिकार और प्रबंधक रहे हैं, इसमें कोई संदेह नहीं है। उन्होंने बिहार में पदयात्रा की और उसके बाद अपने जनसुराज अभियान को जन सुराज पार्टी में बदल दिया। इसमें भी कोई परेशानी नहीं है। लेकिन उन्होंने उपचुनाव के लिए जिस तरह से उम्मीदवार चुने हैं उससे उनके प्रबंधन पर सवाल उठे हैं। चार सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं और चार सीटों के उपचुनाव में ही चुनने के बाद उनको दो उम्मीदवार बदलने पड़े हैं। उनका कहना है कि वे जनता की राय लेकर और जनता के बीच से ही उम्मीदवार चुनेंगे फिर...

  • प्रशांत किशोर से घबराई लालू की पार्टी

    प्रशांत किशोर देश के सबसे बड़े चुनाव रणनीतिकार और प्रबंधक रहे हैं, इसमें कोई संदेह नहीं है। उन्होंने बिहार में पदयात्रा की और उसके बाद अपने जनसुराज अभियान को जन सुराज पार्टी में बदल दिया। इसमें भी कोई परेशानी नहीं है। लेकिन उन्होंने उपचुनाव के लिए जिस तरह से उम्मीदवार चुने हैं उससे उनके प्रबंधन पर सवाल उठे हैं। चार सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं और चार सीटों के उपचुनाव में ही चुनने के बाद उनको दो उम्मीदवार बदलने पड़े हैं। उनका कहना है कि वे जनता की राय लेकर और जनता के बीच से ही उम्मीदवार चुनेंगे फिर...

  • प्रशांत किशोर ने की घोषणा, अगला बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे

    प्रशांत किशोर देश के सबसे बड़े चुनाव रणनीतिकार और प्रबंधक रहे हैं, इसमें कोई संदेह नहीं है। उन्होंने बिहार में पदयात्रा की और उसके बाद अपने जनसुराज अभियान को जन सुराज पार्टी में बदल दिया। इसमें भी कोई परेशानी नहीं है। लेकिन उन्होंने उपचुनाव के लिए जिस तरह से उम्मीदवार चुने हैं उससे उनके प्रबंधन पर सवाल उठे हैं। चार सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं और चार सीटों के उपचुनाव में ही चुनने के बाद उनको दो उम्मीदवार बदलने पड़े हैं। उनका कहना है कि वे जनता की राय लेकर और जनता के बीच से ही उम्मीदवार चुनेंगे फिर...

  • प्रशांत किशोर पर इतना बवाल!

    प्रशांत किशोर देश के सबसे बड़े चुनाव रणनीतिकार और प्रबंधक रहे हैं, इसमें कोई संदेह नहीं है। उन्होंने बिहार में पदयात्रा की और उसके बाद अपने जनसुराज अभियान को जन सुराज पार्टी में बदल दिया। इसमें भी कोई परेशानी नहीं है। लेकिन उन्होंने उपचुनाव के लिए जिस तरह से उम्मीदवार चुने हैं उससे उनके प्रबंधन पर सवाल उठे हैं। चार सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं और चार सीटों के उपचुनाव में ही चुनने के बाद उनको दो उम्मीदवार बदलने पड़े हैं। उनका कहना है कि वे जनता की राय लेकर और जनता के बीच से ही उम्मीदवार चुनेंगे फिर...

  • Prashant Kishor: विपक्ष से चूके कई अवसर, 2024 में फिर सत्ता में लौटेगी भाजपा

    प्रशांत किशोर देश के सबसे बड़े चुनाव रणनीतिकार और प्रबंधक रहे हैं, इसमें कोई संदेह नहीं है। उन्होंने बिहार में पदयात्रा की और उसके बाद अपने जनसुराज अभियान को जन सुराज पार्टी में बदल दिया। इसमें भी कोई परेशानी नहीं है। लेकिन उन्होंने उपचुनाव के लिए जिस तरह से उम्मीदवार चुने हैं उससे उनके प्रबंधन पर सवाल उठे हैं। चार सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं और चार सीटों के उपचुनाव में ही चुनने के बाद उनको दो उम्मीदवार बदलने पड़े हैं। उनका कहना है कि वे जनता की राय लेकर और जनता के बीच से ही उम्मीदवार चुनेंगे फिर...

  • लालू परिवार पर प्रशांत किशोर ने कसा तंज

    प्रशांत किशोर देश के सबसे बड़े चुनाव रणनीतिकार और प्रबंधक रहे हैं, इसमें कोई संदेह नहीं है। उन्होंने बिहार में पदयात्रा की और उसके बाद अपने जनसुराज अभियान को जन सुराज पार्टी में बदल दिया। इसमें भी कोई परेशानी नहीं है। लेकिन उन्होंने उपचुनाव के लिए जिस तरह से उम्मीदवार चुने हैं उससे उनके प्रबंधन पर सवाल उठे हैं। चार सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं और चार सीटों के उपचुनाव में ही चुनने के बाद उनको दो उम्मीदवार बदलने पड़े हैं। उनका कहना है कि वे जनता की राय लेकर और जनता के बीच से ही उम्मीदवार चुनेंगे फिर...

  • पीके क्या चिराग वाली राजनीति करेंगे

    प्रशांत किशोर देश के सबसे बड़े चुनाव रणनीतिकार और प्रबंधक रहे हैं, इसमें कोई संदेह नहीं है। उन्होंने बिहार में पदयात्रा की और उसके बाद अपने जनसुराज अभियान को जन सुराज पार्टी में बदल दिया। इसमें भी कोई परेशानी नहीं है। लेकिन उन्होंने उपचुनाव के लिए जिस तरह से उम्मीदवार चुने हैं उससे उनके प्रबंधन पर सवाल उठे हैं। चार सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं और चार सीटों के उपचुनाव में ही चुनने के बाद उनको दो उम्मीदवार बदलने पड़े हैं। उनका कहना है कि वे जनता की राय लेकर और जनता के बीच से ही उम्मीदवार चुनेंगे फिर...

  • तेलंगाना चुनाव में पीके की रणनीति!

    प्रशांत किशोर देश के सबसे बड़े चुनाव रणनीतिकार और प्रबंधक रहे हैं, इसमें कोई संदेह नहीं है। उन्होंने बिहार में पदयात्रा की और उसके बाद अपने जनसुराज अभियान को जन सुराज पार्टी में बदल दिया। इसमें भी कोई परेशानी नहीं है। लेकिन उन्होंने उपचुनाव के लिए जिस तरह से उम्मीदवार चुने हैं उससे उनके प्रबंधन पर सवाल उठे हैं। चार सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं और चार सीटों के उपचुनाव में ही चुनने के बाद उनको दो उम्मीदवार बदलने पड़े हैं। उनका कहना है कि वे जनता की राय लेकर और जनता के बीच से ही उम्मीदवार चुनेंगे फिर...

  • प्रशांत किशोर की जन सुराज पदयात्रा स्थगित

    प्रशांत किशोर देश के सबसे बड़े चुनाव रणनीतिकार और प्रबंधक रहे हैं, इसमें कोई संदेह नहीं है। उन्होंने बिहार में पदयात्रा की और उसके बाद अपने जनसुराज अभियान को जन सुराज पार्टी में बदल दिया। इसमें भी कोई परेशानी नहीं है। लेकिन उन्होंने उपचुनाव के लिए जिस तरह से उम्मीदवार चुने हैं उससे उनके प्रबंधन पर सवाल उठे हैं। चार सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं और चार सीटों के उपचुनाव में ही चुनने के बाद उनको दो उम्मीदवार बदलने पड़े हैं। उनका कहना है कि वे जनता की राय लेकर और जनता के बीच से ही उम्मीदवार चुनेंगे फिर...

  • प्रशांत किशोर पार्टी बनाएंगे, चुनाव लड़ेंगे!

    प्रशांत किशोर देश के सबसे बड़े चुनाव रणनीतिकार और प्रबंधक रहे हैं, इसमें कोई संदेह नहीं है। उन्होंने बिहार में पदयात्रा की और उसके बाद अपने जनसुराज अभियान को जन सुराज पार्टी में बदल दिया। इसमें भी कोई परेशानी नहीं है। लेकिन उन्होंने उपचुनाव के लिए जिस तरह से उम्मीदवार चुने हैं उससे उनके प्रबंधन पर सवाल उठे हैं। चार सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं और चार सीटों के उपचुनाव में ही चुनने के बाद उनको दो उम्मीदवार बदलने पड़े हैं। उनका कहना है कि वे जनता की राय लेकर और जनता के बीच से ही उम्मीदवार चुनेंगे फिर...

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