सवाल विपक्षी एकता के एजेंडे का
मुद्दा यह है कि भारत को बीजेपी-आरएसएस के उस शासन से कैसे मुक्ति मिले, जिसकी वजह से समाज में नफरत और विभेद बढ़ रहे हैं तथा कमजोर तबकों पर शासक वर्ग का शिकंजा और अधिक कसता जा रहा है? यह समझ बिल्कुल ठीक है कि विपक्षी दलों की जोड़-तोड़ इस लिहाज से “पर्याप्त” नहीं है। बल्कि इस मकसद में उसका नाकाम साबित होना तय है। इसलिए चिंतिन शिविर में किसी वैकल्पिक दृष्टि पर बात करने का विचार सटीक है। मगर यह वैकल्पिक दृष्टि क्या है? कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी मौजूदा अमेरिका यात्रा की शुरुआत 31 मई को सैन...