NEET Paper Leak

  • विपक्ष का हंगामा जारी रहेगा

    नई दिल्ली। संसद में विपक्षी पार्टियों का हंगामा सोमवार को भी जारी रहेगा। पिछले हफ्ते शुक्रवार को विपक्षी पार्टियों के हंगामे की वजह से दोनों सदनों में कामकाज बाधित हुआ था और कई बार के स्थगन के बाद दोनों सदन सोमवार तक स्थगित कर दिए गए थे। सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होनी है लेकिन विपक्षी पार्टियां नीट यूजी की परीक्षा में पेपर लीक और दूसरी गड़बड़ियों पर चर्चा के लिए अड़े हैं। विपक्ष ने शुक्रवार को इस पर चर्चा के लिए काम रोको प्रस्ताव भी पेश किया था। गौरतलब है कि एक जुलाई...

  • बिहार और गुजरात पहुंची सीबीआई की टीम

    नई दिल्ली। मेडिकल में दाखिले के लिए हुई नीट यूजी की परीक्षा में पेपर लीक और दूसरी गड़बड़ियों की जांच के लिए सीबीआई ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और सोमवार यानी 24 जनवरी को एक एक टीम बिहार और गुजरात पहुंची। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा इस मामले की जांच पहले से कर रही ही और उसने सारे दस्तावेज सीबीआई को सौंप दिए हैं। सीबीआई ने गुजरात और बिहार से एक एक मामले में और राजस्थान से तीन मामलों में एफआईआर दर्ज की है। महाराष्ट्र के लातूर से एक और मामला दर्ज किए जाने की संभावना है। गौरतलब...

  • नीट पेपर लीक का मास्टरमाइंड कौन?

    मेडिकल में दाखिले के लिए हुई नीट-यूजी की परीक्षा में कई तरह की गड़बड़ियां हुई हैं। पहली गड़बड़ी आवेदन की तारीख बीत जाने के कई दिनों के बाद फिर से आवेदन का विंडो खोलना और उस दिन करीब 24 हजार छात्रों का आवेदन करना। माना जा रहा है कुछ खास लोगों को इसका फायदा मिला। दूसरी गड़बड़ी प्रश्नपत्र लीक होने की है। तीसरी गड़बड़ी परीक्षा में नकल या चोरी कराने की है। चौथी गड़बड़ी परीक्षा के बाद आंसर शीट भरे जाने की है। पांचवीं गड़बड़ी ग्रेस मार्क्स की थी, जिसे नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने ठीक किया है। इसके अलावा भी...

  • पेपर लीक कानून लागू करने में देरी क्यों हुई?

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दावा करते हैं कि उनकी सरकार कठोर फैसले लेने और उसे लागू करने वाली सरकार है। लेकिन वही सरकार कानून बना देती है और उसे लागू करने में महीनों, बरसों लगा देती है। कानून बनने के चार साल से ज्यादा समय बीतने के बाद मोदी सरकार ने संशोधित नागरिकता कानून यानी सीएए को लागू किया था। उसी तरह से पेपर लीक रोकने का कानून बनने के चार महीने बाद उसे लागू किया गया है। सवाल है कि सरकार इस कानून को बनाने के बाद लागू करने के लिए किस बात का इंतजार कर रही थी? क्या इस...

  • बिहार में छात्रों से ज्यादा राजनीति की चिंता

    मेडिकल में दाखिले के लिए ही नीट-यूजी की परीक्षा के पेपर लीक होने और दूसरी गड़बड़ियों से लाखों बच्चों का भविष्य अधर में फंसा है। इस मामले में बिहार पुलिस की जांच सबसे अहम है क्योंकि उसी ने इसका खुलासा किया है और इस बात के सबूत जुटाए हैं कि पेपर लीक हुआ था। आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है। लेकिन बिहार के नेता बच्चों के भविष्य की चिंता करने की बजाय राजनीतिक दांवपेंच में लगे हैं। भाजपा और राष्ट्रीय जनता दल के नेता एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। उन्हें इस बात से मतलब नहीं दिख रहा...