Saturday

19-04-2025 Vol 19

NDA

पार्टियां स्पीकर से नहीं मतदाताओं से बचती हैं!

कांग्रेस और लेफ्ट का पूरा इकोसिस्टम भी इस प्रचार में लगा है कि अगर लोकसभा का स्पीकर भाजपा का बना तो नायडू और नीतीश की पार्टी नहीं बचेगी।

अग्निवीर की सेवा शर्तों में क्या सुधार होगा?

ऐसा लग रहा है कि सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना के खिलाफ चलाया गया विपक्षी पार्टियों का अभियान कुछ रंग लाएगा।

गुजरात के प्रोजेक्ट पर कुमारस्वामी के सवाल

वैसे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहयोगी पार्टियों के नेताओं को ज्यादा अहम मंत्रालय नहीं दिए हैं।

भाजपा में राज्यसभा की लॉबिंग

इस बार लोकसभा चुनाव में राज्यसभा के कई सांसदों को टिकट दी गई थी। सभी राज्यसभा सांसद लोकसभा का चुनाव जीत गए हैं।

चुनाव नतीजे की तीन अहम बातें

तीन में सबसे पहली बात है अयोध्या यानी फैजाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा का हार जाना। दूसरी बात है दक्षिण भारत में भाजपा के वोट में बढ़ोतरी

विभागों को लेकर बिहार में नाराजगी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह से मंत्री पद दिए हैं और विभागों का बंटवारा किया है उसे लेकर बिहार में बड़ी नाराजगी है।

गठबंधन सरकार और मोदी का एजेंडा

कुछ राजनीतिक मसले तो गठबंधन की सरकार के बावजूद आगे बढ़ेंगे लेकिन परिसीमन, यूसीसी या धर्म से जुड़े मुद्दों पर सरकार के लिए सहमति बनाने की मजबूरी होगी।

केंद्रीय मंत्रियों ने कामकाज संभाला

जनता दल यू को मिले मंत्रालयों को लेकर बिहार में चल रहे विवाद के बीच राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने भी अपना कामकाज संभाल लिया।

मोदी क्या सचमुच राजपूतों से नाराज हैं?

मंत्रिमंडल के गठन के बाद कम से कम बिहार, झारखंड और कुछ हद तक उत्तर प्रदेश के राजपूत ऐसा मान रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजपूतों से नाराज...

सहयोगियों में मंत्री पद पर खींचतान

एकनाथ शिंदे गुट की एक केबिनेट मंत्री बनाने की मांग वही अजित पवार, झारखंड की आजसू पार्टी भी खिन्न।

एनडीए की कई पार्टियों को मंत्री पद नहीं

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सरकार में ज्यादातर पुरानी सहयोगी पार्टियों को जगह दी है। कई नई पार्टियों और पूर्वोत्तर की पार्टियों को जगह नहीं मिली है।

राहुल की कोर टीम के सदस्य होंगे मोदी के मंत्री!

पिछली सरकार में मोदी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को मंत्री बनाया था। वे राहुल की कोर टीम के सदस्य थे सबसे युवा मंत्रियों में से एक थे।

कुछ क्षेत्रीय पार्टियों की सांस अटकी

नरेंद्र मोदी की तीसरी सरकार बनने से पहले भाजपा की सभी सहयोगी पार्टियों को लग रहा है कि मंत्रिमंडल में उनको जगह मिलेगी।

मोदी को सरकार का न्योता

इसके पहले शुक्रवार की सुबह एनडीए के तमाम घटक दलों ने नरेंद्र मोदी के संसदीय दल का नेता चुना।

मोदी का राहुल, विपक्ष पर तंज

एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने के मौके पर भी नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और विपक्षी पार्टियों को निशाना बनाया।

नीतीश, नायडू का मोदी गुणगान

नीतीश कुमार इतने जज्बाती हो गए कि भाषण के बाद मोदी के सामने पूरी तरह से झुक कर अभिवादन किया।

नीतिगत मामलों पर अड़ेंगे नीतीश

2013 में मोदी को प्रधानमंत्री पद का दावेदार बनाए जाने के बाद नीतीश एकमात्र नेता थे, जिन्होंने एनडीए छोड़ी थी। वे 2014 के चुनाव में अकेले लड़े थे और...

संसदीय दल के नेता चुने गए पीएम मोदी

लोकसभा चुनाव में एनडीए को जीत मिली और नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। इसे लेकर उत्तर प्रदेश भाजपा कार्यालय में जश्न का माहौल देखने को...

नई सरकार के गठन पर NDA संसदीय दल की बैठक शुरू

लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद अब सरकार गठन की तैयारी है। केंद्र में नई सरकार के गठन पर चर्चा के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन...

सरकार में घटक दलों को क्या मिलेगा?

दस साल तक पूर्ण बहुमत की मजबूत सरकार के बाद अब गठबंधन सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

भाजपा के अंदर भी खींचतान बढ़ेगी

भाजपा के अंदर से भी दबाव बढ़ेगा। खास कर उन राज्यों से जहां भाजपा का प्रदर्शन अच्छा नहीं हुआ है और जहां आने वाले दिनों में चुनाव होने वाले...

न तुम जीते न वो हारे!

चुनाव 2024- फर्जी एग्जिट पोल की वजह से शेयर मार्केट के आम निवेशकों केकरोड़ों रु. स्वाहा हुए। जांच होनी चाहिए।

अबकी बार विपक्ष को मौका

इस बार उसने बहुत मजबूत विपक्ष चुना है। इतना मजबूत, जितना आजाद भारत के इतिहास में कभी नहीं रहा है।

मोदी की नौ जून को शपथ?

नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ नौ जून यानी रविवार को ले सकते हैं।

एनडीए के नेता चुने गए मोदी

प्रधानमंत्री आवास पर हुई बैठक में 16 पार्टियों के 21 नेता शामिल हुए।सभी सांसदों की बैठक सात जून को होगी।

सहज राजनीति के दिन लौटे?

क्या अब केंद्र में ज्यादा समावेशी सरकार बनेगी और क्या संघवाद की जिस अवधारणा को पिछले 10 साल से चुनौती मिल रही थी वह चुनौती समाप्त हो जाएगी?

अब लद्दू मत बनिए नरेंद्र भाई

अगर वे 2014 की ही तरह 2024 में भी प्रधानमंत्री बनने के लिए अड़े रहे तो अपनी डोली ढोने वाले कहार इस बार कहां से लाएंगे?

मोदी युग के अंत की हुई शुरुआत

मोदी पर अब तक दांव लगाने वाले धनी-मानी तबके अब इस सवाल पर सोचने पर मजबूर होंगे कि क्या एकमात्र उसी चेहरे पर दांव लगाए रखना बुद्धिमानी होगी

चुनाव 2024 का सत्य

हां, आग्रह है आम चुनाव 2024 के पचहत्तर दिनों में मेरे लिखे कॉलम ‘अपन तो कहेंगे’ और ‘गपशप’ के शीषर्क, और उनके सार-संक्षेप (विस्तार से पूरा पढ़ना हो तो...

किस फॉर्मूले पर बनेगी सरकार?

भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए को पूर्ण बहुमत मिल गया है। हालांकि भाजपा को बड़ा नुकसान हुआ है और एनडीए की कुछ सहयोगी पार्टियों को भी नुकसान...

वाह! मतदाताओं, सलाम!

चुनाव शुरू से ही वैसा नहीं था जैसा नैरेटिव मार्च से बनाया जा रहा था। यह चुनाव कभी भी ‘अब की बार 400 पार’ का चुनाव नहीं था

देश मोदी, शाह को नहीं चाहता: राहुल

लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तीखा हमला बोला।

भाजपा को स्पष्ट बहुमत नहीं, गठबंधन की बनेगी सरकार!

लोकसभा के चुनाव नतीजों को देखकर लग रहा है कि गठबंधन की सरकार की वापसी हो रही है। किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है।

1977 या 2004 या 2019 !

सन् 1977 की इस चुनाव में याद हो आई है। मुझे वह चुनाव क्योंकि याद है इसलिए उसके कुछ लक्षण 2024 में झलकते हुए हैं। कैसे?

विपक्ष आराम से चुनाव लड़ रहा है

10 साल तक प्रधानमंत्री रहने के बाद नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार में जी जान लगाए हुए हैं तो इस चुनाव को आखिरी चुनाव बता रहा विपक्ष रूटीन अंदाज में...

मतदाता के बेमन वोट से घबराहट!

यदि नरेंद्र मोदी की घबराहट, भाव-भंगिमा को पैमाना मानें तो अनुमान टेबल में भाजपा का तब क्या बनेगा? भाजपा का हर नैरेटिव फेल है।

बिखरा विपक्ष क्या बनेगा विकल्प?

क्या आई.एन.डी.आई गठबंधन, भाजपा नीत एन.डी.ए. को मजबूत टक्कर देने की स्थिति में है? विरोधी गठजोड़ में सबसे बड़ा दल— कांग्रेस है, जिसका अपना घर ही संभला हुआ लग...

विपक्ष ने मुस्लिम उम्मीदवारों से बनाई दूरी

भारतीय जनता पार्टी तो एक सुनियोजित सिद्धांत के तहत मुस्लिम उम्मीदवार नहीं उतारती है। हालांकि इस बार केरल में उसने एक मुस्लिम उम्मीदवार उतारा है।

एनडीए 257 पर या 400 पार?

वैसे अब खुद नरेंद्र मोदी ने 400 सीटों की बात करना बंद कर दियाहै। दूसरे चरण के मतदान से पहले की जनसभाओं में एक में भी उन्होने नारा नहीं...

दूसरा चरण विपक्ष की वापसी का?

दूसरे चरण के मतदान के बाद चुनाव का पूरा नैरेटिव बदल सकता है।दूसरे चरण में मुकाबला वहां है,जहां पिछली बार भाजपा की छप्पर फाड़ जीत थी।

भाजपा की मुश्किल सहयोगी!

दूसरे चरण में भाजपा को अपने कमजोर सहयोगियों का नुकसान उठाना पड़ सकता है। खासतौर से महाराष्ट्र और बिहार में।

मोदी का वह अंहकार और अब?

सवाल है कि अचानक ऐसा क्या हो गया कि भाजपा के शीर्ष नेताओं को यह चिंता सताने लगी कि कांग्रेस सत्ता में आ गई तो क्या कर देगी?

बिहार में सबकी चिंता बढ़ी है

राजद और कांग्रेस के महागठबंधन का कोर वोट भी पहले चरण में टूटने की खबर है तो भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के कोर वोट में भी बिखराव है।

बिहार एनडीए में सब कुछ ठीक नहीं

बिहार की चार लोकसभा सीटों पर पहले चरण में मतदान हो रहा है। इन चार में से तीन सीटों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा हुई है। वे पहले...

चार सौ सीट के जाल में उलझा विपक्ष

भाजपा या कोई भी पार्टी कुछ भी दावा कर सकती है। लेकिन मुश्किल यह है कि चार सौ सीट का भाजपा का नारा कांग्रेस नेताओं के दिमाग में अटक...

भाजपा का लक्ष्य कभी छोटा नहीं होता

भाजपा ने 2015 के चुनाव में दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 50 सीट जीतने का लक्ष्य रखा था। लेकिन वह सिर्फ तीन सीट जीत पाई।

कांग्रेस पर फिर मोदी का हमला

कांग्रेस पर अपने आरोपों को दोहराते हुए प्रधानमंत्री ने कहा- उन्होंने अपने घोषणापत्र में मुस्लिम लीग की याद दिलाने वाली भाषा का इस्तेमाल किया है।

विपक्ष का हल्ला, मोदी के दलबदलू!

मैं दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छतीसगढ़, गुजरात आदि में केजरीवाल-कांग्रेस-इंडिया की हवा बनते नहीं देख रहा हूं।