संसद से भी मैसेज
विपक्षी पार्टियां इस बार संसद सत्र के पहले दिन से संविधान हाथ में लेकर आ रही हैं। चुनाव में भी उन्होंने संविधान का मुद्दा बनाया और भाजपा पर आरोप लगाया कि वह संविधान को खत्म करना चाहती है। इससे चुनाव में जो झटका लगा उससे सबक लेकर संविधान के हिसाब से काम करने की बजाय मोदी ने यह अभियान शुरू कर दिया है कि कैसे कांग्रेस को संविधान विरोधी ठहराया जाए। इसके लिए खुद तो बयान दिया है कि संसद और राष्ट्रपति के अभिभाषण का भी इस्तेमाल हुआ है। अपनी राजनीति के लिए संवैधानिक और संसदीय व्यवस्था का इस तरह...