NDA vs INDIA Bloc

  • संसद से भी मैसेज

    विपक्षी पार्टियां इस बार संसद सत्र के पहले दिन से संविधान हाथ में लेकर आ रही हैं। चुनाव में भी उन्होंने संविधान का मुद्दा बनाया और भाजपा पर आरोप लगाया कि वह संविधान को खत्म करना चाहती है। इससे चुनाव में जो झटका लगा उससे सबक लेकर संविधान के हिसाब से काम करने की बजाय मोदी ने यह अभियान शुरू कर दिया है कि कैसे कांग्रेस को संविधान विरोधी ठहराया जाए। इसके लिए खुद तो बयान दिया है कि संसद और राष्ट्रपति के अभिभाषण का भी इस्तेमाल हुआ है। अपनी राजनीति के लिए संवैधानिक और संसदीय व्यवस्था का इस तरह...

  • सुलह, सद्भाव के मूड में नहीं सरकार

    लोकसभा चुनाव, 2024 के नतीजों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कम से कम दो बार कहा कि सरकार बहुमत से बनती है लेकिन सर्वमत से चलती है। उन्होंने संकेत दिया था कि उनकी तीसरी सरकार संसद के अंदर और बाहर भी आम सहमति के साथ काम करेगी। लेकिन पहले सत्र से ही ऐसा होता नहीं दिख रहा है। ऐसा लग रहा है कि सर्वमत की सिर्फ बातें हैं और असल में सरकार बहुमत से ही चलेगी। शुरुआती लक्षण सरकार के उसी अंदाज में काम करने के हैं, जिस अंदाज में पहले 10 साल नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री के तौर...

  • अखाड़ा न बन जाए इस बार संसद

    लोकसभा चुनाव, 2024 के जनादेश की एक बड़ी सटीक व्याख्या यह हो रही है कि इस बार मतदाताओं ने ऐसा जनादेश दिया है कि हारने वाला जीत की भावना से भरा है और जश्न मना रहा है तो जीतने वाल हार की फीलिंग लिए हुए है और बैकफुट पर है। कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन ‘इंडिया’ को बहुमत नहीं मिला है। गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस ने 99 सीटें जीती हैं और समूचे गठबंधन को कुल 204 सीटें मिली हैं यानी बहुमत से 68 सीट कम है। दूसरी ओर भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को पूर्ण बहुमत मिला है।...

  • मरियल कुंडियां और प्रतिपक्ष का तात्विक कर्म

    अगर चुनाव कुप्रबंधन के थोड़े भी पर्याप्त प्रमाण हों तो विपक्ष को मुख्य निर्वाचन आयुक्त के ख़िलाफ़ संसद में महाभियोग चलाने का प्रस्ताव पेश करना चाहिए।....विपक्ष को एक काम और करने की गांठ बांधनी चाहिए। नरेंद्र भाई ने विमर्श के गलियारे बंद करने की मंशा से संसद के नए भवन में केंद्रीय कक्ष का निर्माण ही नहीं होने दिया है। पुराने संसद भवन के केंद्रीय कक्ष को पुनर्जीवित करने का ज़ोरदार उपक्रम सकल-विपक्ष अगर करेगा तो उसे सांसदों, पूर्व सांसदों, राज्यों के मंत्रियों, विधायकों, पूर्व विधायकों और पत्रकारों का निर्विवाद अखिल भारतीय समर्थन हासिल होगा। इस मुहीम की जीत का...