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  • उत्सवधर्मिता संकट में तो है!

    धर्म, धार्मिकता का शोर कितना ही हो, लाईटें और दिखावा कितना ही हो परिवार में उत्सवधर्मिता का मजा वैसा नहीं है, जैसा पहले था। यादों के झरोखों में यह अनुभव दर्ज नहीं होगा कि तब क्या मजेदार दिवाली थी? पहले के जमाने में सब कुछ बहुत सामान्य था फिर भी मनभावक था। घर का स्वाद, साफ-सुथरेपन का नयापन, भावना, मेलजोल, उमंग-उत्साह की तब फुलझड़ियां ही फुलझड़ियां थी। हमारी शाश्वतता, निरंतरता की कई वजहों में एक वजह अपने कैलेंडर का तिथि, पर्व, त्योहारों से भरा होना है। इसके कारण भी संवेदनाओं, परंपराओं, सरोकारों की वह जीवंतता मिटी नहीं, जिसे मिटाने के...

  • अगली दीवाली तक का प्रश्नपत्र

    मसला दीवाली और ईद का नहीं है। मसला होली और मुहर्रम का नहीं है। मसला दुर्गा पूजा, गणेशोत्सव और रमज़ान का नहीं है। मसला यह है कि क्रिसमस, गुडफ्राइडे, ईस्टर, प्रकाश उत्सव, बैसाखी, बुद्ध पूर्णिमा, महावीर जयंती, पर्यूषण, नवरोज़, ओणम, पोंगल, उगादी, बिहू, मोआत्सुमोंग, आदि-इत्यादि हमारे सामाजिक रसरंग को विस्तार देने के लिए हैं या उसे संकीर्ण बनाने के लिए? दीवाली आई। दीवाली चली गई। दीवाली फिर आएगी। दीवाली फिर चली जाएगी। पटाखों पर पाबंदी के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की हम ने कोई परवाह नहीं की। ऐसे किसी आदेश की हम कोई भी परवाह किसी भी दीवाली पर नहीं...

  • अपना भी तआल्लुक है दिवाली से, तुम्हारे से !

    दिवाली शुभ हो। सुख संपत्ति लाए। सब खुश रहें। यह कामना तो हमेशा से की जाती रही है। मुगलों के टाइम से दिवाली जोर शोर से मनाने का इतिहास है। मगर आजकल वे कुछ भी नहीं मानते हैं। उर्दू के सबसे बड़े शायरों में एक इकाबल ने राम को इमामे हिन्द कहा। जाने कितने शायरों ने और राम पर दिवाली पर खुश होकर लिखा। लेकिन अब उसकी कोई मान्यता नहीं है।... न मानें। भाईचारा कोई सशर्त नहीं होता है। पहले भी थी हमेशा से थी और आज भी है हैप्पी दिवाली! दिवाली पर दिवाली के सिवा और क्या याद आता...

  • गंगा-जमनी तहज़ीब से ही भला

    मुझे अच्छे से याद है कि शायद ही कोई ऐसा स्वतंत्रता दिवस या गणतंत्रता दिवस हुआ हो जब हमने सुबह सबसे पहले उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ान की शहनाई न सुनी हो। लेकिन बीते कुछ वर्षों से जिस तरह एक विशेष धर्म और समाज को लेकर भेद-भाव फैलाया जा रहा है वह हमें सही दिशा में नहीं ले जा रहा। ...निहित स्वार्थों के बहकावे में आए बिना हमें सदियों से चली आ रही गंगा-जमनी तहज़ीब का पालन करना चाहिए, जो हमारे देश की परंपरा रही है। क्योंकि ‘मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना।’    मशहूर फ़िल्म निर्माता यश चोपड़ा द्वारा बनाई गई...

  • इस्लाम असहाय!

    मुसलमान अब अशक्त हैं। 9/11 से सात अक्टूबर 2023 के मध्य इस्लाम ने दुनिया को जैसा हैरान, परेशान किया था वह खत्म है। तभी कश्मीर, केरल का मुसलमान हो या पाकिस्तान, इंडोनेशिया का या उलनबटोर व अमेरिका और यूरोप तथा अफ्रीकी-अरब देशों का, सभी फड़फड़ा रहे हैं लेकिन कुछ नहीं कर सकते। कोई साथ नहीं दे रहा। किसने सोचा था कि मुट्ठी भर यहूदी उस अरब-खाडी क्षेत्र में कहर बन कर बरपेंगे जो इस्लाम का जन्मस्थान है? जबकि इतिहास में दास्तां यहूदियों की असहायता की है। लेकिन उन्हें 1948 में इजराइल नाम का छोटा देश मिला तो तब से वे...

  • भारत का ये दौर!

    मुसलमान अब अशक्त हैं। 9/11 से सात अक्टूबर 2023 के मध्य इस्लाम ने दुनिया को जैसा हैरान, परेशान किया था वह खत्म है। तभी कश्मीर, केरल का मुसलमान हो या पाकिस्तान, इंडोनेशिया का या उलनबटोर व अमेरिका और यूरोप तथा अफ्रीकी-अरब देशों का, सभी फड़फड़ा रहे हैं लेकिन कुछ नहीं कर सकते। कोई साथ नहीं दे रहा। किसने सोचा था कि मुट्ठी भर यहूदी उस अरब-खाडी क्षेत्र में कहर बन कर बरपेंगे जो इस्लाम का जन्मस्थान है? जबकि इतिहास में दास्तां यहूदियों की असहायता की है। लेकिन उन्हें 1948 में इजराइल नाम का छोटा देश मिला तो तब से वे...

  • तालिबानी मुसलमानों से योरोप में नफरत

    मुसलमान अब अशक्त हैं। 9/11 से सात अक्टूबर 2023 के मध्य इस्लाम ने दुनिया को जैसा हैरान, परेशान किया था वह खत्म है। तभी कश्मीर, केरल का मुसलमान हो या पाकिस्तान, इंडोनेशिया का या उलनबटोर व अमेरिका और यूरोप तथा अफ्रीकी-अरब देशों का, सभी फड़फड़ा रहे हैं लेकिन कुछ नहीं कर सकते। कोई साथ नहीं दे रहा। किसने सोचा था कि मुट्ठी भर यहूदी उस अरब-खाडी क्षेत्र में कहर बन कर बरपेंगे जो इस्लाम का जन्मस्थान है? जबकि इतिहास में दास्तां यहूदियों की असहायता की है। लेकिन उन्हें 1948 में इजराइल नाम का छोटा देश मिला तो तब से वे...

  • कर्नाटक के मंगलुरू में सांप्रदायिक तनाव

    मुसलमान अब अशक्त हैं। 9/11 से सात अक्टूबर 2023 के मध्य इस्लाम ने दुनिया को जैसा हैरान, परेशान किया था वह खत्म है। तभी कश्मीर, केरल का मुसलमान हो या पाकिस्तान, इंडोनेशिया का या उलनबटोर व अमेरिका और यूरोप तथा अफ्रीकी-अरब देशों का, सभी फड़फड़ा रहे हैं लेकिन कुछ नहीं कर सकते। कोई साथ नहीं दे रहा। किसने सोचा था कि मुट्ठी भर यहूदी उस अरब-खाडी क्षेत्र में कहर बन कर बरपेंगे जो इस्लाम का जन्मस्थान है? जबकि इतिहास में दास्तां यहूदियों की असहायता की है। लेकिन उन्हें 1948 में इजराइल नाम का छोटा देश मिला तो तब से वे...

  • ज्ञानवापी में नमाज पर पाबंदी से इनकार

    मुसलमान अब अशक्त हैं। 9/11 से सात अक्टूबर 2023 के मध्य इस्लाम ने दुनिया को जैसा हैरान, परेशान किया था वह खत्म है। तभी कश्मीर, केरल का मुसलमान हो या पाकिस्तान, इंडोनेशिया का या उलनबटोर व अमेरिका और यूरोप तथा अफ्रीकी-अरब देशों का, सभी फड़फड़ा रहे हैं लेकिन कुछ नहीं कर सकते। कोई साथ नहीं दे रहा। किसने सोचा था कि मुट्ठी भर यहूदी उस अरब-खाडी क्षेत्र में कहर बन कर बरपेंगे जो इस्लाम का जन्मस्थान है? जबकि इतिहास में दास्तां यहूदियों की असहायता की है। लेकिन उन्हें 1948 में इजराइल नाम का छोटा देश मिला तो तब से वे...

  • बांग्लादेश जैसा होने का डर क्यों दिखाना

    मुसलमान अब अशक्त हैं। 9/11 से सात अक्टूबर 2023 के मध्य इस्लाम ने दुनिया को जैसा हैरान, परेशान किया था वह खत्म है। तभी कश्मीर, केरल का मुसलमान हो या पाकिस्तान, इंडोनेशिया का या उलनबटोर व अमेरिका और यूरोप तथा अफ्रीकी-अरब देशों का, सभी फड़फड़ा रहे हैं लेकिन कुछ नहीं कर सकते। कोई साथ नहीं दे रहा। किसने सोचा था कि मुट्ठी भर यहूदी उस अरब-खाडी क्षेत्र में कहर बन कर बरपेंगे जो इस्लाम का जन्मस्थान है? जबकि इतिहास में दास्तां यहूदियों की असहायता की है। लेकिन उन्हें 1948 में इजराइल नाम का छोटा देश मिला तो तब से वे...

  • भारत की आजादी को किससे खतरा?

    मुसलमान अब अशक्त हैं। 9/11 से सात अक्टूबर 2023 के मध्य इस्लाम ने दुनिया को जैसा हैरान, परेशान किया था वह खत्म है। तभी कश्मीर, केरल का मुसलमान हो या पाकिस्तान, इंडोनेशिया का या उलनबटोर व अमेरिका और यूरोप तथा अफ्रीकी-अरब देशों का, सभी फड़फड़ा रहे हैं लेकिन कुछ नहीं कर सकते। कोई साथ नहीं दे रहा। किसने सोचा था कि मुट्ठी भर यहूदी उस अरब-खाडी क्षेत्र में कहर बन कर बरपेंगे जो इस्लाम का जन्मस्थान है? जबकि इतिहास में दास्तां यहूदियों की असहायता की है। लेकिन उन्हें 1948 में इजराइल नाम का छोटा देश मिला तो तब से वे...

  • कृष्ण जन्मभूमि पर सुनवाई सही

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  • हरियाणा में हिंदू मुस्लिम नैरेटिव कितना चलेगा

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  • मुआवजे के आदेश को चुनौती देगा मुस्लिम बोर्ड

    मुसलमान अब अशक्त हैं। 9/11 से सात अक्टूबर 2023 के मध्य इस्लाम ने दुनिया को जैसा हैरान, परेशान किया था वह खत्म है। तभी कश्मीर, केरल का मुसलमान हो या पाकिस्तान, इंडोनेशिया का या उलनबटोर व अमेरिका और यूरोप तथा अफ्रीकी-अरब देशों का, सभी फड़फड़ा रहे हैं लेकिन कुछ नहीं कर सकते। कोई साथ नहीं दे रहा। किसने सोचा था कि मुट्ठी भर यहूदी उस अरब-खाडी क्षेत्र में कहर बन कर बरपेंगे जो इस्लाम का जन्मस्थान है? जबकि इतिहास में दास्तां यहूदियों की असहायता की है। लेकिन उन्हें 1948 में इजराइल नाम का छोटा देश मिला तो तब से वे...

  • देश में अल्पसंख्यक कौन है?

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  • बिहार से एक नई राजनीति की शुरुआत

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  • मोदी का हिंदू-मुस्लिम विमर्श बनवाया हुआ नहीं

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  • मोदीजी मुसलमान छोड़ो! हिन्दू भाईयों का तो भला करो !

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  • जाति और धर्म में बांटकर देश को लूटना चाहता है इंडी गठबंधन: योगी

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  • वाह! मोदी का ईदी खाना!

    मुसलमान अब अशक्त हैं। 9/11 से सात अक्टूबर 2023 के मध्य इस्लाम ने दुनिया को जैसा हैरान, परेशान किया था वह खत्म है। तभी कश्मीर, केरल का मुसलमान हो या पाकिस्तान, इंडोनेशिया का या उलनबटोर व अमेरिका और यूरोप तथा अफ्रीकी-अरब देशों का, सभी फड़फड़ा रहे हैं लेकिन कुछ नहीं कर सकते। कोई साथ नहीं दे रहा। किसने सोचा था कि मुट्ठी भर यहूदी उस अरब-खाडी क्षेत्र में कहर बन कर बरपेंगे जो इस्लाम का जन्मस्थान है? जबकि इतिहास में दास्तां यहूदियों की असहायता की है। लेकिन उन्हें 1948 में इजराइल नाम का छोटा देश मिला तो तब से वे...

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